कलायत में फर्जी बैंक कर्मी बनकर डेढ़ लाख ठगे: लोन दिलाने का झांसा दिया, हेल्थ बीमा के नाम पर पैसे ऐंठे

नरेन्द्र सहारण, कैथल : Kaithal News: हरियाणा के कलायत क्षेत्र में एक व्यक्ति से लोन दिलाने के नाम पर अज्ञात आरोपी ने 1 लाख 45 हजार 817 रुपये की ठगी कर ली है। इस घटना का खुलासा तब हुआ जब ठग लगातार पैसे मांगने लगे और पीड़ित को उनके इरादों पर संदेह हुआ। अंततः, पीड़ित जरनैल सिंह ने इस संबंध में साइबर थाने में शिकायत दर्ज करवाई, जिसके आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
फोन कॉल से शुरुआत
22 अगस्त को जरनैल सिंह के पास 69091-47110 नंबर से एक फोन आया, जिसमें एक व्यक्ति ने खुद को कोटक महिंद्रा बैंक का प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि वे लोन की जरूरत वालों को मदद कर सकते हैं। उन्होंने जरनैल से कहा कि यदि उन्हें लोन चाहिए, तो वे उसकी फाइल तैयार करवा सकते हैं। इसके लिए उन्होंने 1050 रुपये का एक फाइल चार्ज मांगा।
जब जरनैल ने पैसा भेजने के लिए सहमति जताई, तो आरोपी ने उसे एक बैंक खाता नंबर दिया, जिसमें उसने फाइल चार्ज के रूप में 1050 रुपये जमा कर दिए। इसके बाद, जरनैल ने समझा कि यह प्रक्रिया सही दिशा में जा रही है।
दूसरे फोन कॉल का भेद
कुछ समय बाद, 8982937978 नंबर से एक और कॉल आई। कॉल करने वाले ने भी खुद को उसी लोन डिपार्टमेंट का सदस्य बताया। उन्होंने कहा कि फाइल को आगे बढ़ाने के लिए 2999 रुपये की आवश्यकता है। इसके बाद, जरनैल ने इस राशि को भी आरोपी के खाते में ऑनलाइन ट्रांसफर कर दिया।
जल्द ही, आरोपियों ने सभी प्रकार के बहाने बनाना शुरू कर दिया। उन्होंने जरनैल से हेल्थ बीमा के लिए 7500 रुपये और फाइल प्रोसेसिंग के लिए 1000 रुपये भेजने को कहा। पीड़ित ने इन सभी मांगों को पूरा किया और कुल मिलाकर 1,45,817 रुपये भेज दिए।
ठगी का अहसास
जब आरोपी पैसे मांगने लगे, तो जरनैल को शक हुआ। उसने अपनी बैंक में जाकर इसकी जानकारी ली, वहां से उसे पता चला कि उसके साथ ठगी हुई है। यह जानकर उसने तुरंत साइबर थाने में जाकर अपनी शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस कार्यवाही
साइबर थाना प्रभारी सुभ्रांशु ने बताया कि जरनैल की शिकायत पर तुरंत कार्रवाई की गई और आरोपी के खिलाफ मुकदमा दायर किया गया है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और ठग की पहचान के लिए तकनीकी सहायता का सहारा लिया जा रहा है।
ठगी के प्रकार और सतर्कता
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि ऑनलाइन ठगी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। लोग लोन या किसी अन्य वित्तीय सहायता के लिए अक्सर ऐसे ठगों के झांसे में आ जाते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसी स्थिति में हमेशा सतर्क रहना चाहिए। यदि किसी व्यक्ति को लोन की आवश्यकता है, तो उन्हें स्थापित बैंकों या वित्तीय संस्थानों से सीधे संपर्क करना चाहिए।
उन्हें कभी भी अज्ञात नंबरों से आए फोन कॉल्स पर भरोसा नहीं करना चाहिए, और किसी भी प्रकार की ऑनलाइन ट्रांजैक्शन करने से पहले पूरी जानकारी और प्रक्रिया की जांच करनी चाहिए। विशेषज्ञों का मानना है कि उपलब्ध जानकारी और सुरक्षा उपाय अपनाकर, लोग खुद को ऐसे ठगों से सुरक्षित रख सकते हैं।
साइबर सुरक्षा और सावधानी जरूरी
इस तरह की ठगी की घटनाओं ने एक बार फिर से यह साबित कर दिया है कि साइबर सुरक्षा और सावधानी कितनी महत्वपूर्ण है। जरनैल सिंह की तरह कई लोग अनजाने में ठगी का शिकार हो रहे हैं। इसलिए सभी को जागरूक रहना चाहिए और किसी भी ऐसे प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करना चाहिए जो अत्यधिक लाभदायक लगे।
जांच जारी है,और पुलिस ने ठगी के इस मामले में सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, ताकि अन्य लोग इस तरह की ठगी का शिकार न हो सकें। पुलिस का कहना है कि सभी सदस्यों को ऐसे मामलों की रिपोर्ट दर्ज करनी चाहिए और कोई भी संदेहास्पद गतिविधि होने पर तुरंत सूचित करना चाहिए।
संबंधित अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, साइबर ठगी के बढ़ते मामलों को रोकने के लिए जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं। इसके तहत, लोगों को ठगी से बचने के उपाय बताने वाली कार्यशालाएँ आयोजित की जाएँगी, ताकि वे किसी ठगी की चपेट में आने से बच सकें।
यह मामला इस बात का प्रमाण है कि हमें हर कदम पर सतर्क रहने की आवश्यकता है, खासकर जब बात वित्तीय लेन-देन की हो। ठगी के मामलों को रोकना समाज के लिए आवश्यक है, और यह तभी संभव है जब हम सभी जानकारी को गंभीरता से लें और एकजुट होकर इसके खिलाफ उठें।