तहरीक-ए-हुर्रियत UAPA के तहत गैर कानूनी संगठन घोषित, अमित शाह का ऐलान
नई दिल्ली, एजेंसी। जम्मू कश्मीर में अलगाववादी विचारधारा पर मोदी सरकार का सख्त रूख सामने आया है। जम्मू कश्मीर संस्था तहरीक-ए-हुर्रियत को भारत सरकार ने गैर कानूनी संगठन घोषित किया है। इस बारे में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इस कदम के बारे में ट्वीट किया है। बता दें कि नए उप कानून के तहत इसे गैर कानूनी संगठन घोषित किया गया है।
अलगाववादी विचारधारा को बढ़ावा दे रहा था यह संगठन
पिछले कई सालों से जम्मू कश्मीर में अलगाववादी विचारधारा को बढ़ावा देने के लिए तहरीक-ए-हुर्रियत जम्मू कश्मीर काम कर रही थी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर बताया कि तहरीक-ए-हुर्रियत, जम्मू-कश्मीर को UAPA के तहत एक ‘गैरकानूनी संगठन’ घोषित किया गया है।
अमित शाह ने कही यह बात
गृहमंत्री ने अपने पोस्ट मे लिखा कि यह संगठन जम्मू-कश्मीर को भारत से अलग करने और इस्लामिक शासन स्थापित करने की निषिद्ध गतिविधियों में शामिल है। यह समूह जम्मू-कश्मीर में अलगाववाद को बढ़ावा देने के लिए भारत विरोधी प्रचार फैला रहा है और आतंकवादी गतिविधियां जारी रख रहा है। आतंकवाद के खिलाफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी की आतंकवाद और अलगाववाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस पॉलिसी के तहत भारत विरोधी गतिविधियों में शामिल पाए जाने वाले किसी भी व्यक्ति या संगठन को तुरंत विफल कर दिया जाएगा।’
मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर पर लगाया था प्रतिबंध
तहरीक-ए-हुर्रियत जम्मू-कश्मीर सैयद अली शाह गिलानी द्वारा स्थापित एक अलगाववादी संगठन था। इसकी स्थापना 7 अगस्त 2004 को गिलानी द्वारा अपनी पूर्व पार्टी जमात-ए-इस्लामी कश्मीर छोड़ने के बाद की गई थी। इससे पहले 27 दिसंबर को गृह मंत्रालय ने ‘मुस्लिम लीग जम्मू कश्मीर (मसरत आलम गुट)’ MLJK-M को तत्काल प्रभाव से अगले 5 वर्षों के लिए ‘गैरकानूनी संगठन’ घोषित किया था। शाह ने कहा था कि हमारे राष्ट्र की एकता, संप्रभुता और अखंडता के खिलाफ काम करने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा और उसे कानून के पूर्ण प्रकोप का सामना करना पड़ेगा।
43 संगठन आतंकी संगठन घोषित
मालूम हो कि अनलॉफुल एक्टिविटीज प्रिवेन्शन एक्ट (UAPA) के तहत केंद्र सरकार किसी संगठन को ‘गैरकानूनी’ या ‘आतंकवादी’ घोषित कर सकती है। गृह मंत्रालय के मुताबिक, इस समय देश में 43 संगठनों को आतंकी संगठन घोषित किया गया है। इनमें कई खालिस्तानी संगठन, लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, लिट्टे और अलकायदा जैसे संगठन शामिल हैं।