कांग्रेस ने की इजराइल के लिए 10 हजार मजदूरों को भेजे जाने की निंदा, ज्ञापन सौंपा
गाजियाबाद, BNM News। युद्धग्रस्त इजराइल में उत्तर प्रदेश से 10000 मजदूरों को भेजे जाने के विरोध में उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी अल्पसंख्यक विभाग के निर्देश पर महानगर कांग्रेस कमेटी गाजियाबाद ने राज्यपाल के नाम अपर मजिस्ट्रेट शुभांगी शुक्ला को ज्ञापन दिया। अल्पसंख्यक कांग्रेस महानगर अध्यक्ष सैयद वली हसन ने बताया कि अखबारों मैं प्रकाशित बजट के अनुसार युद्धग्रस्त इजराइल सरकार द्वारा अपने देश में निर्माण कार्यों के लिए भारत से मजदूरों की मांग की गई है। इसमें उत्तर प्रदेश सरकार ने 10000 मजदूरों को भेजने का लक्ष्य रखा है। महानगर कांग्रेस कमेटी उत्तर प्रदेश सरकार के निर्णय की निंदा करती है।
मजदूरों को इसराइल भेजना मौत के मुंह में भेजने जैसा
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक कांग्रेस सचिव सलीम अहमद (सैफी) कहां कि केंद्र सरकार उत्तर प्रदेश सरकार की अपने नागरिकों को इसराइल भेजने की नीति अपने नागरिकों को मौत के मुंह में धकेल ने जैसे है और अल्पसंख्यक कांग्रेस इसकी निंदा करती है। इसराइल और फिलीस्तीन के बीच न केवल अभी भी युद्ध चल रहा है बल्कि अब इसमें अन्य देश भी शामिल हो गए हैं और यह एक व्यापक और दीर्घकालिक युद्ध बनता जा रहा है ऐसी स्थिति में अपने नागरिकों की जान को जोखिम में डालकर इसराइल भेजना देश के हित के विरुद्ध तो है ही अमानवीय कृत्य भी है।
भारत माता की जान को जोखिम में ना डालें
उन्होंने कहा कि जैसाकि देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने भारत एक खोज में कहा है कि भारत माता कोई और नहीं इस देश की आवाम है इसलिए प्रदेश सरकार से हम मांग करते हैं कि भारत माता की जान को जोखिम में ना डालें। ज्ञापन देने वालों में युथ कांग्रेस जिलाध्यक्ष आसिफ सैफी, पूर्व महानगर अध्यक्ष मनोज कोशिक, वरिष्ठ कांग्रेस नेता अश्विनी त्यागी, पूर्व महानगर उपाध्यक्ष अमित कुमार बंटी, नंद किशोर, पूर्व महानगर महासचिव मोहित गोंड, जावेद सैफी, आरिफ़ सैफी, इब्राहिम ख़ान आदि मौजूद रहे।