महिलाओं के लिए पंजाब यूनिवर्सिटी ने की अहम घोषणा, ऐसा करने वाली उत्तर भारत की पहली यूनिवर्सिटी

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ : मासिक धर्म में एक दिन की छुट्टी देने वाली पंजाब यूनिवर्सिटी उत्तर भारत की पहली यूनिवर्सिटी बन गई है। केरल और असम के बाद पंजाब यूनिवर्सिटी ने स्टूडेंट काउंसिल प्रधान जतिंदर सिंह की मांग पर मासिक धर्म में छुट्टी के प्रपोजल पर सहमति दी है। पंजाब यूनिवर्सिटी कैंपस और पीयू से मान्यता प्राप्त 200 कालेजों में पढ़ाई कर रही छात्राओं को इसका लाभ मिलेगा। परीक्षा के दौरान छुट्टी मान्य नहीं होगी। छुट्टी का लाभ जून-जुलाई से शुरू होने वाले शैक्षणिक सत्र 2024-25 से छात्राओं को मिलने लगेगा।

छह महीने के सेमेस्टर में चार छुट्टियां

मासिक धर्म के दौरान छात्रा को 15 दिन में एक छुट्टी और छह महीने के सेमेस्टर में चार छुट्टियां मिलेंगी। मासिक धर्म में छुट्टी पाने के लिए छात्रा को अपने विभाग के डायरेक्टर या चेयरपर्सन से पांच दिन के अंदर आवेदन करना होगा। छुट्टी के प्रपोजल को पीयू की विभिन्न कमेटियों के बाद वाइस चांसलर रेणु विज सहमति दे चुकी हैं। छुट्टी लेने के लिए छात्रा को मेडिकल की जरूरत नहीं पड़ेगी। प्रैक्टिकल, लिखित परीक्षा और वाइवा में नहीं मिलेगी छुट्टी मासिक धर्म में दी गई छुट्टी सिर्फ पढ़ाई के दिनों में छात्राओं को दी जाएगी। प्रैक्टिकल, लिखित परीक्षा और वाइवा के दौरान छात्रा को मासिक धर्म में छुट्टी नहीं मिलेगी।

पंजाब यूनिवर्सिटी की डीन डा. रूमैना सेठी ने कहा कि मासिक धर्म के दौरान छुट्टी के प्रपोजल को मंजूरी दी जा चुकी है। आने वाले सेमेस्टर में इसे शुरू किया जा रहा है। यदि इसमें अन्य संशोधन करने की जरूरत लगी तो वह भी भविष्य में किए जाएंगे।

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