CM of Rajasthan: राजस्थान में कौन बनेगा मुख्यमंत्री? वसुंधरा के घर 20 विधायकों की बैठक, दिल्ली पहुंचे बाबा बालकनाथ
जयपुर, BNM News: राजस्थान के चुनाव में भाजपा 116 सीटों पर जीत के साथ सत्ता में वापस लौटी है। वहीं, कांग्रेस 68 सीटों के साथ कांग्रेस ने सत्ता गंवा दी है। भाजपा पूर्ण बहुमत के साथ सरकार बनाने की ओर है। भाजपा ने राजस्थान का चुनाव सीएम पद के लिए किसी नेता का चेहरा आगे किए बिना लड़ा था। साल 2003 से ही वसुंधरा राजे राजस्थान में भाजपा का चेहरा रही हैं। लेकिन पार्टी ने इस बार उनका चेहरा आगे करने से परहेज किया। राजस्थान चुनाव जीतने के बाद अब चर्चा शुरू हो गई है कि भाजपा सरकार की बागडोर किसके हाथों में होगी? मुख्यमंत्री कौन बनेगा? मुख्यमंत्री के चयन को लेकर राजस्थान में हलचल तेज हो गई है। बाबा बालकनाथ इस समय दिल्ली में है। संसद सत्र में भाग लेने के कारण उन्हें दिल्ली आना पड़ा है। वहीं, कयास लगाया जा रहा है कि केंद्रीय नेतृत्व के कहने पर उन्होंने दिल्ली का रुख किया है। सियासी गलियारों में चर्चा है कि उत्तर प्रदेश की तरह राजस्थान में भी एक योगी (बाबा बालकनाथ) की जरूरत है।
वसुंधरा राजे सक्रिय, पार्टी के 20 विधायक उनके घर पहुंचे
वसुंधरा राजे मतदान के बाद से जिस तरह एक्टिव नजर आ रही हैं, मतगणना से ठीक पहले देर रात तक मीटिंग की। उसे उनकी ओर से ड्राइविंग सीट पर होने का मैसेज देने की कोशिश माना जा रहा है। राजस्थान में भाजपा का सबसे बड़ा, सबसे लोकप्रिय चेहरा रहीं वसुंधरा का ग्राफ गिरा भी है। ऐसे में ये सवाल वाजिब भी है- राजस्थान में सीएम का ताज वसुंधरा राजे के ही सिर सजेगा या पार्टी किसी नए चेहरे पर दांव लगाएगी? इन सब के बीच सोमवार को वसुंधरा राजे के घर 20 से ज्यादा भाजपा विधायक पहुंचे हैं। भाजपा विधायक बहादुर सिंह कोली जयपुर में वसुंधरा राजे आवास के अंदर जाते हुए बोले कि वसुंधरा राजे को ही सीएम बनना चाहिए। लेकिन उन्होंने कहा कि वह पार्टी के फैसले के साथ हैं। भाजपा के नवनिर्वाचित जहाजपुर से आने वाले विधायक गोपीचंद मीणा ने वसुंधरा राजे से मुलाकात की और कहा कि लोग वसुंधरा राजे को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहते हैं। ब्यावर से आने वाले विधायक सुरेश रावत भी वसुंधरा राजे से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि वसुंधरा ने पहले बहुत अच्छा काम किया है, लेकिन सीएम आलाकमान जिसे बनाए हम पार्टी के साथ।
सीएम के सवाल पर बालकनाथ ने क्या कहा
राजस्थान में सीएम पद के लिए कई चेहरे रेस में है जिसमें एक नाम तिजारा से चुनाव जीतने वाले महंत बाबा बालकनाथ का भी हैं। बाबा बालकनाथ के समर्थक उन्हें यूपी का योगी आदित्यनाथ कहकर भी बुलाते हैं। ऐसे में तिजारा विधानसभा सीट से 6,173 वोटों से चुनाव जीतने वाले बाबा बालकनाथ भी मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में शामिल हैं। ऐसे में जब चुनाव नतीजे आने के बाद पत्रकारों ने उनसे मुख्यमंत्री बनने को लेकर सवाल पूछा तो बाबा बालकनाथ ने कहा, ‘हमारे मुख्यमंत्री, हमारे प्रधानमंत्री, हमारा सबुकछ पीएम नरेंद्र मोदी हैं और सब उनके मार्ग दर्शन में चलेगा। उनकी देखरेख में उनकी विजन के साथ हमारा प्रदेश आगे बढ़ेगा।
दीया कुमारी भी मुख्यमंत्री की रेस में
जयपुर राजघराने की दीया कुमारी को भी वसुंधरा राजे सिंधिया के विकल्प के रूप में देखा जा रहा है। दीया कुमारी सांसद हैं और भाजपा ने इस बार उन्हें भी विधानसभा चुनाव में उम्मीदवार बनाया था। दीया कुमारी जयपुर जिले की विद्याधर नगर सीट से चुनाव मैदान में उतरी हैं। इस सीट को भाजपा का गढ़ माना जाता है। इस सीट से पूर्व उपराष्ट्रपति और राजस्थान भाजपा का पितामह कहे जाने वाले भैरो सिंह शेखावत के रिश्तेदार नरपत सिंह राजवी निवर्तमान विधायक हैं लेकिन इस बार पार्टी ने नरपत की सीट बदल दी। दीया कुमारी को अपेक्षाकृत सेफ सीट से उम्मीदवार बनाया जाना भी इस चर्चा को और हवा दे रहा है कि क्या महारानी (वसुंधरा राजे) का विकल्प बीजेपी महारानी (दीया कुमारी) के रूप में देख रही है?
इन नेताओं के नाम की भी चर्चा
राजस्थान में भाजपा की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए वसुंधरा के अलावा इन तीन नेताओं के नाम की चर्चा है ही, गजेंद्र सिंह शेखावत और भूपेंद्र चौधरी समेत कुछ और नेता भी सीएम की रेस में शामिल माने जा रहे हैं। कहा तो ये भी जा रहा है कि अर्जुनराम मेघवाल, अश्विनी वैष्णव या सुनील बंसल जैसे कद्दावर नेताओं में से भी किसी को भाजपा नेतृत्व राजस्थान की सत्ता संभालने के लिए जयपुर भेज सकता है। अर्जुनराम मेघवाल का नाम जिस तरह से पीएम मोदी ने कई जनसभाओं में लिया, उसकी वजह से भी सीएम पद पर उनकी दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।