माफिया मुख्तार अंसारी की मौत की होगी न्यायिक और मजिस्ट्रियल जांच, योगी सरकार ने दिए आदेश
लखनऊ/बांदा, BNM News : Mukhtar Ansari Death: उत्तर प्रदेश की बांदा जेल में बंद रहे माफिया मुख्तार अंसारी की मौत मामले में न्यायिक और मजिस्ट्रियल (Judicial And Magisterial inquiry) जांच के आदेश योगी सरकार ने दिए हैं। जिला कारागार बांदा के वरिष्ठ अधीक्षक की न्यायिक जांच की मांग पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट भगवान दास गुप्ता ने अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एमपी-एमएलए कोर्ट गरिमा सिंह को जांच अधिकारी नियुक्त कर एक माह में रिपोर्ट मांगी है। जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल ने अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व राजेश कुमार को मजिस्ट्रीयल जांच सौंपकर 15 दिन में रिपोर्ट देने के लिए कहा है। वहीं मुख्तार के बेटे उमर ने जिलाधिकारी को पत्र लिखकर मौत को स्वाभाविक न मानकर सुनियोजित हत्या का आरोप लगाया है।
हृदय गति रुकने से मुख्तार की मौत की पुष्टि
मुख्तार की गुरुवार रात मौत के बाद शुक्रवार दोपहर एक बजे तीन मजिस्ट्रेट, पांच सदस्यीय डाक्टरों के पैनल ने सीएमओ समेत वरिष्ठ अफसरों की निगरानी में पोस्टमार्टम शुरू किया। पांच डाक्टरों के पैनल ने हृदय गति रुकने से उसकी मौत होने की पुष्टि की। पोस्टमार्टम हाउस के बाहर माफिया के गुर्गे जरूर दिखे, पर अपनों में बेटा-बहू ही आए। मुख्तार का शव शाम को कड़ी सुरक्षा में सौ वाहनों के काफिले के साथ चित्रकूट व प्रयागराज के रास्ते गाजीपुर के मोहम्मदाबाद रवाना किया गया। उसका शव शनिवार सुबह पैतृक कस्बा मुहम्मदाबाद के कालीबाग कब्रिस्तान में सिपुर्द-ए-खाक किया जाएगा।
गुरुवार रात बिगड़ी थी तबीयत
बांदा जेल में सात अप्रैल, 2021 से बंद माफिया मुख्तार अंसारी की तबीयत गुरुवार रात बिगड़ी थी। 8:25 बजे रानी दुर्गावती मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया, जहां उसकी मौत हो गई। कड़ी सुरक्षा में उसका शव देर रात 12:24 बजे पोस्टमार्टम हाउस लाया गया। प्रशासन ने शुक्रवार आठ बजे से पोस्टमार्टम कराना तय किया, लेकिन डाक्टरों के पांच सदस्यीय पैनल में एसजीपीजीआइ लखनऊ के एक चिकित्सक के पहुंचने में विलंब हो गया। सीएमओ एके श्रीवास्तव निगरानी में जिला अस्पताल बांदा के डा. एसडी त्रिपाठी, डा. महेश गुप्ता, डा. विकासदीप बिलाटिया और मेडिकल कालेज के डा. मुकेश बंसल ने पोस्टमार्टम किया। 3:52 बजे पोस्टमार्टम से बाहर निकले डाक्टरों ने हृदयगति रुकने से मृत्यु की पुष्टि की। इसके साथ ही असल वजह जानने के लिए हृदय व शरीर के अहम अंगों का विसरा सुरक्षित कर लिया। 4:40 बजे मुख्तार का शव बेटे उमर को सौंपा गया।
बेटे का आरोप, सुनियोजित हत्या
मुख्तार अंसारी के बेटे उमर अंसारी की ओर से जिलाधिकारी दुर्गा शक्ति नागपाल को दिए गए पत्र में कहा गया है कि उन्होंने पहले ही कोर्ट को बताया था कि पिता को जेल में जहर दिया जा रहा है। दिल्ली एम्स के डाक्टरों से पोस्टमार्टम कराएं। उसने आरोप लगाया कि दबाव के चलते इलाज सही नहीं हुआ। पत्र में ये भी बताया कि 21 मार्च को ही बाराबंकी और मऊ एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी के दौरान अधिवक्ता ने जहर दिए जाने की जानकारी दी थी। 40 दिन पहले भी उन्हें जहर दिया गया था। 26 मार्च को हालत बिगड़ने पर अस्पताल पहुंचा पर पिता से मिलने नहीं दिया गया। अधिकारी इस संबंध में चुप्पी साधे रहे।
अखिलेश व मायावती ने की जांच की मांग
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने मुख्तार अंसारी की मौत की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। सपा मुखिया ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज की निगरानी में कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश ‘सरकारी अराजकता’ के सबसे बुरे दौर से गुजर रहा है। ये यूपी में ‘कानून-व्यवस्था का शून्यकाल है।’