Chandigarh News: जिस पिस्टल से ओलिंपिक में लगाना है निशाना, उसके लिए महीनाभर लगाए डीसी आफिस के चक्कर, जानें क्या है मामला

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ : Chandigarh News: पेरिस ओलिंपिक में हिस्सा लेने वाले शूटर विजयवीर सिंह सिद्धू (Vijayveer Sidhu) को बहुत परेशानी के बाद पिस्टल खरीदने की अनुमति मिली गई है। जब इस मामले को लेकर प्रशासन के सीनियर अधिकारियों से जवाब तलब किया गया, तो सुस्त रवैया दिखाने वाले अधिकारी हरकत में आए और उन्होंने देर शाम विजयवीर सिंह सिद्धू को पिस्टल खरीदने की अनुमति दे दी।

नई पिस्टल को आयात करना था

 

विजयवीर ने बताया कि ओलिंपिक में अपने बेहतर प्रदर्शन के लिए उन्हें एक नई पिस्टल की जरूरत थी, जिसे उन्हें आयात करना था। पिस्तौल की कीमत लगभग 10.60 लाख रुपये है, लेकिन प्रशासन से खरीद की अनुमति के बिना सीमा शुल्क की मंजूरी नहीं मिल सकती थी, मैंने इसके लिए मई में आवेदन किया था। पहले अधिकारी लोकसभा चुनाव के कारण आचार संहिता का हवाला देते रहे और चुनाव के बाद भी आनाकानी करते रहे। बहरहाल शुक्रवार शाम को उन्हें अनुमति मिल गई।

शुक्र है इससे ज्यादा देरी नहीं हुई

 

विजयवीर सिद्धू ने कहा कि ओलिंपिक बड़ा टूर्नामेंट है, इसलिए वह इस प्रतियोगिता में कोई रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। उनके पास कई पिस्टल हैं, लेकिन वह ओलिंपिक में नए पिस्टल से खेलना चाहते हैं, नए पिस्टल का बैरल अच्छा और साफ्ट होता है, इसलिए यह पिस्टल उनके लिए बेहद जरूरी था। प्रशासन से मंजूरी मिलने में यकीनन देरी हुई, लेकिन इससे मेरी तैयारी प्रभावित नहीं हुई है। पेरिस ओलिंपिक का आगाज 26 जुलाई को है, अभी महीना है, अगले 10 दिन में पिस्टल मुझे मिल जाएगा, अगर इससे ज्यादा देरी होती, तो यकीनन मेरे लिए बहुत देर हो जाती।

बेवजह ही अनुमति देने में हुई देरी

शूटर सिद्धू 25 मीटर रैपिड फायर पिस्टल में विश्व के 17वें नंबर के खिलाड़ी हैं। अपने शूटिंग करियर में वर्ल्ड चैंपियनशिप में चार गोल्ड मेडल और एक ब्रांज मेडल जीता है। शूटिंग वर्ल्ड कप में एक गोल्ड और तीन सिल्वर मेडल जीते हैं। जूनियर वर्ल्ड कप में एक गोल्ड मेडल जीता है। आइएसएसएफ जूनियर कप में दो गोल्ड और एक ब्रांज मेडल जीता है। एशियन चैंपियनशिप में एक सिल्वर और एक ब्रांज मेडल जीता है, बावजूद इसके उनके आवेदन करने के साथ लिखित रूप में एक अनुरोध करने के बावजूद भी अनुमति देने में इतनी देरी होना समझ से परे है।

यह है हथियार आयात करने की प्रक्रिया

हथियार आयात करने के लिए नेशनल राइफल एसोसिएशन आफ इंडिया (एनआरएआइ) की तरफ से परमिट लेना जरूरी होता है। इसके साथ डीलर को आगे की पुष्टि करने के लिए खरीद की मंजूरी की आवश्यकता होती है। खरीद की मंजूरी के बाद डीलर ग्राहक को भुगतान प्रक्रिया शुरू करने और हथियार आयात करने के लिए सूचित करता है, जो सीमा शुल्क विभाग के माध्यम से मालिक तक पहुंचता है।

अब पूरा फोकस ओलिंपिक तैयारी पर रहेगा

विजयवीर ने इसी साल जनवरी में जकार्ता (इंडोनेशिया) में आयोजित एशियाई शूटिंग चैंपियनशिप 2024 के फाइनल में जगह बनाकर 25 मीटर रैपिड-फायर पिस्टल स्पर्धा में पेरिस ओलिंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। इसके बाद भोपाल में आयोजित ओलिंपिक चयन ट्रायल में बेहतर प्रदर्शन करते हुए उन्होंने पेरिस ओलिंपिक का टिकट हासिल किया था। उन्होंने कहा कि पेरिस ओलिंपिक की तैयारी पूरे जोरशोर से चल रही है और अभी उनका पूरा फोकस इसी प्रतियोगिता पर है।

 

 

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