Weather Update: उत्तर भारत में कोहरे की मोटी चादर बिछी, दिल्ली में यलो तो पंजाब में रेड अलर्ट

नई दिल्ली, BNM News। Weather Update: उत्तर भारत के कई स्थानों पर मंगलवार रात से कोहरा छाया हुआ है। मध्य प्रदेश से पंजाब तक और गुजरात से बंगाल-ओडिशा तक कोहरे की चादर और मोटी हो गई है। इस दौरान धुंध की अवधि भी बढ़ी है। वातावरण में नमी की अधिकता के चलते सुबह दस बजे तक सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो रहे। धुंध के कारण विमानों की उड़ान तो प्रभावित हुई ही है, ट्रेनों की रफ्तार भी थम सी गई है। उत्तर भारत से होकर गुजरने वाली कई राजधानी व वंदे भारत समेत 25 से अधिक ट्रेनें करीब दो से सात घंटे तक विलंब से चल रही हैं। इस कारण हुए सड़क हादसों ने कई लोगों की जान ले ली है। माना जाता है कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण पहाड़ों में बर्फबारी का असर मैदानी इलाकों में दिख रहा है।

कई जगहों पर शून्य रही दृश्यता

भारत मौसम विभाग (आइएमडी) का मानना है कि मौसम की यह स्थिति अभी दो-तीन दिनों तक रहने वाली है। हालांकि कोहरे की सघनता में धीरे-धीरे कमी आती जाएगी।
अमृतसर, हिसार, दिल्ली, मेरठ एवं ग्वालियर में बुधवार को भी घना कोहरा रहा। कई जगहों पर दृश्यता शून्य तकर पहुंच गई है। इसके चलते दिल्ली में यलो अलर्ट तो पंजाब में रेड अलर्ट जारी करना पड़ा है। हवा चल रही है, लेकिन गति बहुत धीमी के चलते कोहरा छंटने में थोड़ी देर हुई। दिल्ली में आइजीआइ एयरपोर्ट पर लगातार तीसरे दिन बुधवार को भी दृश्यता शून्य रही। इससे उड़ाने प्रभावित हुई हैं। एयरपोर्ट के सभी रनवे पर रनवे विजुअल रेंज (आरवीआर) महज 100 से 125 मीटर रही। पंजाब में दृश्यता शून्य होने के कारण घरेलू और अंतरराष्ट्रीय फ्लाइटें लेट रहीं।

चार घंटे की देरी से रवाना हुई बनारस वंदे भारत

घने कोहरे के कारण रेल यात्रियों की परेशानी बढ़ गई है। बरौनी-नई दिल्ली हमसफर क्लोन एक्सप्रेस, पटना-आनंद विहार टर्मिनल सुपरफास्ट विशेष और गाजीपुर सिटी-आनंद विहार टर्मिनल एक्सप्रेस 12 घंटे से भी ज्यादा विलंब से दिल्ली पहुंचीं। देरी से दिल्ली पहुंचने के कारण हमसफर, राजधानी, शताब्दी और वंदे भारत के साथ अन्य ट्रेनों के प्रस्थान समय में बदलाव करना पड़ा। बुधवार सुबह चलने वाली बनारस वंदे भारत एक्सप्रेस तीन घंटे और शाम को चलने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस चार घंटे की देरी से रवाना हुई।

बढ़ सकती है आंखों में जलन

दिल्ली में मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया कि चार दिन के लिए अलर्ट जारी किया गया है। घने कोहरे में ओस के साथ-साथ पार्टिकुलेट मैटर के कण होते हैं, जो फेफड़े में पहुंचकर सकते हैं, जिससे खांसी, जुकाम व सांस लेने में परेशानी हो सकती है। अस्थमा व ब्रांकाइटिस के मरीजों की परेशानी बढ़ सकती है। इसके अलावा आंखों में जलन हो सकती है, इसलिए घने कोहरे के बीच घर से बाहर न निकलें।

छिटपुट बारिश से और बढ़ेगी ठंड

राजधानी के कई इलाकों में अधिकतम और न्यूनतम तापमान के बीच अंतर महज पांच डिग्री सेल्सियस रहा। इस वजह से दिन में ठंड अधिक रही। पंजाब के कई जिलों में रात का तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक रहा, वहीं दिन का तापमान सामान्य से काफी नीचे आ गया है। मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिमी विक्षोभ के दूसरे दौर के सक्रिय होने के चलते पाक के लाहौर से लेकर भारत के मध्य प्रदेश तक मौसम फिर करवट लेगा। पश्चिमी विक्षोभ 29 दिसंबर को जम्मू-कश्मीर की ऊंची पहाड़ियों तक पहुंचेगा, जिसके चलते पहाड़ों पर बर्फबारी और मैदान में बारिश की स्थितियां बन जाएंगी।

मैदानी क्षेत्रों में हो सकती है छिटपुट बारिश

30 दिसंबर से दो जनवरी तक उत्तर एवं पश्चिमी भारत के मैदानी क्षेत्रों में जहां-तहां छिटपुट बारिश हो सकती है। इससे ठंड बढ़ेगी। इसी दौरान बंगाल की खाड़ी में भी चक्रवातीय स्थिति बनी हुई है। उत्तरी, मध्य एवं पश्चिमी राज्यों के मौसम में बदलाव को बंगाल की खाड़ी से आने वाली हवा भी प्रभावित करेगी। इन क्षेत्रों में दो दिशाओं से आने वाली हवाएं आपस में टकराएंगी, जिससे पंजाब, हरियाणा, गुजरात, राजस्थान, उत्तर प्रदेश एवं मध्य प्रदेश में बारिश होगी। आइएमडी का मानना है कि जनवरी के पहले हफ्ते से ठंड का असर बढ़ने लग जाएगा जो अगले 10-15 दिनों तक रहेगा।

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