Haryana LS Election Results: हरियाणा में भाजपा के दमदार मंत्री भी नहीं कर पाए कमाल, लोकसभा चुनाव में हारने में रही अहम भूमिका
नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़। Haryana LS Election Results: लोकसभा चुनाव में हरियाणा में भाजपा को हार का सामना करना पड़ा। 2019 में भाजपा ने जहां 10 सीटें जीती थी, इस बार उसे 5 सीटों से ही संतोष करना पड़ा। अब भाजपा की हार की पड़ताल की जा रही है तो कई तथ्य सामने आए हैं। लोकसभा चुनाव में हरियाणा की भाजपा सरकार में शामिल करीब एक दर्जन मंत्रियों का प्रदर्शन काफी निराशाजनक रहा। मुख्यमंत्री नायब सैनी के विधानसभा क्षेत्र नारायणगढ़ समेत आधा दर्जन मंत्रियों को विधानसभा क्षेत्रों में करारी हार का सामना करना पड़ा। आधा दर्जन मंत्री ऐसे हैं, जिनके विधानसभा क्षेत्रों में भाजपा की जीत का अंतर या तो घटा या फिर कम हुआ है। इस साल हुए लोकसभा चुनाव में भाजपा को पांच सीटों पर नुकसान उठाना पड़ा और पांच सीटों पर जीत हासिल हुई है। कांग्रेस ने रोहतक, सिरसा, अंबाला, हिसार और सोनीपत लोकसभा सीटों पर जीत हासिल की है। जबकि भाजपा ने करनाल, गुड़गांव, भिवानी-महेंद्रगढ़, कुरुक्षेत्र और फरीदाबाद लोकसभा सीटें जीती हैं, भाजपा के लिए यह चुनाव नतीजे किसी बड़े झटके से कम नहीं हैं। भाजपा ने कुरुक्षेत्र सीट 30 हजार वोटों, भिवानी-महेंद्रगढ़ सीट 41 हजार वोटों और गुड़गांव सीट 75 हजार वोटों से जीत हासिल की। प्रदेश में इसी साल अक्टूबर माह में विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में पांच लोकसभा सीटों का नुकसान और उसमें भी राज्य सरकार के मंत्रियों के प्रदर्शन को लेकर सवाल उठने लगे हैं।
मूलचंद शर्मा, महिपाल ढांडा और सुधा ने बचाई लाज
भाजपा सरकार में मंत्री सुभाष सुधा के विधानसभा क्षेत्र थानेसर से भाजपा के नवीन जिंदल को 18 हजार 533 मतों की लीड मिली है। हालांकि लीड का यह अंतर उम्मीद से कम है। मंत्रियों में सबसे अच्छा प्रदर्शन मंत्री मूलचंद शर्मा का माना जा रहा है। मूलचंद शर्मा के बल्लभगढ़ विधानसभा क्षेत्र में सांसद कृष्णपाल गुर्जर को 42 हजार 755 मतों की लीड हासिल हुई है। दूसरे नंबर पर मंत्री महिपाल ढांडा रहे हैं, जिनके पानीपत ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र से करनाल के सांसद मनोहर लाल को 42 हजार 76 मतों से जीत हासिल हुई है।
डा. बनवारी लाल और संजय सिंह का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं
गुड़गांव से भाजपा सांसद राव इंद्रजीत सिंह को भी इस चुनाव में तगड़ा झटका लगा है। हालांकि वह प्रदेश के एकमात्र ऐसे नेता हैं, जो छठी बार संसद में पहुंच रहे हैं, लेकिन उन्हें कांग्रेस के राज बब्बर ने कड़ी चुनौती दी। राव इंद्रजीत के प्रभाव की बदौलत भिवानी में चौधरी धर्मबीर सिंह की जीत हुई है। कांग्रेस के राजबब्बर के मुकाबले राव इंद्रजीत सिंह 75 हजार 79 मतों से चुनाव जीत पाए हैं। मंत्री डा. बनवारी लाल बावल से विधायक हैं। उनके यहां राव इंद्रजीत सिंह को इस बार केवल 22 हजार 249 मतों से जीत हासिल हो पाई। है। सोहना से विधायक संजय सिंह नायब सरकार में राज्य मंत्री हैं। उनके यहां इंद्रजीत सिंह को मात्र 6 हजार 109 मतों की लीड हासिल हुई।
रणजीत चौटाला न स्वयं जीते और न तंवर को जिताया
मंत्री सीमा त्रिखा के निर्वाचन क्षेत्र बड़खल में भाजपा का प्रदर्शन सराहनीय रहा। बड़खल में कृष्णपाल गुर्जर को 34 हजार 274 मतों की बढ़त हासिल हुई है। डा. कमल गुप्ता के निर्वाचन क्षेत्र हिसार से भाजपा प्रत्याशी चौधरी रणजीत चौटाला को 36 हजार 605 मतों के अंतर से जीत हासिल हुई है। जीत का यह अंतर कम माना जा रहा है। बिजली मंत्री के रूप में रणजीत चौटाला स्वयं अपने रानियां विधानसभा क्षेत्र से सिरसा के भाजपा उम्मीदवार डा. अशोक तंवर को जीत की ओर अग्रसर नहीं करा सके। रणजीत चौटाला के विधानसभा क्षेत्र रानियां में भाजपा 27 हजार 61 मतों के अंतर से बुरी तरह पराजित हुई है।
सुभाष बराला, जेपी दलाल और अभय यादव का प्रदर्शन अच्छा नहीं
मंत्री विशंभर वाल्मीकि के विधानसभा क्षेत्र बवानीखेड़ा में हिसार के भाजपा प्रत्याशी रणजीत चौटाला को हार का सामना करना पड़ा। यहां भाजपा 282 मतों के अंतर से चुनाव हारी है, जबकि राज्यसभा सदस्य सुभाष बराला के टोहाना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा चुनाव नहीं जीत पाई। टोहाना से पूर्व पंचायत मंत्री देवेंद्र बबली कांग्रेस सांसद कुमारी सैलजा को जिताने में कामयाब रहे हैं। भिवानी-महेंद्रगढ़ संसदीय क्षेत्र में भाजपा सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह को मंत्री जयप्रकाश दलाल के निर्वाचन क्षेत्र लोहारू में 8319 मतों के अंतर से हार का सामना करना पड़ा है। प्रदेश के सिंचाई मंत्री डा. अभय सिंह यादव नांगल-चौधरी से भाजपा विधायक हैं। उनके हलके से भाजपा सांसद धर्मबीर सिंह मात्र 2472 मतों से ही चुनाव जीत पाए हैं।
नायब सैनी, असीम गोयल और कंवरपाल गुर्जर का प्रदर्शन निराशाजनक
अंबाला सीट पर भाजपा की बंतो कटारिया चुनाव हार गई। यहां मुख्यमंत्री सैनी की नारायणगढ़ विधानसभा सीट पड़ती है, जहां से भाजपा 20 हजार के अंतर से हार गई। अंबाला शहरी विधानसभा से भाजपा को 4046 मतों को नुकसान हुआ है, जहां से परिवहन मंत्री असीम गोयल विधायक हैं। मंत्री कंवरपाल गुर्जर की जगाधरी विधानसभा सीट से भाजपा को 15 हजार 446 मतों का नुकसान हुआ है। पूर्व गृह मंत्री अनिल विज के अंबाला छावनी हलके से भाजपा को 2997 मतों की लीड मिल पाई है। पंचकूला के विधायक व विधानसभा अध्यक्ष डा. ज्ञानचंद गुप्ता के हलके से भाजपा को 22 हजार 921 मतों से जीत मिली है।
CLICK TO VIEW WHATSAAP CHANNEL
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन