Rajasthan Assembly Election 2023: राजस्थान में जीतने वाले विधायकों की बाड़ेबंदी की तैयारी, अशोक गहलोत और वसुंधरा राजे हुईं सक्रिय
जयपुर। राजस्थान विधानसभा चुनाव में मतदान के बाद आए कई एक्जिट पोल में भाजपा को कांग्रेस से आगे बताया गया है। ऐसे में राजस्थान में हर पांच साल में सरकार बदलने का रिवाज कायम रहने की अनुमान है। हालांकि, कुछ एक्जिट पोल में कांग्रेस को भी आगे दिखाया गया है। भाजपा हो या कांग्रेस जो भी जीतेगी, उसे हारने वाली पार्टी से पांच से दस सीटें अधिक मिल सकती है। दोनों ही पार्टियों के नेता सार्वजनिक रूप से तो पूर्ण बहुमत से सरकार बनाने का दावा कर रहे हैं, लेकिन आंतरिक बैठकों में चुनाव परिणाम चौंकाने वाले आने की आशंका जताते हुए रणनीति बनाने में जुटे हैं। जीतने योग्य एक दर्जन निर्दलियों और छोटी पार्टियों के प्रत्याशियों से संपर्क साधा जा रहा है। दोनों पार्टियों ने तीन दिसंबर को चुनाव परिणाम आने के बाद विधायकों की बाड़ेबंदी करने की रणनीति बनाई है। कांग्रेस में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा पार्टी के प्रत्याशियों के साथ निर्दलियों से संपर्क साध रहे हैं। पूर्व उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट दिल्ली में सक्रिय हैं।
भाजपा का शीर्ष नेतृत्व हुआ सक्रिय
वहीं भाजपा में प्रदेश चुनाव प्रभारी केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी, राष्ट्रीय महामंत्री अरुण सिंह, प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी व प्रतिपक्ष के नेता राजेंद्र राठौड़ ने कमान संभाल रखी है। पूर्व सीएम वसुंधरा राजे अपने स्तर पर पार्टी प्रत्याशियों और निर्दलियों के संपर्क में है। सूत्रों के अनुसार, पिछले तीन दिन में करीब 110 पार्टी प्रत्याशियों ने वसुंधरा से जयपुर में मुलाकात की है। वसुंधरा की भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह सहित कई नेताओं से फोन पर बात हुई है। केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत और अर्जुन राम मेघवाल भी लगातार प्रत्याशियों से बात कर रहे हैं।
रिसोर्ट और विमान किए गए बुक
चुनाव परिणाम आने से पहले ही कांग्रेस और भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने जीतने वाले विधायकों की बाड़ेबंदी की तैयारी प्रारंभ कर दी है। सूत्रों के अनुसार गहलोत ने बेंगलुरू और राजस्थान के उदयपुर में दो-दो रिसोर्ट बुक करवाए हैं। चुनाव परिणाम आते ही जीतने वाले कांग्रेस और निर्दलीय विधायकों को इन रिसोर्ट में लेकर जाने की योजना है। अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा और उनके विश्वस्तों ने पिछले तीन दिन में 13 ऐसे निर्दलीय प्रत्याशियों से संपर्क किया है, जो जीत सकते हैं। भाजपा के रणनीतिकार जीतने वाले विधायकों को गुजरात लेकर जाने की योजना है। सूत्रों के अनुसार दोनों ही पार्टियों ने दो-दो विमान भी बुक करवाए हैं।