मुख्तार अंसारी की मौत के बाद कई जिलों में धारा 144 लागू, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा, पढ़ें- लेटेस्ट अपडेट

मुख्तार अंसारी (फाइल फोटो)

लखनऊ, बीएनएम न्यूजः Mukhtar Ansari Death News Update: बांदा जेल में बंद बाहुबली मुख्तार अंसारी की हार्ट अटैक से मौत हो गई है। मेडिकल कॉलेज बांदा ने उसकी मौत की पुष्टि की है। पूरे यूपी में पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था सख्त कर दी है। मऊ, गाजीपुर और बांदा जिले में धारा 144 लागू कर दी गई है। माफिया मुख्तार अंसारी (Mukhtar Anshari)की गुरुवार रात अचानक तबीयत बिगड़ने और बांदा मेडिकल कॉलेज (Banda Medical College) में मौत की सूचना मिलते ही डीजीपी मुख्यालय भी हरकत में आ गया और मुख्तार और उसके समर्थकों के प्रभाव वाले पूर्वांचल के चार जिलों को तत्काल अलर्ट कर दिया गया।

गाजीपुर (Ghazipur), मऊ (Mau), आजमगढ़ (Azamgarh) और वाराणसी (Varanasi)में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती शुरू कर दी गयी। वहीं बांदा में भी सुरक्षा बढ़ाते हुए अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती कर दी गयी। सुरक्षा को देखते हुए कई जिलों में धारा 144 लगा दी गई है। शुक्रवार को जुमे की नमाज को देखते हुए पुलिस को खास सतर्कता बरतने का निर्देश दिया गया है। करीब 10.30 बजे मुख्तार की हार्ट अटैक से मृत्यु होने की आधिकारिक जानकारी मिलने तक सारे बंदोबस्त कर लिए गए। उसके शव को पोस्टमार्टम के बाद शुक्रवार को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित पैतृक निवास ले जाने के दौरान भी पुख्ता सुरक्षा बंदोबस्त किया जाएगा।

बांदा की सीमाओं में चेकिंग शुरू है। आने जाने लोगो की चेकिंग हो रही । झांसी शहर में भी पुलिस की सतर्कता बढ़ी है। सभी संवेदनशील स्थानों पर पुलिस फ़ोर्स तैनात है। जगह-जगह फोर्स गश्त कर रही । पैरामिलीट्री फोर्स भी कई जगहों पर गश्त में शामिल है। कानपुर में भी पुलिस की सतर्कता बढ़ी है। सभी संवेदनशील प्वाइंट्स पर फ़ोर्स तैनात है। मऊ में एसपी सहित भारी पुलिस बल  फ्लैग मार्च कर रहे हैं।

अनहोनी की आशंका से छावनी बना बांदा मेडिकल कॉलेज

माफिया मुख्तार को जेल से मेडिकल कॉलेज लाते ही, डीआईजी अमित कुमार, कमिश्नर बालकृष्ण त्रिपाठी के अलावा डीएम व एसपी भी डटे रहे। भारी पुलिस फोर्स, पीएसी और पैरामिलिट्री फोर्स फोर्स ने पूरे मेडिकल कॉलेज को घेर रखा था। कोई भी बाहरी व्यक्ति भीतर नहीं जा सकता था। मेडिकल कॉलेज के मरीजों के पास भी सिर्फ एक-एक तीमारदार को छोड़कर सभी को बाहर कर दिया गया। अधिकारियों को यह भी आशंका रही कि परिजनों के मेडिकल कॉलेज पहुंचने के बाद किसी तरह का हंगामा न हो, इसके लिए भी कई वज्र वाहन और दमकल की गाड़ियां भी मेडिकल कॉलेज के बाहर खड़ी करा दी गईं हैं।

पोस्टमार्टम के लिए पहुंचा शव, परिजनों का इंतजार

मुख्तार की मौत के दो घंटे बाद यानि साढ़े बारह बजे के आसपास उसके शव को मेडिकल कॉलेज से पोस्टमार्टम हाउस पहुंचाया गया। शव के पोस्टमार्टम पहुंचते ही सारा फोर्स भी वहीं तैनात हो गया। पूरे पोस्टमार्टम हाउस की घेराबंदी कर दी गई। बैरिकेडिंग भी लगा दी गई। अभी पोस्टमार्टम शुरू नहीं किया गया है। माना जा रहा है कि कुछ ही देर में मुख्तार के परिजन पहुंच जाएंगे, इसके बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

मुख्यमंत्री आवास पर देर रात बुलाई गई बैठक

मुख्तार अंसारी का दिल का दौरा पड़ने से बांदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। मुख्यमंत्री आवास पर देर रात बैठक बुलाई गई है। चित्रकूट सीमा पर कड़ी सुरक्षा तैनात है। रात में ही एसपी निकले। प्रयागराज कौशांबी फतेहपुर रीवा सतना जिले की सीमा पर पुलिस बल तैनात किया गया। बांदा की ओर आने जाने वालों पर कड़ी नजर और  संदिग्धों की तलाशी की जा रही है।

अफसरों के पास बजते रहे लखनऊ के भी फोन

बांदा मेडिकल कॉलेज में मौजूद कमिश्नर बालकृष्ण त्रिपाठी तो कभी जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल के फोन की घंटी बजती और वे सर, जी सर कहते हुए एक किनारे होकर बात करने लगते। माना जा रहा कि माफिया को मेडिकल कॉलेज लाए जाने से लेकर उसकी मौत और परिजनों के वहां पहुंचने तक की पल पल की खबर लखनऊ में बैठे शासन के अधिकारी यहां से ले रहे थे। यहां के प्रशासन को स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं कि किसी भी तरह की हीलाहवाली नहीं होनी चाहिए। पूरी सुरक्षा व्यवस्था के साथ मुख्तार का शव उसके परिजनों के सुर्पुद कर उसे गाजीपुर के लिए रवाना करा दिया जाए।

हार्ट अटैक से हुई मौत 

करीब ढाई साल से बांदा जेल में बंद पूरब के माफिया मुख्तार अंसारी की गुरुवार देर रात हार्ट अटैक (कार्डिया अरेस्ट) से मौत हो गई। मुख्तार को मौत से करीब तीन घंटे पहले ही इलाज के लिए मंडलीय कारागार से मेडिकल कॉलेज लाया गया था। जहां नौ डॉक्टरों की टीम उसके इलाज में जुटी थी। रात करीब साढ़े दस प्रशासन ने मुख्तार की मौत की सूचना सार्वजनिक की। तब तक मुख्तार के परिवार का कोई सदस्य मेडिकल कॉलेज नहीं पहुंचा था।

मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही पर कई हुए निलंबित

माफिया मुख्तार अंसारी को लेकर ‘बांदा’ जेल हमेशा सुर्खियों में रहीं है। वर्ष 2017 में प्रोटक्शन वारंट पर पंजाब भेजने के मामले में तत्कालीन जेलर रंजीत सिह व डिप्टी तारकेश्वर प्रताप सिह को निलंबित कर दिया गया था। 30 सात जून 2022 को तत्कालीन डीएम अनुराग पटेल, एसपी अभिनंदन ने कारागार का औचक निरीक्षण किया तो मुख्तार की बैरिक में वीवीआईपी ट्रीटमेंट व बाहर से मंगाया गया खाने का सामान मिला। इस मामले में डिप्टी जेलर वीरेश्वर प्रताप सहित चार बंदी रक्षक निलंबित कर दिए गए। मार्च 2023 को कारागार अधीक्षक अविनाश गौतम को मुख्तार अंसारी के गुर्गों की मुलाकात कराने सहित आपत्तिजनक समान पहुंचाने के आरोप में निलंबित कर दिया है। 19 मार्च 2024 को मुख्तार की सुरक्षा में लापरवाही पर जेलर योगेश कुमार, डिप्टी जेलर अर्विंद कुमार व राजेश कुमर को निलंबित कर दिया गया था।

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