Sonipat Crime: चुनाव की रंजिश में शुरू हुई दुश्मनी, सोनीपत के मोहाना में अब तक हो चुकी हैं छह हत्याएं

नरेन्द्र सहारण, सोनीपत : Sonipat Crime: कभी शांत माने जाने वाले मोहाना गांव में नौ साल पहले पंचायती चुनाव के दौरान दो गुटों में हुई रंजिश खूनी खेल में बदल गई। नरेंद्र फौजी नाम के युवक की हत्या के बाद दोनों गुट एक-दूसरे के खून के प्यासे हो गए। रंजिश में नौ साल के अंदर छह हत्या हो चुकी हैं जिसमें से दो परिवारों के दो-दो सगे भाइयों की जान जा चुकी है। ये सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है, बल्कि हर हत्या के बाद गांव का माहौल और संगीन होता जा रहा है। अब रवि की हत्या करने वाले हमलावरों ने सरेआम एलान किया है कि पूरे परिवार को खत्म कर हत्याओं का बदला लिया जाएगा। अब ग्रामीणों में भी भय का माहौल बना हुआ है।
शराब के अवैध धंधे पर वर्चस्व की जंग
मोहाना में नौ साल पहले पंचायत चुनाव में अनिल की पत्नी पिंकी और बिजेंद्र आमने-सामने थी। ग्रामीणों के मुताबिक राजनीतिक प्रतिस्पर्धा के चलते गांव में दबदबा कायम करने के लिए बिजेंद्र ने आपराधिक प्रवृत्ति के युवकों को शह देना शुरू कर दिया जिनमें सुनील नाम का युवक भी शामिल था। बिजेंद्र चुनाव हार जाने के बाद सुनील व अन्य युवकों के साथ मिलकर अवैध शराब का धंधा करने लगा। इसका उस वक्त की सरपंच पिंकी के पति अनिल और उसके सहयोगियों ने विरोध किया। आरोप है कि अनिल की शह पर भी अवैध शराब का धंधा हो रहा था। अब चुनावी रंजिश शराब के अवैध धंधे पर वर्चस्व की जंग बन गई। आरोप है कि सरपंच पिंकी के घर पर दूसरे गुट के युवक धमकाने गए। इसी झगड़े में गांव के नरेंद्र उर्फ फौजी की हत्या हो गई। इसमें पिंकी के पति अनिल के साथ ही गांव के अन्य युवकों के नाम सामने आए थे। बाद में सुनील ने बिजेंद्र को छोड़ दूसरे गुट के साथ रहना शुरू कर दिया।
2018 में हुए तिहरे हत्याकांड से तनावपूर्ण है माहौल
शराब के धंधे पर कब्जे को लेकर दूसरे गुटों में झगड़े होने लगे। इसी के चलते पांच, अगस्त, 2018 को सुनील ने प्लाट में लेटे बिजेंद्र पर गोलियां चला दी थी। बचाने आए बिजेंद्र के भाई प्रदीप को भी गोली लगी। वहीं, गोली लगने से सुनील भी घायल हो गया। बाद में उपचार के दौरान सगे भाइयों विजय और प्रदीप व हमलावर सुनील की मौत हो गई थी। तिहरे हत्याकांड के बाद गांव में माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
दो भाइयों की हत्या में युवक काट रहा है उम्रकैद
बिजेंद्र और प्रदीप हत्याकांड में मई, 2023 में अदालत ने सुनील के साथी अक्षय को हत्याओं का दोषी करार दिया था। वह वारदात में सुनील के साथ आया था। उसे उम्रकैद और पांच हजार रुपये जुर्माना तथा अवैध शस्त्र अधिनियम में तीन साल कैद व दो हजार रुपये जुर्माने की सजा सुनाई थी। इसके बाद सितंबर, 2023 में सुनील के भाई आनंद की हत्या हो गई। इस मामले में गांव का दीपक उर्फ मडोरी, दीपक कुमार, सागर, लक्ष्य, अमन, संदीप और अन्य जेल में बंद हैं। मामला अभी अदालत में विचाराधीन है।
अब बदले की आग में हो रही हैं हत्याएं
पिछले साल सुनील के भाई की आनंद की ह़ुई थी हत्या थी। गांव के वृद्धाश्रम के पास 23 सितंबर, 2023 को साइकिल का खेल देखने आनंद की छह गोलियां और चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। आनंद बिजेंद्र और उसके भाई प्रदीप की हत्या में हथियार मुहैया के आरोप में जेल गया था। बाद में वह जमानत पर बाहर आया था। इसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। इसमें बिजेंद्र और प्रदीप के भाई कुलदीप और दीपक सहित 10 से ज्यादा के खिलाफ मामला दर्ज हुआ था। अब रवि की हत्या हुई है। वह आनंद हत्याकांड के आरोपित दीपक का भाई है, जो कि अन्य आरोपितों के साथ जेल में बंद है। अब सुनील और आनंद के पिता बलबीर पर हत्या का षड़यंत्र रचने का आरोप लगा है।
हमलावरों का एलान, खानदान खत्म कर लेंगे बदला
मृतक रवि के चाचा रोहताश ने पुलिस को बताया कि हमलावर ललकार रहे थे कि आनंद की हत्या का बदला तुम्हारे पूरे खानदार को खत्म करके लेंगे। अभी तो एक ही मारा है। रोहताश का दावा है कि उसने एक हमलावर को पहचान लिया है जो कि गांव का रहने वाला टिंकू है। वहीं, आनंद के पिता बलबीर, गांव का नवीन, सुरेश, दीपांशु, अनिल, आर्यन, देवेंद्र, साहिल, कृष्ण, काला, टोला और लविश ने हत्या की साजिश की है। वहीं मोहाना थाना के प्रभारी अरुण कुमार ने कहा कि हालत पर नजर रखी जा रही है। उच्च अधिकारियों को भी स्थिति से अवगत कराया गया है। फिलहाल गांव में स्थिति नियंत्रण में है। पुलिस लगातार ग्रामीणों और पीड़ित परिवार के संपर्क में है।
Tag- Sonipat Crime, election rivalry, Sonipat Mohana,Haryana Police, Mohana Murder