रेखा गुप्ता बनीं दिल्ली की CM: राज्य की चौथी महिला CM के तौर पर ली शपथ, 6 मंत्रियों ने ली शपथ

नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज : Rekha Gupta: दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ आ गया है, क्योंकि शालीमार बाग से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की विधायक रेखा गुप्ता ने दिल्ली की 9वीं मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है। रामलीला मैदान में आयोजित एक भव्य समारोह में रेखा गुप्ता ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, जिसमें भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भी मौजूद थे। रेखा गुप्ता के साथ इस समारोह में छह अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ग्रहण किया, जिनमें वो उम्मीदवार भी शामिल हैं, जिन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को हराया है।
इस नई सरकार में शामिल मंत्रियों में प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, रविंद्र इंद्राज सिंह, कपिल मिश्रा और पंकज कुमार सिंह शामिल हैं। यह सभी मंत्री अपने-अपने क्षेत्रों में भाजपा के लिए महत्वपूर्ण जीत हासिल कर चुके हैं और उम्मीद की जा रही है कि वे मिलकर दिल्ली की राजनीति में एक नई दिशा लाएंगे।
शपथ ग्रहण समारोह से पहले मीडिया से बातचीत करते हुए, रेखा गुप्ता ने कहा, “यह बहुत बड़ी जिम्मेदारी है। मुझ पर भरोसा जताने के लिए मैं प्रधानमंत्री मोदी और पार्टी हाईकमान का धन्यवाद करती हूं। मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं दिल्ली की मुख्यमंत्री बनूंगी। मैं शीशमहल में नहीं रहूंगी।”
दिल्ली के मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास को भाजपा ने ‘शीशमहल’ नाम दिया है, यह आवास पहले अरविंद केजरीवाल द्वारा बनवाया गया था। भाजपा ने यह आरोप लगाया है कि केजरीवाल ने इस आवास के निर्माण में नियमों का उल्लंघन करते हुए करोड़ों रुपए खर्च किए। यह मुद्दा भाजपा के चुनावी अभियान का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जिसे उन्होंने चुनावों में बार-बार उठाया।
राजनीति में नई आहट
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना न केवल भाजपा के लिए एक बड़ी जीत है, बल्कि यह दिल्ली की राजनीति में एक नई आहट भी है। भाजपा ने पिछले साल हुए विधानसभा चुनावों में केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को चुनौती दी थी। रेखा गुप्ता की जीत उस समय की राजनीतिक स्थिति को दर्शाती है, जब भाजपा ने विभिन्न मुद्दों को अपने पक्ष में किया था और दिल्ली के लोगों को अपने एजेंडे से जोड़ने में सफल रही थी।
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर
रेखा गुप्ता का राजनीतिक सफर काफी प्रेरणादायक रहा है। शालीमार बाग की विधायक रेखा गुप्ता ने अपनी शिक्षा और पेशेवर पृष्ठभूमि से शुरुआत की। उन्होंने हमेशा से समाज सेवा को प्राथमिकता दी है और अपने क्षेत्र में विभिन्न सामाजिक परियोजनाओं का संचालन किया है। उनके चुनावी अभियान में महिलाओं के अधिकारों, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया था, जिसकी वजह से वे मतदाताओं के बीच लोकप्रिय हुईं।
मुख्यमंत्री बनने की चुनौती
अब जब रेखा गुप्ता मुख्यमंत्री बन चुकी हैं, तो उनके सामने कई चुनौतियाँ होंगी। उन्हें ना केवल अपने कैबिनेट के मंत्रियों के साथ काम करना होगा, बल्कि विभिन्न मुद्दों का समाधान भी करना होगा। दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण, अव्यवस्थित विकास, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और जल आपूर्ति जैसी समस्याएं उनके लिए बड़ी चुनौती होंगी।
रेखा गुप्ता को उम्मीद है कि वे अपने अनुभव और ज्ञान के साथ इन समस्याओं को हल करने में सफल होंगी। उनके समर्थक भी मानते हैं कि वे अपने प्रशासन में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित कर सकती हैं।
दिल्ली की राजनीति का भविष्य
दिल्ली की राजनीति में रेखा गुप्ता की मुख्यमंत्री के रूप में नियुक्ति के साथ, भाजपा को उम्मीद है कि यह कदम उनकी पार्टी की स्थिति को मजबूत करेगा। पिछले कुछ सालों में भाजपा ने दिल्ली में अपने पदों को मजबूती से रखा है, और अब रेखा गुप्ता की अगुवाई में वे और भी मजबूत स्थिति में आनें का प्रयास करेंगे।
भाजपा के नेताओं का मानना है कि रेखा गुप्ता के नेतृत्व में दिल्ली की राजनीति में नई ऊर्जा और दिशा मिलेगी। भाजपा की रणनीति है कि वे अपने चुनावी वादों को पूरा करें और दिल्ली के विकास में तेजी लाएं।
राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय
रेखा गुप्ता का मुख्यमंत्री बनना दिल्ली की राजनीति में एक महत्वपूर्ण अध्याय है। उनका कार्यकाल किस प्रकार से जनता की मांगों और अपेक्षाओं को पूरा करता है, यह आने वाले समय में देखने योग्य होगा। उनके सामने कई चुनौतियाँ हैं, लेकिन उनके समर्थकों को पूरा विश्वास है कि वे अपनी इच्छाशक्ति और मेहनत से इसे निभा पाएंगी। दिल्ली की जनता, जिनकी उम्मीदें अब रेखा गुप्ता पर हैं, यह देखेगी कि क्या वे अपनी सफलताओं की कहानी को आगे बढ़ा पाने में सक्षम होंगी या नहीं।