West Bengal News: संदेशखाली में TMC नेताओं की गिरफ्तारी की मांग पर लोगों का फिर उग्र प्रदर्शन
कोलकाता, BNM News: बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली के कुछ हिस्सों में शुक्रवार को गुस्साए स्थानीय लोगों ने महिलाओं के यौन शोषण और जबरन जमीन कब्जाने के आरोपित टीएमसी नेताओं की संपत्तियों में आग लगा दी। भीड़ ने स्थानीय टीएमसी नेताओं के घरों में भी तोड़फोड़ की। स्थानीय महिलाएं हाथों में लाठी-डंडे व झाड़ू लेकर सड़क पर उतर गईं। उन्होंने फरार टीएमसी नेता शाहजहां शेख व उसके भाई सिराजुद्दीन शेख की गिरफ्तारी की मांग पर उग्र विरोध प्रदर्शन किया। बता दें कि कल भी लोगों ने उग्र प्रदर्शन किया था।
टीएमसी नेता की जमकर पिटाई की
संदेशखाली के बेड़मजूर, झूपखाली इलाके में प्रदर्शनकारियों ने सिराजुद्दीन के मछली पालन केंद्र के एक अस्थाई भंडार गृह में आग लगा दी। उन्होंने शाहजहां के करीबी एक टीएमसी नेता की जमकर भी पिटाई की। ग्रामीणों को शांत करने के लिए दक्षिण बंगाल के अतिरिक्त महानिदेशक सुप्रतिम सरकार और बारासात रेंज के उप महानिरीक्षक भास्कर मुखर्जी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। टीएमसी नेताओं की गिरफ्तारी की मांग पर स्थानीय लोग सड़क पर आग लगाकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। वहीं कुछ महिलाएं पुलिस की गाड़ी के समक्ष लेट गईं। इस दौरान ग्रामवासियों की पुलिस के साथ कई दफा झड़प हुई।
क्षेत्र में धारा 144 के तहत नए निषेधाज्ञा आदेश
ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस बेकसूर सात लोगों को गिरफ्तार कर ले गई है। एक प्रदर्शनकारी महिला को पुलिस की गाड़ी ने टक्कर भी मार दी है। पुलिस ने आरोपों से इन्कार किया है। संदेशखाली की दो ग्राम पंचायतों के अंतर्गत आने वाले क्षेत्रों में धारा 144 के तहत नए निषेधाज्ञा आदेश दिए गए हैं। वहीं बंगाल के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) राजीव कुमार ने लोगों को चेतावनी दी कि किसी को भी कानून अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए। नहीं तो पुलिस इसके खिलाफ कठोर कार्रवाई करेगी।
एनएचआरसी ने बंगाल सरकार से मांगी रिपोर्ट
वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) की टीम इस दिन संदेशखाली के दौरे पर गई, जहां उसने जमीनी हालात का निरीक्षण किया। लोगों से बातचीत के बाद आयोग के सदस्यों ने कहा कि यहां मानवाधिकारों का घोर उल्लंघन हुआ है। आयोग ने प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया रिपोर्टों पर स्वत: संज्ञान लिया है कि संदेशखाली में निर्दोष और गरीब महिलाओं को परेशान किया गया और उनका यौन उत्पीड़न किया गया। एनएचआरसी ने कहा कि उसने बंगाल के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक को नोटिस जारी कर संदेशखली में हुई हिंसा के संबंध में चार सप्ताह के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
Fresh round of protests have started in #Sandeshkhali. Instead of arresting Shahjahan Sheikh, WB Police randomly picked up the protestors… They barged into their homes and picked up the men.
How dare they protest against Mamata Banerjee and men in her criminal syndicate?… pic.twitter.com/MqlnpnU26W
— Amit Malviya (@amitmalviya) February 23, 2024
पुलिस ने भाजपा महिला मोर्चा की सदस्यों को रोका
इसके अलावा पुलिस ने धारा 144 का हवाला देकर प्रदेश भाजपा के महिला मोर्चा की सदस्यों को धामाखाली में संदेशखाली जाने से रोक दिया। इस दौरान पुलिस से उनकी धक्कामुक्की भी हुई। पुलिस ने महिला मोर्चा की टीम का नेतृत्व कर रही सांसद लाकेट चटर्जी को हिरासत में ले लिया। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया। लाकेट ने मीडिया से बातचीत में टीएमसी सुप्रीमो ममता बनर्जी महिला के नाम पर कलंक हैं। उनके शासनकाल में बंगाल में महिलाओं का मान-सम्मान बेच दिया गया है। संदेशखाली जल रहा है लेकिन मुख्यमंत्री चुप्पी साधे हुई हैं। उन्हें मालूम है कि शाहजहां शेख कहा है। लेकिन वोट बैंक की राजनीति के चलते उसे गिरफ्तार नहीं किया जा रहा है।
संदेशखाली पर चुनाव आयोग को भेजी जा रही दैनिक रिपोर्ट
आगामी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग बंगाल के तनावग्रस्त संदेशखाली के घटनाक्रम पर करीबी नजर रख रहा है। बंगाल के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) के कार्यालय ने वहां के घटनाक्रम पर नई दिल्ली में आयोग के मुख्यालय को दैनिक रिपोर्ट भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। 28 फरवरी को सीईओ कार्यालय के शीर्ष अधिकारी दो जिलों, उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना के अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे।
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