Noida News: मसाज सर्विस के नाम पर लड़कियों संग वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने वाले गिरोह का भंडाफोड़

प्रतीकात्‍मक फोटो

नोएडा, बीएनएम न्‍यूज : Noida News: हाल ही में नोएडा के फेज तीन थाने की पुलिस ने एक बड़े गिरोह का खुलासा किया, जो मसाज सर्विस के नाम पर लड़कियों के साथ युवकों के वीडियोज बनाकर उन्हें ब्लैकमेल करता था। इस गिरोह का सरगना और उसके तीन साथी पर्थला ओवरब्रिज के नीचे से गिरफ्तार किए गए। यह गिरोह “जस्ट डायल” पर “रायल मसाज थेरेपी” के नाम से लिस्ट किए गए थे और पिछले एक साल से इस तरह की अवैध गतिविधियों में लिप्त थे।

गिरोह की कार्यप्रणाली

इस गिरोह ने ग्राहकों को गोपनीय स्थानों या होटलों में बुलाकर वीडियोज बनाना शुरू किया। उसके बाद, युवकों को इन वीडियोज को वायरल करने की चेतावनी देकर पैसे ऐंठे जाते थे। एक युवक जिसका नाम अभी गोपनीय रखा गया है, को गिरोह ने अपने जाल में फसाया। पीड़ित युवक ने मसाज सर्विस की जानकारी के लिए जस्ट डायल पर संपर्क किया और उसे सर्विस देने वालों से बात करने का मौका मिला।

ठगी की प्रक्रिया

बातचीत के बाद युवक को सेक्टर 70 में बुलाया गया, जहां उसकी मुलाकात गिरोह के तीन सदस्यों और एक युवती से हुई। जैसे ही युवक ने सेवा के लिए भुगतान किया, गिरोह ने उसका वीडियो बना लिया। इसके बाद, उसे धमकाते हुए 2000 रुपये ट्रांसफर करने के लिए मजबूर किया गया। फिर, गिरोह ने ब्लैकमेलिंग का एक नया खेल खेला और युवक से 20,000 रुपये की मांग की, जबकि उसे उसके परिवार और दोस्तों को वीडियो भेजने की धमकी दी।

युवक डर गया और वह फेज तीन थाने पहुंचा, जहां उसने पुलिस को अपनी पूरी कहानी सुनाई। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए सर्विलांस की मदद से तीनों आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया।

आरोपितों की पहचान

गिरोह के सदस्यों की पहचान आगरा के आवास विकास कॉलोनी के शिवम शर्मा, आगरा के बोदला सेक्टर एक के रोहित और गुरुग्राम के हीरो होंडा चौक के राजन उर्फ राजू के रूप में की गई। इनके पास से पुलिस ने पांच मोबाइल भी बरामद किए हैं। शिवम ग्रेजुएट है, रोहित 12वीं पास है और राजन उर्फ राजू 10वीं पास है।

पूछताछ में खुलासे

पूछताछ के दौरान यह पता चला कि जब भी कोई ग्राहक मसाज के लिए संपर्क करता था, शिवम और रोहित उस ग्राहक को लड़की की जानकारी देते थे और उनकी तस्वीरें वाट्सएप पर भेजते थे। सौदा होने के बाद, राजन उस लड़की को बताए हुए स्थान पर लेकर जाता था। गिरोह ने ग्राहकों को घर पर सेवाएं न देकर होटल या गोपनीय स्थानों में बुलाने की योजना बनाई थी।

अतिरिक्त सेवाओं का लालच

गिरोह के सदस्य ग्राहकों को अतिरिक्त सेवाओं का लालच देकर भी फंसाते थे। यदि ग्राहक प्राइवेसी का हवाला देता था, तो उसे सीधे होटल या गोपनीय स्थान पर बुलाया जाता था। इसके बाद, वार्तालाप के दौरान ग्राहकों के फोटो और वीडियो लेकर उन्हें ब्लैकमेल किया जाता था। हालांकि, ग्राहक जिस लड़की के फोटो को देखते थे, वह लड़की असलियत में अलग होती थी।

वित्तीय जाल

पुलिस के अनुसार, आरोपितों द्वारा संपादित मोबाइल में दो ट्रांजेक्शन मिले हैं। एक ट्रांजेक्शन में आरोपितों ने एक युवक से 2000 रुपये और दूसरे से 20,000 रुपये लिए हैं। पुलिस अब उन व्यक्तियों को बुलाकर उनके बयान दर्ज करेगी। शुरुआती जांच में इस गिरोह ने 75 से अधिक लोगों से पैसे ऐंठे हैं।

पुलिस की कार्रवाई

गिरोह की गिरफ्तारी के बाद, पुलिस अब उसके अन्य साथी की तलाश में जुटी हुई है। प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने सभी पहलुओं की जांच करने का निर्णय लिया है। अधिकारियों का मानना है कि इस गिरोह का भंडाफोड़ कई युवाओं को इनकी ठगी से बचाने में मदद करेगा।

अतिरिक्त सतर्कता बरतें

नोएडा में गिरोह द्वारा युवाओं को ठगने की यह घटना केवल एक उदाहरण है कि कैसे कुछ लोग समाज में अपनी स्वार्थी इच्छाओं को पूरा करने के लिए दूसरों को धोखा देते हैं। पुलिस की इस कार्रवाई से यह संदेश भी जाता है कि ऐसे गिरोहों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है,और किसी भी पीड़ित को डरने की आवश्यकता नहीं है।

इस घटना ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि जब भी आप किसी सर्विस का उपयोग करें तो अतिरिक्त सतर्कता बरतने की आवश्यकता है। जाल में फंसने से बचने के लिए हमेशा सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें।

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