Sonipat News: अवैध पटाखा फैक्ट्री में लगी भीषण आग, बच्चे समेत तीन जिंदा जले, नौ की हालत गंभीर

सोनीपत के गांव रिढाऊ में घर के अंदर अवैध पटाखा फैक्टरी में लगी आग के बाद जांच करने पहुंचे पुलिसकर्मी।
नरेन्द्र सहारण, खरखौदा (सोनीपत): Sonipat News: सोनीपत के रिढाऊ गांव में अवैध रूप से चलाई जा रही पटाखा फैक्ट्री में शनिवार सुबह आग लग गई। इसके बाद तेज धमाकों से पूरा गांव दहल उठा। गांव के बीच में स्थित मकान की पहली मंजिल पर चल रही फैक्ट्री की छत गिर गई। इसके आसपास के मकानों की दीवारें भी टूट गईं। हादसे में एक बच्चे व दो महिलाओं की जिंदा जलने से मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, फैक्ट्री मालिक वेदप्रकाश की बेटी सहित नौ लोग बुरी तरह से झुलस गए। सभी को इलाज के लिए पीजीआइ रोहतक में भर्ती करवाया गया है। पुलिस ने लापरवाही का मामला दर्ज कर वेदप्रकाश और उसके बेटे करण को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ करने के साथ घटना के कारणों की जांच की जा रही है। शुरुआती जांच में पता चला है कि पटाखा बनाने के लिए रखे गए विस्फोटक में आग लगी। आग की चपेट में छोटे-बड़े गैस सिलिंडर आकर तेज धमाकों के साथ फट गए।
आग के बाद धमाकों से दहल उठा गांव
गांव के लोगों ने बताया कि वेदप्रकाश पहले इस फैक्ट्री को कहीं और चला रहा था। करीब डेढ़ माह पहले उसने गांव के अपने मकान में ही अवैध रूप से फैक्ट्री शुरू कर दी। इसमें पहले कच्चा माल रखा गया था। दीवाली नजदीक होने के कारण दो दिन पहले पटाखा बनाने का काम शुरू किया गया। इसके लिए उत्तर प्रदेश के बड़ौत से चांद नामक व्यक्ति के जरिये श्रमिक बुलाए गए। फैक्ट्री में गांव की भी कुछ महिलाएं काम करने लगीं। मकान के भूतल पर वेदप्रकाश अपने परिवार के साथ रहता है। इसी में एक कमरा श्रमिकों को रहने के लिए दिया गया था। पहली मंजिल पर पटाखा बनाने का काम शुरू हुआ था।
घायलों को निकालना शुरू किया
शनिवार सुबह करीब नौ बजे धमाकों की आवाज सुनकर गांव के लोग यहां जुट गए। अंदर आग लगी हुई थी। पहली मंजिल भरभराकर गिर चुकी थी। वेदप्रकाश और उसके बेटे सहित कुछ लोग बाहर निकल गए थे। जबकि करीब 12 लोग अंदर फंस गए थे। चीख-पुकार सुनकर स्थानीय लोगों ने घायलों को निकालना शुरू किया। इसी बीच सूचना पाकर पुलिस और प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंच गए। घायलों को एंबुलेंस से पीजीआइ रोहतक भेजा गया। वहीं तीन शव भी निकाले गए। इनकी पहचान रिढाऊ की रहने वाली 60 वर्षीय महिला संतरा, मवाना खुर्द, मेरठ की रहने वाली रुकसाना व चार वर्षीय शिफान के रूप में हुई है। शिफान के माता-पिता हादसे में घायल हुए हैं। संतरा के बेटे श्रीभगवान की शिकायत पर पुलिस ने केस दर्ज किया है। खरखौदा के एसीपी जीत बेलीवाल ने बताया कि दोनों आरोपितों को रविवार को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा।
ये हुए हैं घायल
- 23 वर्षीय याश्मीन पत्नी फरमान
- 18 वर्षीय शिदरा पुत्री इस्लाम
- 21 वर्षीय असरा पुत्री इस्लाम
- 40 वर्षीय इकरा पत्नी इस्लाम
- 28 वर्षीय आशी पुत्र यासीन
- 23 वर्षीय फरमान पुत्र हईयाद
- 27 वर्षीय अंजली पुत्र वेद प्रकाश
- 40 वर्षीय नीलम पत्नी विजेंद्र
- 45 वर्षीय रीना पत्नी रमेश
संकरी गली में बचाव कार्य में बाधा
गली संकरी होने के कारण यहां राहत व बचाव कार्य में बाधा पहुंची। मलबे में फंसे लोगों को निकालने फैक्ट्री तक मशीन नहीं पहुंच पाई। इसके बाद एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। टीम ने मलबे से तीनों शव निकाले।
एसडीएम खरखौदा श्वेता सुहाग ने कहा कि प्राथमिक जांच में पता चला है कि फैक्ट्री के लिए किसी भी विभाग से अनुमति नहीं ली गई है। ग्रामीणों को भी फैक्ट्री के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी।
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