India Pakistan War: भारत का करारा जवाब, पाकिस्तान के रावलपिंडी और अन्य ठिकानों पर भीषण जवाबी प्रहार

नई दिल्ली, बीएनएम न्‍यूज: India Pakistan War: भारतीय वायुसेना ने अपनी त्वरित और अचूक प्रतिक्रिया का परिचय देते हुए पाकिस्तान के हाई स्पीड मिसाइल-लड़ाकू विमानों द्वारा किए गए दुस्साहसिक हमलों को पूरी तरह से नाकाम कर दिया है। पाकिस्तानी वायुसेना के लड़ाकू जेट विमानों ने जम्मू-कश्मीर से लेकर गुजरात तक स्थित भारतीय वायुसेना के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का असफल प्रयास किया। इस अप्रत्याशित हमले में वायुसेना स्टेशन उधमपुर, पठानकोट, आदमपुर, भुज और भटिंडा के कुछ उपकरण क्षतिग्रस्त हुए हैं और दुर्भाग्यवश कुछ जवानों को भी मामूली हानि पहुंची है।

हालांकि, भारत ने इस कायरतापूर्ण हरकत का तत्काल और जबरदस्त जवाब दिया है। भारतीय वायुसेना ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के सैन्य और वायुसेना ठिकानों पर मिसाइलों और हवाई हमलों की बौछार कर दी है। विश्वसनीय सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के रावलपिंडी स्थित नूर खान एयर बेस, रफीकी एयर बेस, मुरीद एयर बेस, चकलाला एयर बेस, रहीमयार खान एयर बेस, शुकूर एयर बेस और चुनिया एयर बेस पर भारतीय वायुसेना ने भारी नुकसान पहुंचाया है। इसके अतिरिक्त, भारतीय वायुसेना के निशाने पर पाकिस्तान का महत्वपूर्ण पसूर रडार साइट और सियालकोट का एविएशन बेस भी रहे, जिन्हें सफलतापूर्वक भेदा गया है।

सूत्रों की मानें तो भारतीय वायुसेना की इस जवाबी कार्रवाई में लगभग 900 से अधिक लक्ष्यों को निशाना बनाया गया है, जिससे पाकिस्तानी सैन्य और वायुसेना ढांचे को गंभीर क्षति पहुंची है।

रावलपिंडी के एयरबेस पर हमले से पाकिस्तान में खलबली

 

भारतीय वायुसेना की इस जवाबी कार्रवाई की सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि उसने पाकिस्तानी सेना के हृदयस्थल कहे जाने वाले रावलपिंडी स्थित नूर खान एयर बेस और चकलाला एयर बेस जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण ठिकानों को निशाना बनाया है। नूर खान एयर बेस पाकिस्तानी सैन्य नेतृत्व के लिए एक विशेष महत्व रखता है। यह एयर बेस पाकिस्तानी वायुसेना के कई महत्वपूर्ण स्क्वाड्रनों – स्क्वाड्रन नंबर 6, 10, 12 और 41 का ठिकाना है। यहां पर सी-130 परिवहन विमान, आईएल-78 टैंकर विमान और महत्वपूर्ण अवाक्स (एयरबोर्न वार्निंग एंड कंट्रोल सिस्टम) विमान तैनात हैं। इस महत्वपूर्ण एयर बेस पर हमला पाकिस्तान के सैन्य तंत्र के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है।

इसके अतिरिक्त, रावलपिंडी स्थित रफीकी एयर बेस भी भारतीय वायुसेना के निशाने पर रहा। इस एयर बेस पर पाकिस्तान के आधुनिक लड़ाकू जेट जेएफ-17 सहित कई महत्वपूर्ण मिसाइल ऑपरेशन सिस्टम मौजूद हैं। इस एयर बेस पर हुए हमले से पाकिस्तान की हवाई युद्धक क्षमता को भी  नुकसान पहुंचने की आशंका है।

रावलपिंडी जैसे महत्वपूर्ण सैन्य ठिकानों पर भारत की इस साहसिक कार्रवाई ने पाकिस्तान के सैन्य नेतृत्व में बेचैनी और घबराहट पैदा कर दी है। विश्लेषकों का मानना है कि भारत का यह जवाबी प्रहार पाकिस्तान को यह स्पष्ट संदेश देता है कि किसी भी प्रकार के दुस्साहस का मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा और भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा की रक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।

यह घटनाक्रम दोनों देशों के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंधों को और अधिक जटिल बना सकता है। हालांकि, भारत का यह त्वरित और प्रभावी प्रत्युत्तर यह दर्शाता है कि वह अपनी सीमाओं और प्रतिष्ठानों की सुरक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार है और किसी भी आक्रमण का करारा जवाब देने में सक्षम है। अब यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि पाकिस्तान इस स्थिति पर कैसी प्रतिक्रिया व्यक्त करता है और आगे इस क्षेत्र में क्या घटनाक्रम सामने आते हैं। भारत ने स्पष्ट रूप से अपनी दृढ़ इच्छाशक्ति और सैन्य क्षमता का प्रदर्शन किया है, जिससे पाकिस्तान को भविष्य में किसी भी प्रकार की शत्रुतापूर्ण कार्रवाई करने से पहले कई बार सोचना होगा।

 

You may have missed