Mahadev Betting App: महादेव बेटिंग ऐप केस में बड़ी गिरफ्तारी, इंटरपोल के नोटिस पर रवि उप्पल दुबई में दबोचा गया

नई दिल्ली, एजेंसी: Mahadev Betting App  महादेव ऐप के मालिक सौरभ चंद्राकर (saurabh chandrakar) के राइट हैंड रवि उप्पल को दुबई से गिरफ्तार कर लिया गया है। अब उसे भारत लाने की तैयारी हो रही है। रवि उप्पल (Ravi Uppal) के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस भी जारी था, सूत्रों के अनुसार, महादेव बेटिंग एप के मालिक सौरभ चंद्राकर की लोकशन भी यूएई में मिली है। भारतीय जांच एजेंसी जल्द ही उसे भी पकड़ सकती है। बता दें कि रवि उप्पल पर ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप (online betting app)बनाने के आरोप है। रिपोर्ट्स के अनुसार, रवि उप्पल महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी एप के दो मुख्य मालिकों में से एक है। ईडी के आदेश पर रवि के खिलाफ इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी किया था। इसी आधार पर दुबई पुलिस ने रवि को हिरासत में लिया है।

आधिकारिक सूत्रों ने बुधवार को बताया, 43 वर्षीय रवि उप्पल को पिछले हफ्ते ही हिरासत में लिया गया था। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारी रवि उप्पल को भारत प्रत्यर्पित कराने के लिए दुबई के अधिकारियों के संपर्क में हैं। उप्पल के खिलाफ दर्ज मामले की जांच ईडी के अलावा छत्तीसगढ़ पुलिस के साथ-साथ मुंबई पुलिस भी कर रही है।

इस कथित अवैध सट्टेबाजी से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने अक्तूबर में छत्तीसगढ़ के रायपुर में मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) के तहत मामला दर्ज किया था। एक विशेष अदालत के समक्ष उप्पल और महादेव एप एक अन्य प्रमोटर, सौरभ चंद्राकर के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग आरोप पत्र दायर किया था। बाद में ईडी के अनुरोध के आधार पर इंटरपोल ने रेड नोटिस जारी किया। ईडी ने आरोप पत्र में अदालत को बताया था कि उप्पल ने प्रशांत महासागर में एक द्वीप देश- वानुअतु का पासपोर्ट लिया है। हालांकि, उसने भारत की नागरिकता नहीं छोड़ी है। ईडी के अनुसार उप्पल की आमदनी आपराधिक है। इसके साथ वह करोड़ों रुपये छिपाने में भी शामिल है।

महादेव सहित 22 ऐप भारत में बैन

केंद्र सरकार ने ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स पर सर्जिकल स्ट्राइक कर दी है। सरकार ने महादेव ऐप सहित 22 ऐप्स को बैन कर दिया है, जिसके बाद इन ऐप्स के द्वारा इंडिया में ऑनलाइन सट्‌टा नहीं लगाया जा सकेगा। आपको बता दें महादेव ऐप का नाम पिछले काफी दिनों से चर्चा में है। पहले इस ऐप के मालिक की दुबंई में करोड़ों की शादी और बाद में छत्तीसगढ़ में इसको चलाने वाले लोगों के खिलाई ईडी की कार्रवाई। ऐसे में सरकार ने महादेव ऐप सहित देश में चलने वाले इसी तरह के 22 ऐप्स को बैन कर दिया है।

क्या है विवाद की वजह

दरअसल महादेव ऑनलाइन बुक ऐप के खिलाफ ईडी छत्तीसगढ़ में लंबे वक्त से जांच कर रही है. ऐसे में केंद्रीय राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार चाहती, तो वो खुद इन ऐप्स को बैन कर देती है, क्योंकि छत्तीसगढ़ सरकार के पास आईटी अधिनियम की धारा 69ए के तहत वेबसाइट/ऐप को बंद करने का पावर है, लेकिन उनकी तरफ से ऐसा नहीं किया गया. साथ ही इन ऐप्स को बैन करने की भी मांग नहीं की गई, जबकि इन ऐप्स के खिलाफ पिछले 1.5 साल से जांच कर चल रही है. इसी को लेकर महादेव ऐप बैन को लेकर कंट्रोवर्सी शुरू हो गई

क्या है महादेव ऐप

यह एक ऑलनाइन सट्टेबाजी वाला ऐप है, जिसे छत्तीसगढ़ के सौरभ चंद्रशेखर और रिव उप्पल ने लॉन्च किया था। केंद्रीय एजेंसी ने जांच में पाया कि महादेव ऐप कई लाइव गेम्स जैसे पोकर, क्रिकेट और बैडमिंटन, टेनिस, फुटबॉल के लिए सट्टेबाजी करता है। इस ऐप को साल 2017 में लॉन्च किया गया था। ऐप को कोविड महामारी के दौरान काफी पॉपुलैरिटी मिली। इसी साल सितंबर में ईडी ने महादेव ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप से जुड़ी 417 करोड़ रुपये की संपत्ति जब्त की थी। जांच एजेंसी ने तब आरोप लगाया था कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल की कंपनी दुबई से चलाई जा रही थी और हर महीने ऑनलाइन जुए से 450 करोड़ रुपये कमाए जा रहे थे।

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