कैथल में हिसार एयरपोर्ट पर सीएम के बयान पर सांसद जेपी का पलटवार: बोले- चहेतों के लाभ के लिए बनाया एयरोड्रम, एयरपोर्ट साबित करें

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल। JP On Hisar Airport: कैथल में हाल ही में हुई एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में हिसार के सांसद जयप्रकाश जेपी ने मुख्यमंत्री नायब सैनी द्वारा की गई टिप्पणी पर कड़ा जवाब दिया। उन्होंने यह आरोप लगाया कि हरियाणा सरकार ने हिसार में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बनाने का वादा किया था, लेकिन इसके बजाय वहां एयरोड्रम का निर्माण कर लोगों के साथ धोखा किया गया। सांसद जेपी ने स्पष्ट किया कि लोगों ने अपनी जमीन को इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए प्रदान किया, लेकिन अब तक उन्हें अपनी मेहनत का उचित लाभ नहीं मिला जिससे वे हकदार थे।

सरकार का वादा अधूरा

सांसद ने बताया कि किस प्रकार सरकार ने एयरपोर्ट के नाम पर कई बड़े प्रोजेक्ट्स को रोक रखा है। उन्होंने कहा कि एयरोड्रम बनाने का निर्णय स्थानीय लोगों के हितों के विपरीत लिया गया है। यह सब कुछ केवल सत्ताधारी पार्टी के चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए किया गया है। सांसद ने उदाहरण देते हुए कहा कि एयरोड्रम के नाम पर कई विकासशील योजनाएं ठप हो गई हैं, जिससे राज्य की प्रगति रुक गई है।

इस्तीफे की चुनौती

जेपी ने जोर देते हुए कहा कि यदि सरकार उनके द्वारा उठाए गए सवालों का संतोषजनक जवाब देने में असफल रहती है, तो उन्हें अपने पद से इस्तीफा देने में कोई संकोच नहीं होगा। उनकी चुनौती है कि यदि सरकार साबित कर दे कि यह एक इंटरनेशनल एयरपोर्ट है, तो वे अपने विधायक पद से इस्तीफा दे देंगे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मुख्यमंत्री नायब सैनी ने उनसे इस्तीफे की मांग की थी, जिस पर जेपी ने कहा कि वे आज भी तैयार हैं।

माफी की मांग

 

सांसद ने कहा कि अगर सरकार इस बात को साबित नहीं कर सकती है कि यह एयरपोर्ट इंटरनेशनल है, तो इसे दावे करने वालों को जनता और उनसे माफी मांगनी चाहिए। यह पारदर्शिता और जिम्मेदारी की पहली शर्त है, जिसके बिना लोकतंत्र मजबूत नहीं हो सकता।

राजनीतिक लाभ की तीखी आलोचना

जयप्रकाश जेपी ने स्पष्ट किया कि कांग्रेस के शासन में एयरपोर्ट की मंजूरी दी गई थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे एयरोड्रम में बदलकर अपने निजी स्वार्थ की पूर्ति की है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने इस मुद्दे का उपयोग राजनीतिक लाभ उठाने के लिए किया। उनके अनुसार, यह स्थिति हरियाणा की जनता के साथ अन्याय है, जो अपने योगदान के बदले उचित लाभ पाने की उम्मीद कर रही थी।

संघर्ष की योजना

सांसद ने यह भी कहा कि वे इस मुद्दे पर अपनी लड़ाई जारी रखेंगे और जब तक हिसार में एक वास्तविक इंटरनेशनल एयरपोर्ट नहीं बना दिया जाता, तब तक वह चुप नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि यदि भाजपा सरकार इस एयरपोर्ट को नहीं बनाती है, तो जब कांग्रेस की सरकार आएगी, तो वह सुनिश्चित करेगी कि यह एयरपोर्ट बने। इस तरह, हरियाणा के लोग अपने त्याग और बलिदान का पूरा लाभ उठा सकें।

प्रतिबद्धता

इस मुद्दे पर सांसद जेपी की स्पष्टता और सार्वजनिक हित की रक्षा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता ने एक बार फिर यह दर्शाया है कि राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता केवल सत्ता की कुर्सी तक सीमित नहीं होनी चाहिए। यह आवश्यक है कि जनहित के मुद्दों पर कड़ाई से नजर रखी जाए और सरकार अपनी जिम्मेदारी समझे। एयरपोर्ट का मुद्दा न केवल हरियाणा के विकास से जुड़ा है, बल्कि यह प्रदेश के लोगों की भावनाओं और आकांक्षाओं का भी प्रतिनिधित्व करता है। जयप्रकाश जेपी ने इस संदर्भ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और उनकी लड़ाई हरियाणा की जनता के लिए एक बड़ी उम्मीद बनकर उभरी है।

 

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