Gurgaon Loksabha Seat: गुड़गांव लोकसभा सीट पर कांग्रेस ने खेला दांव, इस वजह से राजबब्बर को उतारा मैदान में
नरेन्द्र सहारण, गुरुग्राम: Gurgaon Loksabha Seat: आखिरकार काफी इंतजार के बाद कांग्रेस ने गुड़गांव सीट के उम्मीदवार की घोषणा कर दी। यहां से भाजपा के राव इंद्रजीत सिंह (Rao Indrajit Singh) के मुकाबले फिल्म अभिनेता और सांसद राजबब्बर (Rajbabbar) को मैदान में उतारा है। यहां से कांग्रेस ने राज बब्बर को टिकट देकर पंजाबी कार्ड खेला है। अभी तक चुनाव मैदान में चार बार के विजेता भाजपा प्रत्याशी राव इंद्रजीत सिंह, जजपा प्रत्याशी बालीवुड गायक राहुल फाजिलपुरिया, बसपा प्रत्याशी विजय खटाना मैदान में थे। फिल्म अभिनेता राज बब्बर के चुनावी मैदान में आने से अब मुकाबला रोमांचक होगा। वैसे यह सीट अहीरवाल का गढ़ मानी जाती है। हरियाणा में लोकसभा चुनाव छठे फेज में होना है।
गुड़गांव सीट पर पंजाबी और मुस्लिम मतदाताओं की काफी तादाद
गुड़गांव लोकसभा में मतदाताओं की संख्या 25 लाख से ज्यादा है। लोकसभा क्षेत्र के तहत आने वाले गुरुग्राम, बादशाहपुर, सोहना और मेवात हलके में पंजाबी वोटरों की संख्या अच्छी खासी है। गुरुग्राम हलका पंजाबी बहुल है। पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, मेवात में मुस्लिम वोटरों की संख्या भी तीन लाख से ज्यादा है। चार विधानसभाओं पुन्हाना, फिरोजपुर झिरका, मेवात और रेवाड़ी में कांग्रेस का कब्जा है। ऐसे में गुड़गांव सीट से जीत की नैया पार लगाने के लिए कांग्रेस हाईकमान ने पंजाबी समाज से आने वाले राज बब्बर को प्रत्याशी बनाकर मैदान को रोमांचक बनाया है। हालांकि, यह भविष्य के गर्भ में है कि राज बब्बर गुड़गांव के मतदाताओं पर कितनी अपनी छाप छोड़ पाते हैं। बता दें कि राज बब्बर कई बार पहले भी गुरुग्राम में हुए बहुत से कार्यक्रमों में शिरकत कर चुके हैं। वह यहां की पृष्ठभूमि से भी परिचित हैं।
टिकट को लेकर कई दिनों तक चला घमासान
गुड़गांव सीट से कांग्रेस के टिकट को लेकर कई दिनों तक घमासान चलता रहा। चुनाव की घोषणा होने के बाद प्रदेश चुनाव समिति ने पैनल में कांग्रेस के प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, विधानसभा में उपनेता आफताब अहमद, राव दान सिंह और कैप्टन अजय सिंह यादव का नाम आगे भेजा था। इसके बाद सिर्फ दो नामों पर चर्चा रही। इसमें कैप्टन अजय सिंह और फिल्म अभिनेता राज बब्बर दावेदार थे। 24 अप्रैल को अपनी टिकट कटने की आशंका को देखते हुए कैप्टन ने दिल्ली में आयोजित एक कार्यक्रम के बाद राज बब्बर की गुड़गांव सीट से दावेदारी पर सवाल भी उठाए थे। उन्होंने कहा था कि राज बब्बर बाहरी हैं और पांच साल तक गुरुग्राम में उन्होंने पसीना नहीं बहाया।
हाईकमान का फैसला सिर माथे पर
पूर्व मंत्री कांग्रेस व टिकट के दावेदार कैप्टन अजय सिंह यादव ने कहा कहा कि पार्टी ने एक अच्छे कलाकार को टिकट दिया है। पार्टी हाईकमान का फैसला सिर माथे पर है। मैं चुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी का पूरा समर्थन करूंगा। एक बात जरूर है कि कांग्रेस के कुछ बड़े नेताओं ने षड्यंत्र के तहत कई दावेदारों को चुनाव लड़ने से वंचित किया है।
एकजुट होकर जीत का परचम लहराएंगे
व्यापार प्रकोष्ठ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पंकज डावर ने कहा कि हाईकमान ने जो उम्मीदवार दिया है। वह सभी के लिए सर्वमान्य है। चुनाव में प्रत्याशी का समर्थन कर सारे कार्यकर्ता एकजुट होकर जीत का परचम लहराएंगे।
पार्टी का आदेश सर्वोपरि, उम्मीदों पर खरा उतरेंगे: राज बब्बर
टिकट मिलने के बाद फिल्म अभिनेता राज बब्बर ने कहा कि पार्टी हाईकमान ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसे पूरी तरह निभाएंगे। गुड़गांव लोकसभा के कांग्रेस के सभी नेताओं और कार्यकर्ताओं को साथ में लेकर चुनाव लड़ेंगे। मेरी किसी से कोई नाराजगी नहीं है। पार्टी का आदेश सर्वोपरि है।
जानें क्या है राज बब्बर की प्रोफाइल
पिता का नाम: कुशल कुमार बब्बर
माता का नाम : शोभा बब्बर
पता: 94, एलोरा इन्क्लेव, दयाल बाग आगरा
उम्र: 71
जन्म 23 जून 1952
राजबब्बर का राजनीतिक जीवन
बालीवुड से राजनीति की ओर प्रभावित 1989 में राज बब्बर वीपी सिंह के नेतृत्व वाले जनता दल से जुड़े। बाद में वह जनता दल छोड़कर समाजवादी पार्टी से जुड़ गए। उन्हें 2006 में समाजवादी पार्टी से निलंबित कर दिया गया। वह 2008 में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल हो गए। 2014 में उन्हें उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष के रूप में नियुक्त किया गया था। वह तीन बार लोकसभा सांसद और दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे।
1994 से 1999 तक राज्यसभा के सदस्य रहे।
1999 में हुए लोकसभा चुनाव में पहली बार जीत दर्ज की।
2004 में उन्होंने भाजपा पार्टी के मुरारी लाल मित्तल फतेहपुरिया को हराया।
2009 में लोकसभा में फिर से जीत दर्ज की।
2015 में राज्यसभा (दूसरा कार्यकाल) के लिए फिर से चुना गया।
2019 के लोकसभा चुनाव में आगरा जिले के फतेहपुर सीकरी से मैदान में उतरे राज बब्बर को अपने गृह जिले में ही हार झेलनी पड़ी। भाजपा के राजकुमार चाहर से हार गए थे।
गुड़गांव सीट पर पिछले लोकसभा चुनाव का रिजल्ट
2009 से इस सीट पर मौजूदा सांसद राव इंद्रजीत सिंह ही जीतते आ रहे हैं. पहले राव इंद्रजीत सिंह कांग्रेस में थे। 2014 के चुनाव में राव इंद्रजीत सिंह भाजपा में शामिल हो गए थे। 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के के राव इंद्रजीत सिंह ने इस सीट पर दबदबा बरकरार रखते हुए बड़ी जीत हासिल की थी। राव इंद्रजीत सिंह को कुल 881546 वोट मिले, जबकि कांग्रेस के कैप्टन अजय सिंह को 495290 वोट मिले थे। कैप्टन अजय सिंह को 386256 वोटों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा था.
वहीं, 2014 के लोकसभा चुनाव में, बीजेपी के राव इंद्रजीत सिंह ने इनेलो के जाकिर हुसैन को हराया था। राव इंद्रजीत सिंह को कुल 644780 वोट मिले, जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी जाकिर हुसैन को 370058 वोट मिले थे।
गुरुग्राम लोकसभा सीट के समीकरण
परिसीमन के बाद 2008 में अस्तित्व आने के बाद से हरियाणा की गुरुग्राम लोकसभा सीट पर राव इंद्रजीत सिंह का कब्जा है। इस सीट पर करीब 56 फीसदी मतदाता ग्रामीण इलाकों से हैं। यहां 51.8% मतदाता (12,90,402) पुरुष हैं। कुल 12,03,642 महिलाएं (48.2%) और 46 ट्रांसजेंडर भी इस बार मतदान करेंगे। इस क्षेत्र में बड़ी संख्या में अहीर और यादव मतदाता हैं।
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