Nagpur Violence: नागपुर में उपद्रवियों ने कुल्हाड़ी और तलवारों से किया हमला, 5 एफआइआर-50 गिरफ्तार; कर्फ्यू लागू

नागपुर, बीएनएम न्यूजः नागपुर में सोमवार को भड़की हिंसा के मामले में अब तक 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस हिंसा में 34 पुलिसकर्मी और 5 अन्य लोग घायल हुए हैं। घायलों में से दो की हालत गंभीर बताई जा रही है और उन्हें ICU में भर्ती किया गया है।

हिंसा के दौरान 45 वाहनों में तोड़फोड़ की गई, जिसके बाद प्रशासन ने शहर के कुछ हिस्सों में कर्फ्यू लागू कर दिया। हिंसा की मुख्य वजह औरंगजेब की कब्र (aurangzeb tomb) हटाने की मांग को लेकर हो रहे प्रदर्शन के दौरान धर्मग्रंथ जलाए जाने को लेकर फैली अफवाह बताई जा रही है, जिसके बाद पथराव और आगजनी की घटनाएं हुईं।

कई घरों, दुकानों और एक क्लिनिक में तोड़फोड़ की गई। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस (Devendra Fadnavis) और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी (Nitin Gadkari) ने शांति बनाए रखने की अपील की है।

नागपुर के महाल क्षेत्र में विहिप और बजरंगदल ने प्रदर्शन के दौरान एक प्रतीकात्मक कब्र बनाकर उसे खोदा और फिर उसे आग के हवाले कर दिया। इसके बाद शाम को मुस्लिम समुदाय के लोग भी सड़क पर आ गए और पुलिस पर पथराव करने लगे। पथराव में चार पुलिसकर्मियों के घायल होने की सूचना है।

उन्होंने सड़क पर खड़े कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया। उनका कहना है कि हिंदू प्रदर्शनकारियों द्वारा खोदी और जलाई गई प्रतीकात्मक कब्र के ऊपर हरे रंग का जो कपड़ा उढ़ाया गया था, उस पर कुछ पवित्र कलमे लिखे हुए थे। जिसे जलाने से इस्लाम का अपमान हुआ है।

मुख्यमंत्री ने की हिंसा की निंदा

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर में हुई हिंसा की निंदा की है। उन्होंने कहा कि ये हिंसा और दंगे पूर्व नियोजित लगता है। किसी को भी कानून-व्यवस्था बिगड़ने की इजाजत नहीं है। महाराष्ट्र में शांति बनाए रखनी चाहिए। सीएम ने बताया कि हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें से 3 डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं और 12 दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं।

अफवाह से फैली हिंसा

नागपुर हिंसा पर विधानसभा में बोलते हुए महाराष्ट्र के सीएम देवेंद्र फडणवीस ने कहा, ‘नागपुर में विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के बाद एक अफवाह फैलाई गई, शाम को अफवाह ने तूल पकड़ लिया। जिसमें यह कहा गया था कि एक प्रतीकात्मक कब्र पर रखी गई चादर पर धार्मिक चिन्ह था…इसी अफवाह के कारण मामला गरमाया और हिंसा की घटनाएं हुईं। ये एक सुनियोजित हमला लगता है। किसी को भी कानून-व्यवस्था अपने हाथ में लेने की इजाजत नहीं है।’

12 वाहन क्षतिग्रस्त

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस हिंसा में 12 दोपहिया वाहन क्षतिग्रस्त हो गए और घटना स्थल पर 80 से 100 लोगों का जमावड़ा था। हिंसा की गंभीरता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक क्रेन और दो जेसीबी समेत चार पहिया वाहनों को जलाया गया। इसके अलावा कुछ लोगों पर तलवार से भी हमला किया गया।

DCP पर कुल्हाड़ी से हमला

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि हिंसा के दौरान 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें से 3 डीसीपी स्तर के अधिकारी शामिल हैं। इसके साथ ही 5 आम नागरिकों पर भी हमले हुए हैं। एक DCP पर तो कुल्हाड़ी से भी हमला किया गया था।

5 FIR दर्ज

मुख्यमंत्री फडणवीस ने यह जानकारी भी दी कि इस पूरी घटना के संबंध में 5 अपराध दर्ज किए गए हैं। इसके साथ ही, सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए 11 पुलिस स्टेशन क्षेत्रों में जमाव बंदी लागू कर दी गई है। कानून-व्यवस्था को बनाए रखने के लिए एसआरपीएफ की 5 टुकड़ियां तैनात की गई हैं।

सीएम ने की शांति की अपील

मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता से शांति बनाए रखने की अपील की और यह भी कहा कि राज्य सरकार इस मामले में सख्त कार्रवाई करेगी और दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने पुलिस द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की और विश्वास दिलाया कि इस हिंसा के दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

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