अमेरिका से डिपोर्ट हुए कैथल के सात युवकों में से छह पहुंचे घर, एक गया जेल

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल : अमेरिका में अवैध तरीके से रह रहे भारतीयों को लगातार डिपोर्ट किया जा रहा है। अब तक तीन जहाज आ चुके हैं, जिनके कैथल के 20 लोग शामिल हैं। रविवार रात को अमृतसर उतरे जहाज में भी सात युवक कैथल के थे। अमृतसर से युवकों को अंबाला लाया गया। अंबाला मेडिकल करवाने के बाद युवकों को कैथल पुलिस लाइन में लेकर पहुंची। पुलिस युवकों को उनके घरों में छोड़कर आई। इस दौरान युवकों से पूछा गया कि एजेंट पर कोई कार्रवाई करवानी है या नहीं। हालांकि अभी तक किसी युवक ने एजेंट के विरुद्ध शिकायत दर्ज नहीं करवाई है। यहां तक कि युवक और उनके स्वजन बातचीत करने से भी बच रहे हैं ताकि उनकी बदनामी ना हो।

रोहित गिरफ्तार

 

डिपोर्ट होकर कैथल वापस लौटे सात युवकों में से एक गांव खेड़ी गुलाम अली निवासी रोहित भी शामिल रहा। रोहित जैसे ही पुलिस लाइन में पहुंचा तो सीवन थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। रोहित साल 2021 के दौरान गांव खेड़ी गुलाम अली में लड़ाई झगड़ा करने के मामले में पीओ था। सीवन थाना प्रभारी एसआइ कुलदीप सिंह की अगुवाई में हेड कांस्टेबल प्रदीप ने रोहित को गिरफ्तार कर लिया। रोहित पर छह जून 2021 को अपने साथियों के साथ मिलकर जमीनी विवाद में अन्य व्यक्तियों पर हमला करके चोटें मारने का आरोप है। इस बारे में सीवन थाना में केस दर्ज है। रोहित को गिरफ्तार किया गया था, लेकिन न्यायालय से जमानत हासिल करके दोबारा हाजिर नहीं हुआ। न्यायालय ने रोहित को चार मई 2024 को पीओ घोषित कर दिया था। रोहित अक्टूबर 2022 में स्टडी वीजा लगवाकर इंग्लैंड गया था। इसके बाद वह इंग्लैंड से अमेरिका तीन फरवरी को पहुंच गया था। अमेरिका से वह डिपोर्ट होकर वापस भारत आ गया। सोमवार को रोहित को न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया है।

कुराड़ गांव के युवक की हुई अमेरिका से घर वापसी

 

गांव कुराड़ में चार माह पहले 40 से 45 लाख रुपये खर्च कर अमेरिका गए 31 वर्षीय राकेश की घर वापसी हो गई है। साधारण किसान परिवार से संबंध रखने वाले इस युवा पर विधवा माता सुनीता देवी, पत्नी व तीन बच्चों की जिम्मेदारी है। परिवार ने उसे इस अरमान से विदेश में भेजा था कि बेरोजगार हाथों को रोजगार मिलेगा। कर्ज का बोझ उठाकर विदेश में रोजगार के जो सपने संजोए थे वे बिखर गए हैं। परिवार के लोगों ने सरकार से युवा को रोजगार देने की मांग की है। बुजुर्ग माता का कहना है कि विदेश जाने के लिए न केवल प्लाट बेचना पड़ा बल्कि कर्ज भी लिया। बेटे का प्रयास था कि मेहनत करते हुए कर्ज को उतार देगा और घर में आए के साधन बढ़ेंगे। अमेरिका से घर वापसी ने परिवार को आर्थिक संकट में फंसा दिया है।

अमेरिका से इन युवकों को किया गया डिपोर्ट

– गांव गुलियाना निवासी दीपक कुमार
– भगत सिंह कालोनी निवासी साहिल
– गांव कुराड़ निवासी राकेश
– बदसुई चीका निवासी जसप्रीत
– राधा स्वामी कालोनी निवासी प्रबजोत
– खेड़ी गुलामअली निवासी रोहित
– पबनावा ढांड निवासी सुशील कुमार।

परिवारों को आर्थिक संकट

 

कैथल के युवकों की अमेरिका से घर वापसी ने उनके परिवारों को आर्थिक संकट में फंसा दिया है। युवकों के परिवारों ने सरकार से रोजगार देने की मांग की है। युवकों के परिवारों का कहना है कि वे विदेश में रोजगार के लिए गए थे, लेकिन वहां उनके सपने बिखर गए। अब वे घर वापसी के बाद आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं।

इस संबंध में कैथल के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि अमेरिका से वापस लौटे युवकों को उनके घरों में छोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि युवकों से पूछताछ की गई है और उन्हें आगाह किया गया है कि वे अपने अनुभवों को साझा करें ताकि अन्य युवकों को विदेश में रोजगार के लिए जाने से पहले सावधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस युवकों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और उन्हें किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

कैथल के एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि सरकार युवकों को रोजगार देने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हैं जो युवकों को रोजगार देने में मदद करेंगी। उन्होंने कहा कि सरकार युवकों को विदेश में रोजगार के लिए जाने से पहले सावधान करने के लिए भी काम कर रही है ताकि वे अपने अनुभवों को साझा कर सकें और अन्य युवकों को सावधान कर सकें।

कुल मिलाकर कैथल के युवकों की अमेरिका से घर वापसी ने उनके परिवारों को आर्थिक संकट में फंसा दिया है। युवकों के परिवारों ने सरकार से रोजगार देने की मांग की है। सरकार ने युवकों को रोजगार देने के लिए कई योजनाएं शुरू की हैं और युवकों को विदेश में रोजगार के लिए जाने से पहले सावधान करने के लिए काम कर रही है।

 

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