Ayodhya Ram Mandir: रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले बढ़ी ‘राम मंदिर’ मॉडल की डिमांड, घर-दफ्तर में रखने को बेताब भक्त

अयोध्या, एजेंसी: Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले प्रतिष्ठा कार्यक्रम से पहले, विदेशों में भी अयोध्या में राम मंदिर मॉडल (RamMandirModel) की मांग बढ़ गई है। राम मंदिर मॉडल के निर्माण में शामिल फैक्ट्री के मालिक आदित्य सिंह ने कहा कि हम पिछले तीन वर्षों से यह काम कर रहे हैं। पहले, ऑर्डर भारत के भीतर से आते थे, अब वे बाहर से भी आ रहे हैं। इसके साथ ही पुलिस, कोर्ट, बिजली विभाग और सीबीआई शाखा जैसे कई विभागों से भी आर्डर मिल रहे हैं। संतों के बीच और विवाह समारोहों के लिए भी मॉडलों की मांग है।

विदेशों में राम मंदिर की मांग

अब मॉडल्स की डिमांड इतनी हो गई है कि विदेशों में भी लोग इसे देख रहे हैं और इसकी मांग कर रहे हैं। हमें अमेरिका से फोन आया कि उन्हें राम मंदिर मॉडल चाहिए। हमने उन्हें सभी विवरण भेजे और उन्होंने कहा कि वे एक बड़ा आकार चाहते हैं, जिसे वे जहाजों के माध्यम से ऑर्डर करेंगे।

करोबार में 10 प्रतिशत की बढोतरी

अमेरिका से मिले ऑर्डर के साइज के बारे में बताते हुए आदित्य सिंह ने बताया कि यह मॉडल आठ फीट लंबा और करीब साढ़े चार फीट चौड़ा होगा और इसकी ऊंचाई करीब पांच फीट होगी। उन्होंने कहा कि माडल की कीमत 90,000 रुपये से 1 लाख रुपये के बीच होगी। उन्होंने आगे कहा कि जब से राम मंदिर का निर्माण शुरू हुआ है तब से लोगों के बीच इस मॉडल का क्रेज बढ़ गया है, जिससे कारोबार में भी 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।

लोगों के दिलों में बसते हैं राम

मॉडलों की बढ़ती मांग पर बोलते हुए अयोध्या से भाजपा सांसद लल्लू सिंह ने कहा कि विदेशों में भी राम मंदिर मॉडल की मांग में वृद्धि से पता चलता है कि भगवान राम दुनिया भर के लोगों के दिलों में कैसे बसते हैं। यहां के श्रमिकों के लिए रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए।

प्राण-प्रतिष्ठा के बाद 48 दिनों की मंडल पूजा

तीर्थ क्षेत्र महासचिव चंपत राय द्वारा बताया गया कि अयोध्या में रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा 22 जनवरी 2024 को होगी और इसके बाद यानी 24 जनवरी से मंडल पूजा का आयोजन किया जाएगा, जोकि 48 दिनों तक चलेगा. वहीं 23 जनवरी 2024 से आमजन भी भगवान के दर्शन कर सकेंगे। उत्तर भारत में इस पूजा को कई लोग नहीं जानते। लेकिन दक्षिण भारत में मंडल पूजा बहुत प्रचलित है। यह पूजा तीर्थ क्षेत्र के संन्यासी और पेजावर मठ पीठाधीश्वर जगद्गुरु माध्वाचार्य विश्व प्रसन्न तीर्थ के निर्देशन में 48 दिनों तक की जाएगी। मंडल पूजा में प्रतिदिन विराजित रामलला का रजत कलशों के द्रव से अभिषेक होगा। साथ ही विद्वान आचार्यों द्वारा चतुर्वेद और दिव्य ग्रंथों का पारायण भी किया जाएगा।

 

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