Chhath Puja 2023: आज छठ महापर्व का तीसरा दिन, जानें- सूर्य को अर्घ्य देने का समय
नई दिल्ली/ पटना, BNM News: लोक आस्था के महापर्व छठ का आज तीसरा दिन है। छठ के तीसरे दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य ()दिया जाता है। सूर्यास्त समय आज शाम 5 बजकर26 मिनट पर है। आज साध्य अर्घ्य में बांस की टोकरी में फल, फूल ठेकुआ, चावल के लड्डू, गन्ना, मूली और कंदमूल रखकर सूर्य को जल अर्पित किया जाता है। बता दें कि छठ पूजा पर महिलाएं अपने संतान की लंबी आयु, अच्छी सेहत और सुख-समृद्धि के लिए 36 घंटे का कठोर निर्जला व्रत रखती है।
डूबते सूर्य को अर्घ्य देने का मुहूर्त
हिंदू पंचांग के अनुसार, 19 अक्टूबर को जूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। बता दें कि आज सूर्यास्त 5 बजकर 37 मिनट पर होगा। इस समय व्रती महिलाएं सूर्य देव को अर्ध्य दे सकती हैं। बिहार में रविवार और सोमवार को अस्ताचलगामी और उदीयमान सूर्य को कितने बजे अर्घ्य पड़ेगा? हर जिले में सूर्यास्त और सूर्योदय का सटीक समय क्या। इन सभी की जानकारी अब सामने आ गयी है। जानिए आपके जिले में क्या है।
छठ के दिन बिहार में कितने बजे होगा सूर्यास्त व सूर्योदय? अर्घ्य देने का सटीक समय
- पटना
19नवंबर सूर्यास्त शाम 5 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.10 - गया
19 नवंबर सूर्यास्त शाम5.02 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.09 बजे - नवादा
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.59 बजे
20नवंबर सूर्योदय सुबह 6.07 बजे - नालंदा (बिहारशरीफ)
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.59 बजे
20नवंबर सुबह 6.08 बजे सूर्योदय - जहानाबाद
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.01 बजे
20 नवंबरसूर्योदय सुबह 6.10 बजे. - मुजफ्फरपुर
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.58 बजे
20 नवंबरसूर्योदय सुबह 6.10 बजे - सारण (छपरा)
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.01 बजे
20 नवंबरसूर्योदय सुबह 6.12 बजे - दरभंगा
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.55 बजे
20 नवंबर सूर्योदयसुबह 6.08 बजे - सुपौल
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.53 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.05बजे - मधेपुरा
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.53 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.04 बजे - सहरसा
19नवंबर को सूर्यास्त शाम 4.53 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.05 बजे - अरवल
19 नवंबरसूर्यास्त शाम 5.02 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.11 बजे - रोहतास (सासाराम)
19 नवंबरशाम 5.05 बजे सूर्यास्त
20 नवंबर सुबह 6.14 बजे सूर्योदय - मधुबनी
19 नवंबर शाम 4.55 बजेसूर्यास्त
20 नवंबर सुबह 6.08 बजे सूर्योदय - पूर्वी चंपारण (मोतिहारी)
19 नवंबर शाम4.59 बजे सूर्यास्त
20 नवंबर सुबह 6.13 बजे सूर्योदय - शेखपुरा
19 नवंबर शाम 4.58 बजेसूर्यास्त
20 नवंबर सुबह 6.06 बजे सूर्योदय - गोपालगंज
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.01बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.14 बजे - पश्चिम चंपारण (बेतिया)
19 नवंबर सूर्यास्त शाम5 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.15 बजे - जमुई
19 नवंबर सूर्यास्त 4.57 बजे
20 नवंबरसूर्योदय सुबह 6.05 बजे - बक्सर
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.05 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह6.15 बजे - शिवहर
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.58 बजे
20 नवंबर सूर्यास्त सुबह 6.11बजे - भोजपुर (आरा)
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.02 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.12बजे - वैशाली (हाजीपुर)
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.59 बजे
20 नवंबर सूर्योदय 6.09बजे - सीतामढ़ी
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.57 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.10बजे - औरंगाबाद
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.05 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.12बजे - पूर्णिया
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.50 बजे
20 नवंबर सुबह सूर्योदय 6.01बजे - कटिहार
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.50 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6 बजे - अररिया
19नवंबर सूर्यास्त शाम 4.49 बजे
20 नवंबर सुबह 6.02 बजे सूर्योदय - किशनगंज
19 नवंबरसूर्यास्त शाम 4.48 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6 बजे. - सीवान
19 नवंबर सूर्यास्त शाम5.02 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.14 बजे - समस्तीपुर
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.57बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.08 बजे - भभुआ (कैमूर)
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 5.07 बजे
20नवंबर सूर्योदय शाम 6.15 बजे। - भागलपुर
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.53 बजे
20 नवंबरसूर्योदय सुबह 6.02 बजे - बांका
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.54 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह6.02 बजे - मुंगेर
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.55 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.04बजे - बेगूसराय
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.56 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.06बजे - लखीसराय
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.57 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.05बजे - खगड़िया
19 नवंबर सूर्यास्त शाम 4.55 बजे
20 नवंबर सूर्योदय सुबह 6.05 बजे
कैसे करते हैं डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य
छठ पूजा का तीसरा दिन सबसे महत्वपूर्ण माना जाता जाता है। इस दिन डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। इसे संध्या अर्घ्य या पहला अर्घ्य के नाम से जानते हैं। कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि को छठ का प्रसाद बनाया जाता है। इसी दिन ठेकुआ बनाएं जाते हैं। इसके अलावा चावल के लड्डू भी बनाए जाते हैं। पूरी तैयारी करने के साथ शआम के समय बांस के सूप और टोकरी को तैयार किया जाता है। इसमें चावल, गन्ना, केला, ठेकुआ, ताजे फल, सूखे मेवे, मिठाई, गुड़, नारियल, घी, धान, नींबू, इलायची, हरी अदरक आदि रखी जाती है। फिर इसे लेकर गांव, नगर के नदी, तालाब के किनारे इकट्ठे होकर सामूहिक रूप से सिर में ये सूप रखकर पानी के अंदर जाते हैं और भगवान सूर्य का नाम लेते हुए उन्हें अर्घ्य दिया जाता है।
क्यों देते हैं डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य?
शास्त्रों के अनुसार, कार्तिक मास में भगवान विष्णु जल में ही निवास करते है इसके साथ ही सूर्य को भगवान विष्णु का प्रत्यक्ष रुप माना जाता है। कमर तक पानी में जाकर डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने का मतलब है कि भगवान विष्णु के सूर्य रूप और जल में स्थित विष्णु के अप्रत्यक्ष रूप की पूजा एक साथ हो जाती है। इससे जीवन में खुशहाली आती है।
सोमवार को खुलेगा व्रत
शनिवार शाम को महिलाओं ने खरना का प्रसाद और रोटी ग्रहण करके 36 घंटे का निर्जला व्रत आरंभ किया था। रविवार के दिन व्रती शाम को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देंगी और अगले दिन यानी सोमवा को उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के साथ 36 घंटे का व्रत का पारण कर दिया जाएगा।
छठ पर कैसा रहेगा मौसम
छठ पर्व2023 के दौरान पटना समेत अन्य जिलों के लिए मौसम विभाग ने पूर्वानुमान भी जारी कियाहै। मौसम विज्ञान केंद्र की ओर से विशेष मौसम बुलेटिन जारी किया गया। जिसमें जानकारी दी गयी कि पटना में 19 व 20 नवंबर को मौसम शुष्क रहेगा। सुबह में धुंध छाये रहने की संभावना है। वहीं आंशिक रूप से बारिश की भी संभावना देखी जा रही है। गया,भागलपुर, पूर्णिया, खगड़िया और बांका आदि जिलों में भी बादल छाये रहेंगे।