कैथल में 3 लोगों की आत्महत्याकांड का खुलासा, आरोपी पति की धमकियों और घरेलू विवाद का पर्दाफाश

गुड्‌डी और छोटी बेटी पूजा, जिन्होंने सुसाइड कर लिया।

नरेंद्र सहारण, कैथल : Kaithal News : बीते दिनों में हरियाणा के कैथल जिले में एक दर्दनाक और हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर कर रख दिया है। 31 मई की सुबह स्थानीय पुलिस को घर में तीन शव मिलने की जानकारी मिली। यह शव गुड्‌डी देवी, उसकी बड़ी बेटी निशा और छोटी बेटी पूजा का था। तीनों ने जहर खाकर अपनी जान दे दी थी। इस घटना ने न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज को स्तब्ध कर दिया है।

मामले की जांच में यह खुलासा हुआ है कि इस त्रासदी के पीछे घरेलू विवाद, पारिवारिक तनाव और घरेलू हिंसा जैसी ज्वलंत समस्याएं थीं। साथ ही, यह भी पता चला है कि इस घटना के पीछे एक आरोपी पति का नाम सामने आया है, जो विदेश में बैठा है और धमकियों के जरिये परिवार को अपनी गिरफ्त में लेने की कोशिश कर रहा था। इस रिपोर्ट में हम इस जघन्य परिवारिक हादसे का व्यापक विश्लेषण करेंगे, जिसमें आरोपी के खिलाफ केस, परिवार की आर्थिक और सामाजिक स्थिति, और इस दर्दनाक घटना के पीछे छुपे कारणों का विस्तार से जिक्र किया जाएगा।

मृतकों का परिवार और घटना का समय

 

31 मई की सुबह पुंडरी थाना क्षेत्र के एक सामान्य मकान में अचानक ही सन्नाटा छा गया। परिजनों ने जब घर का दरवाजा खोला तो अंदर का नजारा हृदयविदारक था। गुड्‌डी देवी बाथरूम के बाहर मृत अवस्था में पड़ी थी, जबकि उसकी दोनों बेटियां निशा और पूजा कमरे में मृत पाई गईं। सभी ने जहरीला पदार्थ निगल रखा था, जिससे उनकी मौत हो गई। यह घटना परिवार के सदस्यों के लिए एक भयानक सदमे से कम नहीं थी। खासतौर पर इन महिलाओं का आत्महत्या करने का कदम, जिसे परिवार और समाज दोनों ही नहीं समझ पा रहे थे। तुरंत ही पुलिस को सूचित किया गया और घटनास्थल का निरीक्षण किया गया।

मृतकों का पारिवारिक बैकग्राउंड

 

गुड्‌डी देवी का पति जसवंत सिंह का लगभग 15 साल पहले निधन हो चुका है। उसके बाद से उन्होंने अपने दोनों बच्चों बड़ी बेटी निशा और छोटी बेटी पूजा की जिम्मेदारी संभाली। गुड्‌डी ने जमीन बेचकर बच्चों को विदेश भेजा था। निशा का पति जितेंद्र अमेरिका में रहता है और उसकी छोटी बेटी पूजा का भी विवाह अमेरिका में हुआ है। बड़ी बेटी निशा का विवाह 2008 में हुआ था। उसके दो बच्चे हैं। जबकि छोटी बेटी पूजा का विवाह फरवरी 2025 में हुआ था। परन्तु इन दोनों के जीवन में तनाव और विवाद का दौर शुरू हो गया था, जो अंततः इस दुखद अंत पर पहुंचा।

जांच में सामने आए कारण और आरोप

 

पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर यह पाया है कि इस त्रासदी के पीछे घरेलू विवाद, घरेलू हिंसा और धमकियों का हाथ है। खासतौर पर पूजा की सास गुड्‌डी, उसकी बहन निशा और छोटी बेटी पूजा इन तीनों ने अपने अपने जीवन का अंत करने का फैसला किया। आरोप है कि पूजा का पति अनिल कुमार जो इस घटना के बाद से ही बयान दे रहा है ने शिकायत में बताया कि उसकी पत्नी डेढ़ महीने गर्भवती थी। उसकी बड़ी बहन निशा का भी अपने पति जितेंद्र से विवाद चल रहा था।

आरोपी की भूमिका

 

पुलिस के मुताबिक, आरोपी का नाम जितेंद्र उर्फ काला है। वह अमेरिका में है और वहां से ही वह अपनी धमकियां भेज रहा था। अनिल कुमार ने बताया कि फरवरी 2025 में पूजा की शादी के बाद से ही जितेंद्र उसकी पत्नी और परिवार को परेशान कर रहा था। उसने यह भी आरोप लगाया कि जितेंद्र अमेरिका से कई बार कॉल और मैसेज के माध्यम से धमकियां भेज रहा था। कह रहा था कि वह तुझे, तेरी पत्नी और परिवार को बर्बाद कर देगा। इन धमकियों ने घर में तनाव और डर का माहौल बना दिया था।

धमकियों का असर और परिवार पर दबाव

 

अनिल कुमार ने घटना की जानकारी देते हुए कहा कि जब से जितेंद्र ने धमकियां शुरू कीं तब से उनका परिवार डर के साए में आ गया। पूजा, निशा और गुड्‌डी देवी पर लगातार मानसिक दबाव बढ़ रहा था। यह भी पता चला है कि जब पूजा घर पर थी तो उसने अपनी मां और बहनों को बताया था कि आरोपी उसके पीछे पड़ा है और धमकियां दे रहा है। इसके बावजूद भी कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया और परिवार का तनाव बढ़ता गया।

माता-पिता और बहनों का तनाव

 

गुड्‌डी देवी की छोटी बेटी पूजा, उसकी बड़ी बहन निशा, और उसकी मां तीनों ने अपने जीवन का अंत करने का कदम क्यों उठाया? जांच में यह सामने आया है कि इन महिलाओं के जीवन में बहुत ही जटिल घरेलू विवाद और व्यक्तिगत तनाव चल रहा था। बड़ी बेटी निशा का विवाह 2008 में हुआ था, जो अपने पति जितेंद्र से लगातार झगड़े का शिकार थी। आरोप है कि दोनों के बीच मनमुटाव था और तब से ही घर में तनाव का माहौल बना हुआ था।

पति का विदेश में रहना और पारिवारिक तनाव

 

जितेंद्र जो अमेरिका में रहता है विदेश में ही परिवार को धमकियां भेज रहा था। उसकी धमकियों ने घर के माहौल को और भी खराब कर दिया। परिजनों का कहना है कि वह अपने विवादों को घरेलू हिंसा का रूप न दें, इसलिए इस मामले को लेकर अब पुलिस जांच कर रही है।

पुलिस की कार्रवाई और जांच की दिशा

 

पुलिस ने इस मामले में तुरंत ही कार्रवाई की। थाना प्रभारी राजेंद्र कुमार ने बताया कि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार है। रिपोर्ट में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस का कहना है कि वह इस मामले को गंभीरता से ले रही है और आरोपी के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएंगे।

लुक आउट सर्टिफिकेट और गिरफ्तारी का प्रयास

 

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, विधायक सतपाल जांबा ने भी इस मामले में सक्रियता दिखाई है। उन्होंने कहा कि आरोपी जितेंद्र का लुक आउट सर्टिफिकेट निकालवाने के लिए प्रयास किया जाएगा, ताकि आरोपी को जल्द से जल्द कैथल लाकर न्याय के कठघरे में खड़ा किया जा सके।

परिवार के सदस्यों का बयान और आरोप

 

पूजा के पति अनिल कुमार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है कि उसकी पत्नी और सास, दोनों बहनें, आरोपी जितेंद्र की धमकियों और प्रताड़नाओं से तंग आकर आत्महत्या करने को मजबूर हुईं। अनिल ने बताया कि फरवरी 2025 में पूजा की शादी के समय से ही जितेंद्र उन्हें परेशान कर रहा था। वह जान से मारने की धमकी देता था और अपने अमेरिका में होने का हवाला देते हुए कहता था कि वह तुझे और तेरे परिवार को बर्बाद कर देगा।

धमकियों का सिलसिला और तनाव

 

अनिल के मुताबिक, आरोपी ने लगातार फोन, मैसेज और कॉल के माध्यम से धमकियां दीं। वह कहता था कि वह अमेरिका में है और किसी का कुछ नहीं बिगाड़ सकता, लेकिन वह अपने धमकी भरे संदेशों से उन्हें मानसिक रूप से दबाव में लाया।

घरेलू विवाद और तनाव का परिणाम

 

आरोपी की धमकियों और तनावपूर्ण माहौल के कारण, पूजा, निशा और गुड्‌डी देवी ने अपने जीवन का अंत कर लिया। इसके पीछे मुख्य कारण घरेलू विवाद, धमकियां और मानसिक उत्पीड़न ही बताए जा रहे हैं।

परिवार का दर्द और न्याय की पुकार

परिजनों का कहना है कि यह घटना उनके लिए अत्यंत दुखद है। उन्होंने सरकार और पुलिस से अपील की है कि आरोपी को शीघ्र गिरफ्तार किया जाए और कठोर से कठोर सजा दी जाए।

सामाजिक जागरूकता और घरेलू हिंसा का संदर्भ

 

यह घटना हमें यह भी संदेश देती है कि घरेलू हिंसा, धमकियां और मानसिक उत्पीड़न कितने खतरनाक परिणाम ला सकते हैं। समाज को चाहिए कि वह इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता फैलाए और परिवारिक विवादों का समाधान बेहतर तरीके से करें।

परिवार का दुखद अंत और सामाजिक जिम्मेदारी

 

कैथल में हुए इस परिवारिक त्रासदी ने पूरे समाज को झकझोर दिया है। यह घटना यह दर्शाती है कि घरेलू विवाद, धमकियां और मानसिक उत्पीड़न कितनी विनाशकारी हो सकती हैं। यह समय है कि समाज, परिवार और सरकार मिलकर घरेलू हिंसा, धमकियों और मानसिक उत्पीड़न के खिलाफ कड़ा कदम उठाएं। परिवार की एकता और सद्भाव ही इन घटनाओं को रोकने का सर्वोत्तम उपाय है।

आशा और उम्मीद

 

आशा है कि पुलिस की कड़ी कार्रवाई और सामाजिक जागरूकता से इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकेगा। परिवार में प्यार, सहयोग और समझदारी ही सबसे बड़ा सुरक्षा कवच है। यह रिपोर्ट एक करुणामय संदेश है कि हमें अपने परिवारों में प्रेम, सम्मान और संवाद को प्रोत्साहित करना चाहिए, ताकि ऐसी दुखद घटनाओं का अंत किया जा सके।

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