Haryana Politics: करनाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिव्यांशु बुद्धिराजा भगोड़ा करार, जानें क्या है पूरा मामला

नरेन्द्र सहारण, चंडीगढ़ : Haryana Politics: हरियाणा की करनाल लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी दिव्यांशु बुद्धिराजा (Divyanshu Buddhiraja) को भगोड़ा घोषित किया गया है। उन पर साल 2018 में पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर लाल (Manohar Lal) के खिलाफ बेरोजगारी को लेकर फ्लैक्स बोर्ड लगाने पर केस दर्ज हुआ था। बताया जा रहा है कि कोर्ट द्वारा मामले में पेश होने के लिए कई बार समन जारी किए गए थे, लेकिन वह पेश नहीं हुए। इसके चलते उन्हें पंचकूला कोर्ट ने भगोड़ा (पीओ) घोषित किया।
आपको बता दें कि कांग्रेस द्वारा गुरुवार देर रात ही दिव्यांशु बुद्धिराजा को करनाल से टिकट दिया गया है। पार्टी ने उन्हें भाजपा के प्रत्याशी पूर्व सीएम मनोहर लाल के सामने उतारा है। माना जा रहा था कि करनाल लोकसभा से कांग्रेस पूर्व स्पीकर कुलदीप शर्मा के परिवार, वीरेंद्र राठौड़ या वरिंदर मराठा को प्रत्याशी बना सकती है। बुद्धिराजा का कहीं भी नाम चर्चा में नहीं था। कांग्रेस ने करनाल लोकसभा सीट से एकदम से नया चेहरा भेज दिया गया है।
जानें क्या है पूरा मामला
दिव्यांशु बुद्धिराजा ने पंचकूला के गर्वनमेंट कॉलेज सेक्टर-1 में युवाओं से मिलने के लिए मनोहर लाल के काफिले में घुस नारेबाजी की। जिसके बाद मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेजा गया था। इसके बाद मनोहर लाल जवाब दो के पोस्टर पंचकूला में लगाए थे। उन्होंने युवाओं को नौकरी देने के संबंध में जब पोस्टर लगाए थे, तो उन पर मामला दर्ज हुआ था। पुलिस ने केस दर्ज करने के बाद मामले को कोर्ट में भेजा था। दिव्यांशु के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर 3 जनवरी 2024 को पंचकूला सेक्टर 14 के पुलिस थाना में धारा 174ए के तहत मामला दर्ज किया गया। बुद्धिराजा के खिलाफ सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान की पुलिस में शिकायत दर्ज थी। कोर्ट में कई सुनवाई के दौरान दिव्यांशु पेश नहीं हुए थे। दिव्यांशु बुद्धिराजा अभी तक कोर्ट द्वारा भगोड़ा घोषित हैं।
जानें कौन है दिव्यांशु बुद्धिराजा
आपको बता दें कि कांग्रेस ने जिस दिव्यांशु बुद्धिराजा को लोकसभा का टिकट करनाल से दिया है, वह युवाओं के बीच काफी लोकप्रिय माने जाते है। मूल रूप से वह गन्नौर गोहाना के रहने वाले हैं, फिलहाल करनाल में रह रहे हैं। वह लंबे समय से राजनीति में सक्रिय है। कॉलेज के दिनों में पंजाब यूनिवर्सिटी का अध्यक्ष बनने के बाद दिव्यांशु एनएसयूआइ (NSUI) के अध्यक्ष बने। कहा जाता है कि वह राजनीति के बेहतर रणनीतिकार है। दिव्यांशु बुद्धिराजा 2013 से कांग्रेस से जुड़े है और दीपेंद्र हुड्डा और राहुल गांधी के नजदीकी माने जाते हैं। करनाल से दिव्यांशु बुद्धिराजा को टिकट देकर कहीं न कहीं कांग्रेस ने भी पंजाबी कार्ड खेला है। करनाल व पानीपत में पंजाबी बड़ी संख्या में है। अगर लोकसभा चुनाव में दिव्यांशु बुद्धिराजा पंजाबियों को साथ लाने में कामयाब होते है तो भाजपा के समीकरण बिगड़ सकते है। लोकसभा चुनावों में कांग्रेस ने हरियाणा से पहली बार सबसे युवा नेता को टिकट दिया है, जिस वजह से युवा भी कांग्रेस को बड़ी संख्या में वोट कर सकते है। दिव्यांशु के लिए सबसे बड़ी चुनौती करनाल के सभी कांग्रेसियों को साथ लाना रहेगी। अगर वह इसमें कामयाब हो गए तो उनकी मनोहर लाल को कड़ी टक्कर देने में सक्षम रहेंगे। आपको बता दें कि कांग्रेस ने करनाल लोकसभा से पहली बार किसी खत्री पंजाबी को टिकट दिया है।
Tag-Loksabha Election 2024, Divyanshu Buddhiraja, Karnal Lok Sabha seat, Manohar Lal, Haryana Congress Candidate, Haryana Congress, Court fugitive
भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्पेशल स्टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्शन