Bihar Politics: जदयू को लेकर सुशील मोदी ने की भविष्यवाणी, मच जाएगी उथल पुथल
पटना, बीएनएम न्यूज। India Block Meeting: आइएनडीआइए (INDIA) गठबंधन की चौथी बैठक में विपक्ष की तरफ से पीएम पद के चेहरे से सस्पेंस साफ हो गया है। ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री पद की उम्मीदवारी के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के नाम का प्रस्ताव रखा, जिसका अरविंद केजरीवाल ने समर्थन किया। तीन घंटे से ज्यादा समय तक चली आइएनडीआइए (INDIA) गठबंधन की बैठक में संयोजक पद को लेकर चर्चा तक नहीं हुई। इस तरह एक बार फिर नीतीश कुमार खाली हाथ बैठक से लौटे हैं। मल्लिकार्जुन खरगे का नाम पीएम पद के लिए आगे आने से जेडीयू के द्वारा नीतीश को गठबंधन का संयोजक और प्रधानमंत्री पद के कैंडिडेट बनाने के अरमानों पर पानी फिर गया है। नीतीश कुमार ने महागठबंधन का हिस्सा बनने के बाद से विपक्षी दलों को एकजुट करने का बीड़ा उठाया था। हालांकि, नीतीश कुमार विपक्ष का चेहरा बनने के सवाल पर कई बार इंकार कर चुके हैं और उन्होंने कहा था कि वो पीएम की रेस में नहीं है। पांच राज्यों के चुनाव के बाद जेडीयू नेताओं ने फिर से नीतीश कुमार के नाम को आगे बढ़ाया। ऐसे में माना जा रहा था कि आइएनडीआइए (INDIA) गठबंधन की चौथी बैठक में गठबंधन के संयोजक के नाम पर चर्चा होगी, लेकिन उससे पहले ही ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल ने खरगे के नाम को आगे बढ़ाकर जेडीयू और नीतीश को बड़ा झटका दिया है।
राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद से हटाए जा सकते हैं ललन सिंह : सुशील मोदी
इस बीच राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने बड़ी राजनीतिक भविष्यवाणी की है। उन्होंने बुधवार को जारी बयान में कहा है कि लालू यादव से ललन सिंह की बढ़ती निकटता के कारण कभी भी ललन जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद हटाए जा सकते हैं। आर्इएनडीआर्इए (INDIA) की बैठक में झटका खाने के तुरंत बाद जदयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं राष्ट्रीय परिषद की बैठक एक साथ बुलाने की घोषणा कर बड़े बदलाव का संकेत दिया है। संगठन के भीतर हताशा बढ़ी है।
नीतीश कुमार की उम्मीदों पर पानी फिरा
उन्होंने कहा कि आइएनडीआइए की चौथी बैठक के बाद नीतीश कुमार के लिए राष्ट्रीय राजनीति के सारे द्वार बंद हो गए हैं। दूसरे राज्यों की बात तो दूर, बिहार के ‘किंग मेकर’ लालू यादव एवं तेजस्वी यादव ने भी किसी पद के लिए नीतीश कुमार का नाम नहीं प्रस्तावित किया। उन्होंने कहा कि वह (नीतीश कुमार) बैठक में गए थे कि उन्हें संयोजक बनाया जाएगा, लेकिन किसी ने उनका नाम तक प्रस्तावित नहीं किया और अरविंद केजरीवाल और ममता बनर्जी ने मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किया। इस दुनिया में हर कोई सत्ता का उपदेश देता है। जिसके पास 44 विधायक हों, उसका नाम कोई क्यों प्रस्तावित करेगा? नीतीश कुमार को ये ग़लतफहमी है, उन्होंने भाजपा इसलिए छोड़ी ताकि वो प्रधानमंत्री बन सकें। पीएम का पद तो छोड़िए, उन्हें संयोजक का पद भी नहीं मिला।’
प्रेस कॉफ्रेंस से लालू-नीतीश ने बनाई दूरी
आइएनडीआइए (INDIA) गठबंधन की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉफ्रेंस में नीतीश कुमार शामिल नहीं हुए। नीतीश के साथ-साथ लालू ने भी खुद को भी प्रेस कांफ्रेंस से दूर रखा। प्रेस कांफ्रेंस सेनीतीश कुछ बोले बिना निकल गए। सूत्रों का कहना है कि लालू और नीतीश कुमार कांग्रेस अध्यक्ष का नाम बतौर पीएम के उम्मीदवार के लिए पेश किए जाने से खुश नहीं हैं। यही वजह थी कि दिल्ली में हो रही प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने से लालू और नीतीश दोनों ने मना कर दिया। वहीं दूसरी ओर जेडीयू के सूत्रों ने बताया है कि नीतीश ने बैठक में कहा कि अब अगली बैठक तभी बुलाई जाए, जब सीट बंटवारे का फॉर्मूला, न्यूनतम साझा कार्यक्रम और राज्यों में प्रचार की रणनीति तय कर ली गई हों।