कुश्ती में बृजभूषण शरण का ‘राज’ बरकरार रहेगा, उनके करीबी संजय सिंह ने जीता WFI के अध्यक्ष पद का चुनाव
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। WFI Elecction: भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के चुनाव में पूर्व अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह के करीबी उत्तर प्रदेश कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय सिंह ने एकतरफा जीत हुई है। अध्यक्ष पद के चुनाव में राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता अनीता श्योराण से मुकाबला था। संजय को बृजभूषण का करीबी माना जाता है। संजय को 47 में से 40 वोट मिले। चुनाव में जीत को एक तरह से देखा जाए तो बृज भूषण शरण सिंह की जीत हुई है। उन पर पहलवानों ने शोषण सहित कई संगीन आरोप लगाए थे। भारतीय कुश्ती महासंघ के नए अध्यक्ष के रूप में चुने जाने पर संजय सिंह ने तंज कसते हुए कहा कि कुश्ती के लिए कैंप आयोजित किए जाएंगे। जिनको कुश्ती करनी है वो कुश्ती कर रहे हैं। जो राजनीति करना चाहते हैं वे राजनीति करें।
जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ पहलवानों ने किया था प्रदर्शन
आपको बता दें कि अनिता श्योराण को देश के शीर्ष पहलवानों का समर्थन हासिल है, जिन्होंने बृजभूषण पर अपने कार्यकाल के दौरान महिला पहलवानों के कथित उत्पीड़न का आरोप लगाया था। यह पहले ही माना जा रहा था कि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, असम, जम्मू-कश्मीर और ओडिशा के अलावा अन्य राज्य संघ संजय सिंह के पैनल के समर्थन में मतदान करेंगे। ओलिंपिक पदक विजेता बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक व विश्व चैंपियनशिप की पदक विजेता विनेश फोगाट ने जंतर-मंतर पर बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन की अगुआई की थी।
निर्वाचन अधिकारी ने संजय के नामांकन को दी स्वीकृति
इन्हें वादा किया गया था कि बृजभूषण के परिवार के किसी सदस्य या सहयोगी को चुनाव लड़ने की स्वीकृति नहीं दी जाएगी। इसी कारण बृजभूषण का बेटा प्रतीक और दामाद विशाल सिंह चुनाव में नहीं उतरे। संजय सिंह यूपी से भाजपा के सांसद बृजभूषण के करीबी हैं लेकिन निर्वाचन अधिकारी ने उनके नामांकन को स्वीकृति दे दी थी। अध्यक्ष के पद के अलावा चार उपाध्यक्ष, एक वरिष्ठ उपाध्यक्ष, एक कोषाध्यक्ष, एक महासचिव, दो संयुक्त सचिव और कार्यकारी परिषद के पांच सदस्यों के लिए भी चुनाव हुए।
उच्चतम न्यायालय ने किया चुनाव का रास्ता साफ
जुलाई में शुरू हुई चुनाव प्रक्रिया में अदालत में चलने वाले मामलों के कारण विलंब हुआ। इसके बाद अंतरराष्ट्रीय महासंघ यूनाईटेड वर्ल्ड रेस्लिंग ने भी निर्धारित समय में चुनाव नहीं कराने के कारण डब्ल्यूएफआई को निलंबित कर दिया। उच्चमतम न्यायालय ने हाल में पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय द्वारा चुनावों पर लगाई रोक को खारिज कर दिया, जिससे चुनाव कराने का रास्ता साफ हुआ। उच्चतम न्यायालय के चुनाव का रास्ता साफ करने के बाद निर्वाचन अधिकारी न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) एमएम कुमार ने चुनाव की तारीख घोषित की।
बृजभूषण ने कहा, परिवार के किसी भी व्यक्ति को चुनाव के लिए नामित नहीं किया
इससे पहले बृजभूषण ने कहा था कि 11 महीने बाद चुनाव हो रहे हैं। जहां तक संजय का सवाल है तो उन्हें पुराने महासंघ का प्रतिनिधि माना जा सकता है। संजय का चुनाव जीतना तय है। मैं उनसे जल्द अनुकूल खेल माहौल बनाने और किसी भी नुकसान की भरपाई करने का आग्रह करता हूं। संजय डब्ल्यूएफआई (WFI) की पिछली कार्यकारी परिषद का हिस्सा थे। वह 2019 से राष्ट्रीय महासंघ के संयुक्त सचिव भी थे। बृजभूषण ने कहा था कि जैसे कहा गया था कि मुझे परिवार को चुनाव में शामिल नहीं करना चाहिए। इसलिए मैंने अपने परिवार से किसी भी व्यक्ति को चुनाव के लिए नामित नहीं किया।