Haryana Cabinet Expansion: नायब सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार आज, हरियाणा में साधे जाएंगे जातीय और राजनीतिक समीकरण
नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल का मंगलवार शाम साढ़े चार बजे विस्तार होगा। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा मंगलवार को पूर्व सीएम मनोहर लाल और नये सीएम नायब सैनी के अभिनंदन कार्यक्रम में करनाल के घरौंडा में हिस्सा लेंगे। इसके बाद चंडीगढ़ में मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा। चुनाव आचार संहिता इसमें किसी तरह की बाधा नहीं है।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल विस्तार में जातीय समीकरणों को साधा जाएगा। लोकसभा चुनाव और उसके तुरंत बाद होने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए भाजपा जहां किसी वर्ग को नाराज नहीं करेगी, वहीं दक्षिण, मध्य और उत्तर हरियाणा को मंत्रिमंडल में बराबर की हिस्सेदारी दी जाएगी। मंत्रिमंडल में कुछ नाम बेहद चौंकाने वाले होंगे। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज का नाम पहले भी मंत्रिमंडल में शामिल था और अब भी मंत्रिमंडल विस्तार में शामिल है। अगर वे शपथ ग्रहण के लिए पहुंचे तो मंत्रिमंडल विस्तार में जरूर जगह मिलेगी, अन्यथा उनके स्थान पर किसी दूसरे पंजाबी विधायक को नायब सिंह सैनी के मंत्रिमंडल में शामिल किया जा सकता है।
डिप्टी सीएम बनाए जाने की संभावना नहीं
मुख्यमंत्री नायब सैनी के मंत्रिमंडल में कोई डिप्टी सीएम बनाए जाने की संभावना नहीं है। पार्टी का मानना है कि नायब सिंह सैनी को भविष्य में मजबूती के साथ आगे बढ़ाना है। यदि उनके साथ किसी विधायक या पूर्व मंत्री को डिप्टी सीएम बना दिया गया तो उनके फैसले लेने पर असर पड़ सकता है। ऐसे में पार्टी नायब सिंह सैनी को स्वतंत्र रूप से काम करने के लिए खड़ा करना चाहती है। फिलहाल सहयोग और राजनीतिक मदद के लिए पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल पूरी तरह से नायब सैनी के साथ खड़े हैं। मंत्रिमंडल विस्तार में पंजाबी, वैश्य, राजपूत और महिलाओं को प्रतिनिधित्व दिए जाने की पूरी संभावना है।
वैश्य समाज से इन्हें मिल सकता है मौका
वैश्यों में विधानसभा स्पीकर डा. ज्ञानचंद गुप्ता का नाम पिछले दिनों चला, लेकिन उन्हें मंगलवार को मंत्री नहीं बनाया जा रहा है। वैसे तो पूर्व शहरी निकाय मंत्री डा. कमल गुप्ता को दोबारा रिपीट किए जाने की पूरी संभावना है। यदि कमल गुप्ता को मौका नहीं मिला तो अंबाला के विधायक असीम गोयल की लाटरी लग सकती है।
अनिल विज का नाम सबसे ऊपर
पंजाबियों में अनिल विज का नाम सबसे ऊपर है। अगर विज ने शपथ ग्रहण नहीं की तो जींद के विधायक कृष्ण मिढा और कुरुक्षेत्र के विधायक सुभाष सुधा में से किसी एक को मंत्री बनाया जा सकता है। सुभाष सुधा की सीएम नायब सैनी से पुरानी मित्रता है। महिलाओं में पूर्व राज्य मंत्री कमलेश ढांडा के लिए उनका जाट होना कमजोरी बन रहा है।
कमलेश ढांडा नहीं तो सीमा त्रिखा को मिलेगा मौका
मंत्रिमंडल में जेपी दलाल और रणजीत चौटाला के रूप में पहले से दो जाट मंत्री हैं। यदि कमलेश ढांडा को मंत्री नहीं बनाया गया तो उनके स्थान पर बड़खल की विधायक सीमा त्रिखा का मंत्री बनना तय है। उनके पास पूर्व में भी फोन आया था। हालांकि गन्नौर की विधायक निर्मला रानी का नाम भी चल रहा है, लेकिन निर्मला भी जाट हैं और पार्टी वहां भाजपा नेता देवेंद्र कादियान को अधिक मजबूती देना चाहती है।
राजपूत में पृथला के निर्दलीय विधायक नयनपाल रावत का मंत्री बनना तय है। उन्होंने पहले दिन से भाजपा सरकार को बिना शर्त समर्थन दिए रखा। नयनपाल रावत के साथ ही सोहना के विधायक संजय सिंह का नाम भी मंत्री पद के लिए चल रहा है, लेकिन दोनों में नयनपाल रावत की पकड़ और राजनीतिक समझ अधिक अच्छी बताई जाती है।
यादव को भी मिलेगी मंत्रिमंडल में जगह
हरियाणा सरकार के मंत्रिमंडल में यादव को भी शामिल किया जाएगा। हालांकि पूर्व मंत्री ओमप्रकाश यादव का नाम तय बताया जा रहा है और केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत भी उनके हक में हैं, लेकिन माना जा रहा है कि सरकार नांगल चौधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव को मंत्री बनाने के हक में है। अभय सिंह यादव पूर्व सीएम मनोहर लाल के साथ नायब सिंह सैनी की भी पसंद हैं। विधानसभा उपाध्यक्ष रणबीर गंगवा और आदमपुर के विधायक भव्य बिश्नोई के नाम भी चर्चा में हैं, लेकिन अगर कुलदीप बिश्नोई हिसार से चुनाव लड़े या फिर डा. कमल गुप्ता को मंत्री बनाया गया तो इन दोनों नामों पर संदेह बरकरार रहेगा।
यह भी पढ़ेंः हरियाणा के मंत्रिमंडल विस्तार में क्या चुनावी आचार संहिता है बाधा, जानें सब कुछ
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन