Paris Paralympics 2024: भाला फेंक में पानीपत के नवदीप का रजत सोने में बदला, ईरानी एथलीट अयोग्य करार
नरेंद्र सहारण, पानीपत : Paris Paralympics 2024: पेरिस ओलिंपिक में नीरज चोपड़ा के सिल्वर मेडल के बाद अब पैरालिंपिक में बुआना लाखु के नवदीप ने स्वर्ण पदक जीता। इस पर स्वजनों के साथ ग्रामीणों की खुशी का कोई ठिकाना नहीं रहा। गांव में लड्डू बंटने के साथ आतिशबाजी होने लगे। बेटे के मेडल जीतने पर मां भी भावुक हो गई। उसकी जीत की कामना के लिए रखा व्रत भी मां और भाभी ने लड्डू खाकर खोला। मां मुकेश रानी ने कहा कि बेटे के लिए देशी घी का चूरमा बनाऊंगी। नवदीप 10 सितंबर को भारत लौटेगा।
रजत को स्वर्ण पदक के रूप में अपग्रेड कर दिया
भारत के पैरा भाला फेंक एथलीट नवदीप ने पुरुष भाला फेंक एफ41 स्पर्धा में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। नवदीप ने अपने तीसरे प्रयास में 47.32 मीटर का थ्रो किया जो उनका सर्वश्रेष्ठ थ्रो रहा। हालांकि, इससे पहले नवदीप को रजत पदक विजेता घोषित किया गया था। बाद में ईरानी एथलीट बेत सयाह सादेघ को अयोग्य घोषित कर दिया गया। इस कारण नवदीप का रजत पदक स्वर्ण पदक के रूप में अपग्रेड कर दिया गया। इसी के साथ भारत अब तक इस पैरालंपिक में सात स्वर्ण, 9 रजत और 13 कांस्य पदक समेत 29 पदक जीत चुका है। चीन के पेंगजियांग (44.72 मीटर) को इस स्पर्धा का रजत पदक मिला।
भाई ने पापा का सपना पूरा कर दिया
बड़े भाई मनदीप ने बताया कि पापा दलबीर ने उसको लेकर सबसे ज्यादा मेहनत की। उनका सपना था कि बेटा एक दिन पैरालिंपिक में देश के लिए मेडल जीते। पापा तो ये लम्हा देख नहीं पाए, लेकिन नवदीप ने पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर उनके सपने को साकार कर दिया है। पापा दलबीर का 8 जून 2024 को बीमारी के चलते निधन हो गया था।
मां और भाभी ने रखा था व्रत
नवदीप की जीत की कामना को लेकर मां मुकेश रानी और भाभी आरती ने व्रत रखा था। सुबह उन्होंने पूजा अर्चना की और जैसे ही मैच शुरू हुआ तो टीवी के सामने बैठकर हाथ जोड़कर मन मन में जीत की कामना करती रही। जैसे ही मनदीप का मेडल पक्का हुआ तो उनकी आंखों से खुशी के आंसू निकल आए। दोनों ने भगवान का शुक्र जताने के साथ जीत के लड्डू खाकर अपना व्रत खोला।
तीसरी बारी में फेंका सबसे बेस्ट
फाइनल मुकाबले में नवदीप का पहला राउंड फाउल हो गया। दूसरे में उसने 46.39 मीटर और तीसरे में 47.32 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंका। जोकि पैरालिंपिक का रिकार्ड था। फिर ईरान के सादगेह सायाह ने अपने पांचवें राउंड में 47.64 मीटर का बेस्ट थ्रो फेंका। इससे वो पहले और नवदीप दूसरे नंबर पर आ गया। लेकिन ईरानी खिलाड़ी डिसक्वालीफाई कर दिया गया और नवदीप को गोल्ड मिल गया।
सभी ने एक साथ बैठकर देखा मैच
नवदीप टोक्यो पैरालिंपिक में 0.60 मीटर से चूक गया था और उसे चौथे स्थान से संतोष करना पड़ा था। अबकी बार हर किसी को उससे मेडल की उम्मीद थी। नवदीप भी लगातार अभ्यास कर रहा था। इसलिए मामा, बुआ आदि रिश्तेदार एक दिन पहले ही उनके घर पहुंच गए थे और रात में जैसे ही मैच शुरू हुआ तो सभी टीवी के सामने बैठ गए। जैसे ही नवदीप ने मेडल जीता तो उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं था। हर कोई झूम उठा।
गाजे बाजे के साथ एयरपोर्ट से लाएंगे
बड़े भाई मनदीप ने कहा कि भाई ने पूरी दुनिया में नाम रोशन कर दिया है। उसने करके दिखाया है कि मेहनत कभी बेकार नहीं जाती है, भले फल देर से मिले। ये नवदीप के त्याग का परिणाम है। हमारी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। उसे गाजे बाजे के साथ एयरपोर्ट से गांव तक लाएंगे और सम्मान में समारोह का आयोजन किया जाएगा।
बेटे ने बाप का सपना पूरा कर दिया
मां मुकेश रानी ने फोन पर बातचीत के दौरान हंसते हुए कहा कि बेटे ने अपने बाप का सपना और नाम रोशन कर दिया है। उन्हें गोल्ड की पूरी उम्मीद थी। उसने बताया कि शुक्रवार को नवदीप ने फोन पर कहा था कि मां चिंता मत कर, इतना दूर आया हूं तो खाली हाथ नहीं आऊंगा। मेडल जरूर लेकर आऊंगा। बेटे ने जो कहा वो करके दिखाया है। मुझे उस पर गर्व है।
अपने बेस्ट भी दिया
नवदीप ने पैरालिंपिक में न केवल गोल्ड मेडल जीता है, बल्कि अपना अब तक का बेस्ट थ्रो भी फेंका है। इससे पहले नवदीप ने जापान में आयोजित वर्ल्ड पैरा एथलेटिक्स में अपना 42.82 मीटर बेस्ट थ्रो फेंका था। जबकि अब पैरालिंपिक में 47.32 मीटर बेस्ट थ्रो फेंका है।
कुश्ती छोड़ फेंकना लगा भाला
नवदीप के पिता दलबीर सिंह पहलवान थे। उन्होंने नवदीप को भी कुश्ती के अखाड़े में उतार दिया था, लेकिन पीठ में दर्द के चलते उसे कुश्ती को छोड़ना पड़ा था। लेकिन उसका खेल से मन नहीं हटा और उसने भाला फेंकना शुरू कर दिया। अचानक बीमारी के चलते पिता के निधन से उसे झटका जरूर लगा। लेकिन मां और भाई ने उसे हौसला दिया। वो धीरे धीरे गम से बाहर आया और उसकी सालों की मेहनत रंग लाई। पैरालिंपिक में गोल्ड मेडल जीता।
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन