कैथल में विदेश भेजने के नाम पर 4 युवकों से धोखाधड़ी: 1.20 करोड़ की ठगी, अमेरिका भेजने का दिया झांसा

नरेंद्र सहारण, कैथल: Kaithal News: देश में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी की घटनाएं अक्सर सुर्खियों में रहती हैं मगर कैथल जिले में एक नई और जटिल धोखाधड़ी का मामला सामने आया है जिसने क्षेत्र में सनसनी फैला दी है। चार युवाओं को अमेरिका भेजने के नाम पर लाखों रुपये हड़पने का मामला प्रकाश में आया है, जिसमें आरोपी ने उन्हें पहले दुबई और फिर अफ्रीका के देशों में रखकर उनसे उनका पैसा वसूल किया और जब वापस लौटने पर पैसा मांगा तो जान से मारने की धमकी दी। इस पूरे प्रकरण ने संबंधित पुलिस विभाग को गंभीरता से जांच शुरू करने पर मजबूर कर दिया है, ताकि पीड़ितों को इंसाफ मिल सके और आरोपी को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जा सके।
मामले का संक्षिप्त विवरण
यह मामला गांव भाणा निवासी सलिंद्र कुमार के द्वारा कलायत थाना में दर्ज कराई गई शिकायत से प्रकाश में आया है। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि अपने चार साथियों के साथ मिलकर उसने एक व्यक्ति, पंकज कुमार, के जरिए विदेश भेजने के नाम पर लाखों रुपये गंवाए हैं। आरोप है कि आरोपी ने युवकों को अमेरिका भेजने का झांसा देकर झांसे में लिया, लेकिन वास्तव में उन्हें दुबई और अफ्रीकी देशों में फंसाया। आरोपियों ने महीनों तक इन युवाओं को वहां रखा और जब वापस भारत आने के लिए कहा तो धमकी दी कि यदि पैसा वापस नहीं किया तो जान से मार दिया जाएगा।
आरोपी और उसकी भूमिका
शिकायतकर्ता सलिंद्र कुमार ने बताया कि उसकी मुलाकात दिल्ली में 2022 में पंकज कुमार से हुई। पंकज ने खुद को विदेश भेजने का व्यवसायी बताया और युवाओं के परिवारवालों को भरोसा दिलाया कि वह उन्हें अमेरिका भेजने का काम करेगा। बातचीत के दौरान, आरोपी ने स्वयं, उसके मामा के लड़के साहिल, सुशील कुमार व विनोद निवासी मटौर के साथ मिलकर, 42 लाख रुपये में युवाओं को अमेरिका भेजने का सौदा तय किया।
आरोपी की योजना और पैसे का लेन-देन
शिकायत के अनुसार, अप्रैल 2022 में आरोपी ने युवाओं के दस्तावेज लेकर उन्हें 42 लाख रुपये ले लिए। यह रकम युवाओं को अमेरिका भेजने के नाम पर ली गई थी। आरोपी ने initially कहा कि वह युवाओं को डंकी रूट से अमेरिका भेजेगा, जो कि एक खास ट्रांसपोर्ट सिस्टम है।
दुबई में रखकर खर्च और इंतजार
आरोपी ने युवकों का दस्तावेज लेकर, उन्हें पहले दुबई भेजा। वहां करीब दो माह तक उन्हें रखा गया। इस दौरान युवाओं ने अपने खर्चे पर रहकर वहां का जीवन बिताया। इस बीच, आरोपी ने उन्हें जल्द ही आगे भेजने का आश्वासन दिया, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अंततः, दो महीने बाद युवाओं को अपनी आर्थिक स्थिति और अन्य कारणों से भारत वापस लौटना पड़ा।
अधिक पैसे लेकर अफ्रीका भेजना
वापसी के बाद आरोपी ने फिर से युवाओं को झांसा दिया कि यदि वे 8 लाख रुपये और देंगे, तो वह उन्हें अमेरिका भेज देगा। युवाओं ने यह रकम भी आरोपी को दी। जुलाई 2022 में, आरोपी ने युवकों से फिर से पैसा लेकर उन्हें अफ्रीकी देश कांगो भेज दिया।
अफ्रीका में रहने का अनुभव
युवाओं को कांगो में करीब दो महीने तक रहना पड़ा। वहां पर भी उन्हें बहुत इंतजार करवाया गया और किसी तरह के कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिए गए। इस दौरान युवाओं को अपनी मेहनत की कमाई और जमा पूंजी का नुकसान हुआ।
पीड़ित युवाओं की वापसी और धमकी
अंत में युवाओं को अपने खर्चे पर भारत लौटना पड़ा। इस दौरान उनके पास न तो सही दस्तावेज थे और न ही कोई सुरक्षित रास्ता। वापसी के दौरान उन्हें भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा।
पैसे की मांग और धमकी
जब युवाओं ने अपने पैसे वापस मांगे तो आरोपी ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी। पीड़ित युवाओं का कहना है कि धमकी के बाद वे बहुत डर गए और उनके मन में भय घर कर गया।
पुलिस की कार्रवाई
शिकायत मिलने के तुरंत बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए कार्रवाई शुरू की। कलायत थाना के एसएचओ राजेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।
जांच का दायरा
पुलिस अब आरोपी की तलाश कर रही है और उसकी भूमिका का विश्लेषण कर रही है। साथ ही, बाकी साथियों और संदिग्ध व्यक्तियों की भी जांच की जा रही है ताकि पूरे मामले का पर्दाफाश किया जा सके।
मामले के पीछे की मुख्य बातें
धोखाधड़ी का तरीका: युवाओं को विदेश भेजने का झांसा देकर लाखों रुपये हड़पना।
झूठे वादे: अमेरिका भेजने का वादा और फिर दुबई व अफ्रीका में फंसाना।
आर्थिक नुकसान: युवाओं का पैसा न लौटाना और लगातार फंसाते रहना।
मानसिक और शारीरिक धमकी: पैसा न देना पर जान से मारने की धमकी।
प्रभावित युवाओं का अनुभव: महीनों तक विदेशों में फंसना और वापसी के बाद भी डर का माहौल।
सम्भावित कारण और आवश्यक कदम
यह मामला केवल एक धोखाधड़ी का मामला नहीं है बल्कि यह भारत में विदेश भेजने के नाम पर होने वाली अवैध गतिविधियों का एक बड़ा उदाहरण है। ऐसे मामलों में पीड़ितों का सही तरीके से मदद करना और दोषियों को कठोर सजा देना आवश्यक है।
कानूनी कार्रवाई: आरोपियों की गिरफ्तारी और कड़ी सजा।
पीड़ितों को मुआवजा: आर्थिक नुकसान की भरपाई करने के प्रयास।
सावधानी बरतने के उपाय: लोगों को जागरूक करना कि विदेश भेजने के नाम पर कोई भी पैसा न दें, जब तक कि पूरी प्रक्रिया का सत्यापन न हो।
सरकार की भूमिका: ऐसे मामलों में जांच तेज करना और अवैध एजेंसियों पर कार्रवाई करना।
विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी
यह मामला हमारे देश में विदेश भेजने के नाम पर होने वाली धोखाधड़ी की जटिलता और उसकी गंभीरता को दर्शाता है। युवाओं का भरोसा तोड़ा गया है साथ ही उनके आर्थिक व मानसिक नुकसान भी हुए हैं। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और जनता की जागरूकता ही ऐसे मामलों को रोकने का कारगर उपाय है। उम्मीद है कि जल्द ही आरोपी गिरफ्तार होंगे और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। यह मामला एक बार फिर करता है कि विदेश भेजने के नाम पर किसी भी तरह का लेन-देन करने से पहले पूरी जानकारी और भरोसेमंद एजेंसी का चयन करना जरूरी है। नहीं तोन सिर्फ पैसा गया बल्कि मनोबल भी गिर सकता है।