Sonipat News: हत्या कर शव को ठिकाने लगा रहे बाबा की कार फंसी, किसानों ने पकड़कर पुलिस को सौंपा

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी
नरेंद्र सहारण, सोनीपत : Sonipat News: खरखौदा थाना क्षेत्र के नासिरपुर चौलका गांव में बीते शनिवार की रात एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है, जिसने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। यहां के निवासी 60 वर्षीय रवींद्र की हत्या कर शव को फेंकने का मामला प्रकाश में आया है। इस रंजिशपूर्ण घटना में गिरफ्तार आरोपी सतनारायण, जो कि खरखौदा का ही निवासी है, को पुलिस ने हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया है। घटना का मुख्य बिंदु यह है कि आरोपी ने अपने ही साथी रवींद्र की गला दबाकर हत्या की और शव को फेंकने के लिए भाग रहा था, तभी उसकी कार फंस गई और उसकी गिरफ्तारी हो गई।
घटना का विस्तृत विवरण
यह घटना उस समय हुई जब खरखौदा के गांव नासिरपुर चौलका और पास के क्षेत्रों में रहने वाले ग्रामीण अपने दैनिक कार्यों में व्यस्त थे। शनिवार की रात करीब पौने नौ बजे के आसपास का समय था, जब ड्रेन नंबर आठ के पास स्थित खेतों में काम कर रहे किसान विक्रम (जो कि झरोठ गांव का निवासी है) अपने साथियों जोगिंद्र, जितेंद्र और संदीप के साथ खेतों में बने अपने आराम स्थान पर आराम कर रहे थे।
उनके पास एक कच्चा रास्ता था, जो ड्रेन के किनारे से गुजरता था। उस वक्त वह अपने आसपास की गतिविधियों में लगे हुए थे कि तभी उन्हें वहां एक असामान्य दृश्य दिखा। ड्रेन के किनारे एक कार फंसी हुई थी और उस पर एक व्यक्ति बैठा दिखाई दे रहा था।कुछ ही समय में उस व्यक्ति ने कार से उतरकर उनके पास आकर कहा कि वह कार फंस गई है और उसे निकालने में मदद चाहिए। इस व्यक्ति ने अपने आप को सतनारायण नामक व्यक्ति के रूप में प्रस्तुत किया जो कि खरखौदा का निवासी था।
शव का पता चलना और संदेह का जन्म
जब विक्रम और उनके साथियों ने उस व्यक्ति की मदद करने का प्रयास किया, तो जब वे कार को धक्का दे रहे थे, तो उनके पैर सड़क पर पड़े शव से टकराए। यह देखकर सभी के होश उड़ गए। उनके जिज्ञासा और शक के घेरे में आने के कारण, विक्रम ने सतनारायण से उसका नाम और पता पूछना शुरू कर दिया। इस बीच सतनारायण ने अपने आप को खरखौदा का निवासी बताया और शव से जुड़ी बातें करने लगा। हालांकि, इस दौरान विक्रम को शक हुआ कि शायद यह शव घटना से जुड़ा है और संभवतः यह शव हत्या का शिकार है। शक के आधार पर विक्रम ने सतनारायण को तुरंत ही पकड़ लिया और घटना की सूचना तुरंत पुलिस को दी।
पुलिस की भूमिका और शव की पहचान
सूचना मिलते ही पुलिस दल मौके पर पहुंचा। पुलिस ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और शव की शिनाख्त कराई। शव की पहचान नासिरपुर चौलका के 60 वर्षीय रवींद्र के रूप में हुई, जो कि एक अविवाहित व्यक्ति था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि रवींद्र का किसी के साथ कोई विवाद था और संभवतः यह विवाद ही हत्या का कारण बना।
आरोपी का बयान और मामला का खुलासा
पुलिस ने जब सतनारायण से पूछताछ की, तो उसने अपना बयान दिया। उसने बताया कि वह रोहतक मार्ग पर अपने ठिकाने पर रवींद्र के साथ बैठा था। दोनों ने मिलकर नशा किया था। बयान के अनुसार, दोनों के बीच किसी बात को लेकर विवाद हो गया। इस विवाद के दौरान, आरोपी ने अपने ही साथी रवींद्र की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद, उसने शव को अपनी कार में डाल लिया और उसे फेंकने के लिए पास के ड्रेन की तरफ भागा।
कार का फंसना और गिरफ्तारी
शिकायत के मुताबिक जब वह शव को फेंकने के लिए जा रहा था, उसकी कार फंस गई। कार के फंसने की वजह से वह वहां फंस गया और उसकी गिरफ्तारी हो गई। आरोपी ने अपने बयान में यह भी स्वीकार किया कि उसने हत्या का कारण किसी बात का विवाद बताया है, हालांकि पुलिस ने इस बात की पुष्टि अभी नहीं की है कि विवाद का कारण क्या था।
पुलिस की जांच और आगे की कार्रवाई
पुलिस ने आरोपी सतनारायण को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया है। अब इस मामले में विस्तृत जांच जारी है, जिसमें हत्या का मकसद, विवाद का कारण और आरोपी की मानसिक स्थिति का विश्लेषण किया जाएगा। पुलिस ने कहा है कि आरोपी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और आगे की जांच के आधार पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
समाज में प्रतिक्रिया और संवेदनाएं
यह घटना न केवल क्षेत्रीय बल्कि सामाजिक स्तर पर भी गहरी चिंता का विषय बन गई है। ग्रामीणों में इस घटना को लेकर आक्रोश और भय व्याप्त है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यह घटना समाज में नशे की बढ़ती प्रवृत्ति, आपसी विवाद और अपराध के बढ़ते स्तर को दर्शाती है। उनके अनुसार, इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने आवश्यक हैं। वहीं, मृतक रवींद्र के परिवार और करीबी रिश्तेदारों में शोक की लहर है। वे चाहते हैं कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले और ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए समाज को जागरूक किया जाए।
विवाद और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति
यह घटना समाज में अपराध, विवाद और नशे की बढ़ती प्रवृत्ति का उदाहरण है। पुलिस की तत्परता और ग्रामीणों की सतर्कता से आरोपी को गिरफ्तार किया जाना इस बात का प्रमाण है कि जनता और प्रशासन मिलकर ऐसे अपराधों का सामना कर सकते हैं। अंत में यह घटना हमें यह भी सीख देती है कि समाज में आपसी समझ और विवाद निपटाने के लिए बेहतर संवाद और सहनशीलता आवश्यक है, ताकि भविष्य में ऐसे दुखद घटनाओं से बचा जा सके।