प्रधानमंत्री आवास के पास फुटपाथ पर पद्मश्री अवॉर्ड रखकर लौटे बजरंग पुनिया
नई दिल्ली, BNM News: Bajrang Punia: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा सांसद बृज भूषण शरण सिंह के करीबी संजय सिंह को भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बनने के बाद जंतर- मंतर पर प्रदर्शन करने वाले पहलवानों में निराशा है। अध्यक्ष बनने के कुछ ही घंटों में ओलंपिक पदक विजेता साक्षी मलिक ने संन्यास का ऐलान कर दिया था। अब ओलिंपिक मेडल विजेता बजरंग पूनिया ने पद्म श्री अवॉर्ड लौटने का फैसला किया है। इस बार बजरंग ने सिर्फ ऐलान ही नहीं किया, बल्कि भारत सरकार की ओर से दिए गए इस सम्मान को लेकर सीधे प्रधानमंत्री आवास तक पहुंच गए। जब वहां पुलिस ने उन्हें रोका तो पुनिया ने वहीं फुटपाथ पर अपना पद्मश्री मेडल रख दिया।
बजरंग पुनिया ने पीएम मोदी को लिखा पत्र
टोक्यो ओलिंपिक में पदक जीतने वाले बजरंग पूनिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर पुरस्कार लौटाने का एलान किया। उन्होंने पीएम मोदी के नाम पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा कि मैं अपना पद्मश्री पुरस्कार प्रधानमंत्री जी को वापस लौटा रहा हूँ। कहने के लिए बस मेरा यह पत्र है। यही मेरी स्टेटमेंट है।
कुश्ती पहलवान बजरंग ने पत्र में कही ये बातें
– 21 दिसंबर को हुए कुश्ती संघ के चुनाव में भारतीय कुश्ती संघ का पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह एक बार दोबारा काबिज हो गया है।
– महिला पहलवानों के यौन शोषण का आरोपी सरेआम दोबारा कुश्ती का प्रबंधन करने वाली इकाई पर काबिज हो गया है।
– इस नाइंसाफी के बाद 2019 में मिला पद्मश्री सम्मान मुझे कचोट रहा है।
– महिला पहलवानों के अपमानित होने के बाद मैं सम्मानित बनकर नहीं जी पाऊंगा, इसलिए आपको सम्मान लौटा रहा हूं।
कब मिला था पद्मश्री
बजरंग पूनिया को 2019 में पद्मश्री अवॉर्ड मिला था। यह भारत का चौथा सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार है। उन्हें राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने यह पुरस्कार दिया था। उसी साल बजरंग को खेल रत्न पुरस्कार भी मिला था। बजंरग को 2020 टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पुरस्कार जीत चुका है। वहीं विश्व चैंपियनशिप्स में उनके नाम 4 मेडल हैं। एशियन गेम्स में भी वो भारत को गोल्ड और सिल्वर जिता चुके हैं। कॉमनवेल्थ में उनके नाम दो गोल्ड और एक सिल्वर मेडल है।