Haryana Rain: हरियाणा के 6 जिलों में बारिश, गुरुग्राम में पेड़ टूटकर सड़कों पर गिरे; पूरे प्रदेश में 3 दिन तक होगी बारिश

पानीपत में रविवार रात को तेज बारिश के बीच जीटी रोड पर गुजरते वाहन।

नरेंद्र सहारण, हिसार : Haryana Rain: हरियाणा के विभिन्न जिलों में 29 मई को अचानक मौसम का बदला स्वरूप देखने को मिला। गुरुग्राम, चरखी दादरी, झज्जर, रेवाड़ी, नूंह जैसे जिलों में भारी बारिश और आंधी ने लोगों की दिनचर्या को अस्त-व्यस्त कर दिया।

मौसम का अचानक बदला स्वरूप

29 मई को दोपहर के समय हरियाणा के कई जिलों में अचानक मौसम का रूप बदल गया। दिन के दौरान सूरज की तपिश के बीच ही मौसम ने करवट ली और तेज आंधी के साथ भारी बारिश शुरू हो गई। गुरुग्राम, चरखी दादरी, झज्जर, रेवाड़ी और नूंह में भारी बारिश के साथ आंधी भी चली। सोनीपत में बूंदाबांदी का अनुभव किया गया। गुरुग्राम, फरीदाबाद और नूंह के पुन्हाना में आंधी के कारण कई जगह पेड़ गिर गए, जिससे यातायात बाधित हुआ और सड़क जाम की स्थिति बन गई। इस आंधी और बारिश के कारण कई इलाकों में पेड़ गिरने से सड़कें बाधित हुईं, जिससे आवागमन प्रभावित हुआ। इसके साथ ही, बिजली के खंभे टूटने से कई इलाकों में बिजली आपूर्ति भी बाधित हुई।

मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी

चंडीगढ़ स्थित मौसम विज्ञान केंद्र (IMD) ने रात साढ़े 10 बजे तक की रिपोर्ट में बताया कि पलवल, नूंह, फरीदाबाद, गुरुग्राम, महेंद्रगढ़, चरखी दादरी, भिवानी, रेवाड़ी, झज्जर, रोहतक, हिसार में हल्की से धूल भरी हवाओं और बूंदाबांदी की संभावना है।

विभाग ने अगले दिन यानी 30 मई को भी पूरे हरियाणा में बारिश की संभावना जताई है। साथ ही, 31 मई और 1 जून को प्रदेश के 16 जिलों में मानसून की सक्रियता और भारी बारिश की आशंका व्यक्त की है।

तापमान और गर्मी से राहत

 

गर्मी की तीव्रता ने हरियाणा के अधिकांश हिस्सों में रिकॉर्ड तोड़ तापमान दर्ज किया है। प्रदेश का अधिकतम तापमान 43 डिग्री सेल्सियस से ऊपर पहुंच गया है, जिससे लोग तपन से हलकान हैं। इन परिस्थितियों में, बारिश एक राहत के रूप में सामने आई है। अचानक हुई बारिश से तापमान में गिरावट आई है और गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, यह राहत अस्थायी है, क्योंकि मौसम विभाग ने आगाह किया है कि आने वाले दिनों में फिर से गर्मी और उमस बढ़ सकती है।

आगामी दिनों का मौसम पूर्वानुमान

30 मई: पूरे प्रदेश में बारिश का दौर

मौसम विभाग के अनुसार, 30 मई को हरियाणा के सभी जिलों में बारिश की संभावना है।

अधिक संभावना वाला क्षेत्र

अंबाला, पंचकूला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर: 50-75% तक बारिश हो सकती है।

मध्यम संभावना

जींद, करनाल, पानीपत, सोनीपत: 25-50% तक बारिश।

कम संभावना वाले जिले

सिरसा, फतेहाबाद, हिसार, भिवानी, रोहतक, चरखी दादरी, झज्जर, महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल व मेवात: करीब 25% तक बारिश। यह बारिश खासकर फसलों, तापमान घटाने और जल संचयन के लिहाज से लाभकारी साबित हो सकती है।

31 मई: तेज व भारी बारिश का अनुमान

तेज बारिश वाली संभावना

पंचकूला, अंबाला, कुरुक्षेत्र, यमुनानगर: 25-50% तक अधिक बारिश की संभावना।

मध्यम से कम बारिश

झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, कैथल, करनाल, भिवानी, चरखी दादरी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा: 25% तक बारिश संभव है। यह दिन भी मानसून की सक्रियता और बारिश का संकेत है, जो तापमान घटाने और जल संग्रहण में मदद कर सकता है।

1 जून: मानसून का प्रभाव

पंचकूला, अंबाला, यमुनानगर: 25-50% बारिश।
कुरुक्षेत्र, झज्जर, रोहतक, सोनीपत, पानीपत, जींद, कैथल, करनाल, भिवानी, चरखी दादरी, हिसार, फतेहाबाद, सिरसा: 25% तक बारिश की संभावना। यह दिन भी प्रदेश में मानसून की सक्रियता को दर्शाता है, जो तापमान को नियंत्रित करने के साथ-साथ फसलों के लिए लाभकारी है।

मौसम का प्रभाव: फसल, यातायात और जनजीवन

हरियाणा की प्रमुख फसलें जैसे गेहूं, सरसों, चावल आदि इस समय अपने अंतिम चरण में हैं। बारिश से फसलों को लाभ होगा, खासकर गेहूं की कटाई के दौरान। साथ ही, उमस और जल जमाव से फसलों को नुकसान पहुंचने का खतरा भी हो सकता है।

यातायात और सड़क व्यवस्था

गुरुग्राम, फरीदाबाद जैसे महानगरों में भारी बारिश और आंधी के कारण सड़कें बाधित हुई हैं। पेड़ गिरने से यातायात जाम की स्थिति बन गई, जिससे लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ा।

सड़क दुर्घटना का खतरा बढ़ गया है, खासकर जब पेड़ और बिजली के खंभे गिरते हैं। इसलिए, यातायात विभाग ने सतर्कता बरतने और जरूरी कदम उठाने की सलाह दी है।

जनजीवन और स्वास्थ्य

तेज गर्मी के बीच अचानक बारिश और ठंडी हवाओं से लोगों को राहत मिली है। लेकिन, साथ ही बारिश के कारण बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। बारिश के कारण जल-जमाव से मच्छर पनप सकते हैं, जो डेंगू और चिकनगुनिया जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं।

मौसम विभाग की चेतावनी और सुझाव

मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि आने वाले दिनों में मानसून की सक्रियता से बारिश का दौर जारी रहेगा। इसलिए किसानों, यातायात कर्मियों और आम जनता को निम्नलिखित सुझाव दिए गए हैं:

-यात्रा के दौरान सतर्क रहें और बारिश के मौसम में बाहर निकलने से पहले मौसम की जानकारी प्राप्त करें।
-सड़क पर पेड़ गिरने या जल जमाव से सावधानी बरतें।
-बिजली के खंभे और लाइनों से दूर रहें।
-फसलों की सिंचाई और रख-रखाव का ध्यान रखें।
– स्वास्थ्य संबंधी सावधानियों का पालन करें, विशेषकर पानी जमा होने से होने वाली बीमारियों से सावधान रहें।
– अगले कुछ दिनों में संभावित चुनौतियाँ और लाभ

चुनौतियां

यातायात बाधित होना
पेड़ गिरने और बिजली आपूर्ति बाधित होने से जीवन प्रभावित
जल जमाव और बीमारी का खतरा
फसलों का नुकसान या नुकसान का खतरा

लाभ

गर्मी से राहत और तापमान में गिरावट
खरीफ फसलों की सिंचाई और फसल के लिए लाभकारी
मौसम की नमी से वायु गुणवत्ता में सुधार
पानी की उपलब्धता बढ़ने की संभावना

हरियाणा में 29 मई को अचानक मौसम का बदला स्वरूप न केवल तापमान में गिरावट लाया है बल्कि फसलों, सड़क यातायात और जनता के जीवन में भी बदलाव का संकेत है। यह बारिश और आंधी का दौर अगले दिनों तक जारी रहने की संभावना है, खासकर 30 मई से 1 जून के बीच। इस दौरान, मौसम विभाग ने पूरे प्रदेश में भारी बारिश, आंधी और हल्की बूंदाबांदी की चेतावनी दी है।

यह बदलाव, जहां एक ओर गर्मी से राहत दिलाने वाला है, वहीं दूसरी ओर, यातायात, बिजली और स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियों को भी जन्म दे सकता है। इसलिए, सरकार और संबंधित विभागों को चाहिए कि वे सतर्कता बरतें और जनता को सही जानकारी एवं सावधानियों के बारे में जागरूक करें।

अंततः यह समय है कि हम प्रकृति के इस परिवर्तन को समझें, उससे सीखें और अपने जीवन को सुरक्षित और सजग बनाएं। बारिश का यह मौसम निश्चित ही हरियाणा के लिए नई उम्मीद और नई ऊर्जा लेकर आएगा।

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