Birsa Munda: PM Modi: पीएम मोदी ने रांची में भगवान बिरसा मुंडा को दी श्रद्धांजलि, 24 हजार करोड़ रुपये की देंगे सौगात

रांची, BNM News: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को झारखंड की राजधानी रांची में भगवान बिरसा मुंडा को श्रद्धांजलि दी। बता दें कि आज भगवान बिरसा मुंडा की जयंती है। प्रधानमंत्री सुबह रांची स्थित भगवान बिरसा मुंडा मेमोरियल पार्क और स्वतंत्रता सेनानी म्यूजियम पहुंचे। इस दौरान प्रधानमंत्री के साथ सीएम हेमंत सोरेन, केंद्रीय जनजातीय कल्याण मंत्री अर्जुन मुंडा और झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन भी मौजूद रहे।

पीएम मोदी ने बिरसा मुंडा की जन्मस्थली का दौरा किया

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को झारखंड के खूंटी जिले में स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलिहातू का दौरा किया और उनकी जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की। उनकी जयंती को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाया जाता है। उलिहातू का दौरा करने वाले पहले प्रधानमंत्री मोदी का स्थानीय लोगों ने ढोल और मांदर जैसे पारंपरिक वाद्ययंत्रों की धुन पर नृत्य करते हुए गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। पीएम मोदी 24 हजार करोड़ रुपये की जनकल्याणकारी योजनाओं का अनावरण करेंगे।

24 हजार करोड़ रुपये की देंगे सौगात

प्रधानमंत्री मोदी जिन 24 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे, उनका फोकस विशेष रूप से कमजोर जनजातीय वर्ग पर रखा गया है। पीएम मोदी झारखंड से ही ‘विकसित भारत संकल्प यात्रा’ की शुरुआत करेंगे। साथ ही पीएम मोदी पीएम किसान योजना के 18 हजार करोड़ रुपये की किस्त भी जारी करेंगे। साथ ही वह राज्य में 7200 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का भी शिलान्यास करेंगे। पीएम मोदी ने झारखंड दिवस को लेकर कहा ‘झारखंड अपने खनिज खनन के साथ ही बहादुरी, साहस और आत्मसम्मान के लिए भी जाना जाता है। यहां मेरे परिवारजनों ने देश की तरक्की में अहम योगदान दिया है। मैं स्थापना दिवस के मौके पर झारखंड के लोगों को शुभकामनाएं देता हूं और उनके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।

इन प्रोजेक्ट्स का करेंगे उद्घाटन

24 हजार करोड़ रुपये की योजनाओं के तहत सड़कों, टेलीकॉम कनेक्टिविटी, बिजली, साफ पानी और मकानों की सौगात दी जाएगी। साथ ही झारखंड के लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण संबंधी योजनाएं भी शुरू की जाएंगी। ये योजनाएं उन इलाकों में फोकस होंगी, जहां जनजातीय वर्ग रिमोट इलाकों में दुनिया से अलग-थलग रहते हैं। पीएम मोदी आईआईएम रांची के नए कैंपस, आईआईटी-आईएसएम धनबाद के नए हॉस्टल, बोकारो में पेट्रोलियम ऑयल डिपो की सौगात देंगे। साथ ही हाटिया-पाकरा, तालगढ़िया-बोकारो और जारंगडीह-पतरातू सेक्शन के रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण जैसे प्रोजेक्ट का उद्घाटन करेंगे।

जानें- भगवान बिरसा मुंडा के बारे में

भगवान बिरसा मुंडा के नाम से जाने वाले बिरसा मुंडा, मुंडा जाति से संबंधित हैं। इन्होंने अंग्रेज शासकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी एवं मुंडा आदिवासियों के हित की रक्षा की थी। भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास में बिरसा मुंडा का एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है।  बिरसा मुंडा का जन्म 15 नवंबर 1875 में रांची के झारखंड में हुआ था। बिरसा मुंडा एक आदिवासी नेता एवं लोक नायक के रूप में जाने जाते थे। मुंडा जाति से संबंध रखने के कारण उन्हें बिरसा मुंडा कहा जाता था। बिरसा के पिता सुगना मुंडा धर्म प्रचारकों के सहयोगी थे, जिसके कारण से वे भी धीरे-धीरे धर्म प्रचारक के रूप में सामने उभर कर आए, बिरसा मुंडा ने अपने शुरुआती पढ़ाई जर्मन मिशन स्कूल चाईबासा से कि, यहां पर स्कूलों में धर्म का मजाक उड़ाने के कारण से इन्हें स्कूल से निकाल दिया गया। बरसा मुंडा के द्वारा अनुयायियों को संगठित कर उन्हें दो दल बनाए थे जिसमें से एक दल उनके धर्म के प्रचार के लिए था और दूसरा राजनीतिक कार्य करने के लिए  अपॉइंट किया गया था। किसानों के शोषण को रोकने के लिए जमींदारों के विरुद्ध लड़ाई लड़ी, भीड़ इकट्ठा होने के कारण बिरसा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया, लेकिन गांव वालों ने उन्हें वापस छुड़वा लिया था जिसके बाद उनको दोबारा गिरफ्तार किया गया और हजारीबाग के जेल में बंद किया गया जहां वे एक करीब 2 साल तक कैद रहे।  24 दिसंबर 1899 में शुरू हुए आंदोलनों से तीर के माध्यम से पुलिस थाने पर हमला किया था और वहां आग लगा दी थी। सेना के साथ उनकी सीधी मुठभेड़ हुई थी, जिसके कारण से गोली लगने पर बिरसा मुंडा के बहुत से साथ ही मारे गए और मुंडा जाति के दो व्यक्तियों ने धन के लालच में आकर बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करवा दिया था। जहां 9 जून1900 में बिरसा मुंडा की मृत्यु हो गई।

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