Heatwave: प्रचंड गर्मी और लू से 38 मतदानकर्मियों समेत 198 की मौत, उत्तर प्रदेश में 79 लोगों की गई जान

 नई दिल्ली, बीएनएम न्यूजः भीषण गर्मी के प्रकोप से मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा। शुक्रवार को भी लू लगने और गर्मी से प्रदेश में 79 लोगों की मौत हो गई। इनमें शनिवार को होने वाले मतदान के लिए चुनाव ड्यूटी में तैनात 28 मतदानकर्मी और सुरक्षाकर्मी हैं। वहीं, बिहार में भी 10 मतदानकर्मियों की जान चली गई।

प्रचंड गर्मी और लू के चलते शुक्रवार को उत्तर प्रदेश में 79, ओडिशा में 44, बिहार में 55 और झारखंड में 16 की जान चली गई। राजस्थान में चार की मौत के साथ आठ दिनों में मरने वालों की संख्या 64 पहुंच चुकी है। यूपी और बिहार में मरने वालों में क्रमशः 28 और 10 मतदानकर्मी भी शामिल हैं।

मीरजापुर, आजमगढ़ और वाराणसी मंडल में शुक्रवार को गर्मी से तबीयत बिगड़ने से चुनाव ड्यूटी में लगे 28 कार्मिकों की मौत हो गई। मीरजापुर में सात होमगार्ड समेत 15 कर्मियों ने दम तोड़ दिया। सोनभद्र और वाराणसी में भी तीन-तीन मतदानकर्मियों, मऊ में एक मतदानकर्मी, एक होमगार्ड, चंदौली में एक होमगार्ड, गाजीपुर में एक मतदान कर्मी की मौत हो गई।

महराजगंज में एक होमगार्ड, गोरखपुर में चुनाव ड्यूटी में बस व बोलेरो लेकर आए दो चालकों की भी मौत हो गई। मतदान ड्यूटी में लगे कार्मिकों के अतिरिक्त अलग-अलग जिलों में गर्मी की वजह से हालत बिगड़ने से 51 लोगों की भी जान चली गई। मीरजापुर में 40 मतदानकर्मी मेडिकल कालेज में इलाज चल रहा हैं।

मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल आरबी कमल ने बताया कि जवानों को मेडिकल कालेज लाया गया तो सभी को तेज बुखार था। उनका ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल भी बहुत बढ़ा हुआ था। इनमें सात जवानों की मौत हो गई। इनकी मौत का कारण ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है। गाजीपुर में चुनाव ड्यूटी में लगे दो पुलिसकर्मी अस्पताल में भर्ती हैं।

गर्मी का प्रकोप

  • उत्तर प्रदेश में 79, ओडिशा में 44, बिहार में 55, झारखंड में 16 और राजस्थान में चार की मौत।
  • मीरजापुर, आजमगढ़ और वाराणसी मंडल में चुनाव ड्यूटी में लगे 28 कार्मिकों की मौत
  • बिहार में मतदान कार्य में लगे दो शिक्षकों, दो अधिकारी व जवान समेत आठ की गई जान

बिहार में लू से 55 लोगों की मौत

बिहार में लू से 55 लोगों की जान चली गई। मौत की घटनाएं राज्य के 13 जिलों में हुई हैं। सर्वाधिक मौत औरंगाबाद जिले में हुई, जिसमें 17 लोगों ने दम तोड़ दिया। लू से प्रभावित 350 लोगों का उपचार चल रहा है। शुक्रवार को औरंगाबाद सबसे गर्म जिला रहा। यहां का अधिकतम तापमान 44 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। मृतकों में चुनाव कार्य में लगे दो शिक्षक, दो अधिकारी एक जवान समेत आठ कर्मी शामिल हैं। मुंगेर में एक दारोगा की मौत हुई है। सर्वाधिक मौत औरंगाबाद जिले में हुई, जिसमें 17 लोगों ने दम तोड़ दिया।

गया में 13, रोहतास में आठ, सारण और पटना में तीन-तीन, आरा, वैशाली व जहानाबाद में दो-दो, बक्सर, कैमूर, सिवान, नालंदा व मुंगेर जिले में एक-एक की मौत हुई है। औरंगाबाद में चिकित्सकों का कहना है कि अधिकतर लोग अस्पताल में मृत पहुंचे थे। जिनकी मौत हुई है उसमें 12 मरीजों के लक्षण लू जैसे थे। वैसे पोस्टमार्टम के बाद ही मौत का कारण पता चल सकेगा। इसके पूर्व राज्य में बुधवार को 14 और गुरुवार को 65 लोगों की मौत हो गई थी।

ओडिशा में एक दिन में 44 लोगों की गई जान

पश्चिम ओडिशा में भीषण गर्मी के कारण हालात चिंताजनक हैं। भीषण गर्मी के कारण एक दिन में 44 लोगों की जान चली गई। इनमें अकेले सुंदरगढ़ जिले में एक दिन में 20 लोगों की मौत हुई है। यूपी और बिहार में मरने वालों में क्रमशः 11 और आठ मतदान कर्मी शामिल हैं। शुक्रवार को मथुरा-वृंदावन प्रदेश में सर्वाधिक तापमान वाले स्थान रहे। यहां अधिकतम तापमान 48.2 डिग्री सेल्सिसय दर्ज किया गया।

झारखंड में भीषण गर्मी से 16 की मौत

झारखंड में लू और गर्मी से बीमार होकर पिछले चौबीस घंटे में 16 की मौत हुई है। इनमें दो यूपी के सीतापुर और कानपुर के रहने वाले थे। पलामू में आठ, जमशेदपुर में तीन, गढ़वा में दो और हजारीबाग में तीन की जान गई है। राज्य में पिछले 48 घंटे में 33 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में तेज गर्मी के कारण प्रदेश के गृह राज्यमंत्री जवाहर सिंह बेढ़म की भरतपुर में जनसुनवाई करते हुए तबीयत बिगड़ गई।

पहाड़ों में भी जनजीवन प्रभावित

उत्तराखंड के देहरादून में अधिकतम तापमान 43.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। इससे पहले वर्ष 2012 में 30 मई को अधिकतम तापमान 43.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। हिमाचल प्रदेश में भी कई क्षेत्रों में लू चली। हमीरपुर में अधिकतम तापमान 45.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

योगी बोले-नहीं कटनी चाहिए बिजली

यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साफ कहा है कि गांव हो या शहर, कहीं भी अनावश्यक बिजली कटौती नहीं होनी चाहिए। उन्होंने निर्देश जारी किया कि सभी नगर निकायों व ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों पर प्याऊ रखवाए जाएं। सड़कों पर नियमित रूप से पानी का छिड़काव कराया जाए। पानी की कमी से प्रभावित क्षेत्रों में टैंकरों के माध्यम से जलापूर्ति सुनिश्चित कराई जाए। अयोध्या, काशी, मथुरा सहित सभी धार्मिक स्थलों पर विशेष ध्यान दिया जाए।

राजस्थान के मंत्री बोले-राहत की व्यवस्था नहीं

राजस्थान के कृषि एवं आपदा राहत मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, लू मौत पर मुआवजे की व्यवस्था नहीं है। सीएम भजनलाल शर्मा से इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिखवाकर लू से हुई मौतों को एसडीआरएफ में शामिल करने का आग्रह करेंगे। बता दें, गुरुवार को राजस्थान हाई कोर्ट ने राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि वे लू जाने गंवाने वालों के आश्रितों को मुआवजा दें।

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