कैथल में अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़: दो शातिर अपराधी गिरफ्तार, चोरी की 6 मोटरसाइकिल बरामद

पुलिस की गिरफ्त में आरोपी।
नरेन्द्र सहारण, कैथल: Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले में पुलिस ने अपराध और अपराधियों पर नकेल कसते हुए एक बड़े अंतरराज्यीय बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़ करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। जिला पुलिस अधीक्षक (एसपी) आस्था मोदी के कुशल नेतृत्व और स्पष्ट निर्देशों के तहत, चौकी महमूदपुर पुलिस ने सराहनीय कार्रवाई करते हुए दो शातिर बाइक चोरों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई 6 अप्रैल को हुई एक बाइक चोरी की घटना के बाद शुरू की गई गहन जांच का परिणाम है। गिरफ्तार आरोपियों से पुलिस ने न केवल चोरी की गई मोटरसाइकिलें बरामद की हैं, बल्कि उनके अंतरराज्यीय नेटवर्क के संबंध में भी महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं। इस सफलता ने जहां क्षेत्र में वाहन चोरी की घटनाओं पर अंकुश लगने की उम्मीद जगाई है, वहीं आमजन में पुलिस के प्रति विश्वास को भी सुदृढ़ किया है।
पवित्र स्थल पर नापाक हरकत: माईसर मंदिर से शुरू हुई जांच
मामले का सूत्रपात 6 अप्रैल, 2025 (गुरुवार) को हुआ, जब पंजाब के समाना निवासी सुनील कुमार, महमूदपुर स्थित प्रसिद्ध माईसर देवी मंदिर में माथा टेकने और अपनी श्रद्धासुमन अर्पित करने आए थे। माईसर मंदिर, जो कि क्षेत्र में आस्था का एक प्रमुख केंद्र है और जहां दूर-दूर से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं, उस दिन अपराधियों की नापाक हरकतों का गवाह बना। सुनील कुमार ने अपनी मोटरसाइकिल मंदिर परिसर के बाहर निर्दिष्ट स्थान पर खड़ी की और दर्शन के लिए अंदर चले गए। जब वे कुछ समय बाद लौटे, तो उन्होंने पाया कि उनकी मोटरसाइकिल गायब थी। इसी तरह, एक अन्य श्रद्धालु, धरमिंदर, की मोटरसाइकिल भी उसी स्थान से चोरी हो गई। एक पवित्र स्थल पर, जहां लोग मन की शांति और देवी के आशीर्वाद की कामना लेकर आते हैं, इस प्रकार की आपराधिक घटना ने न केवल पीड़ितों को आर्थिक नुकसान पहुंचाया बल्कि उनकी धार्मिक भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई।
पीड़ितों ने अविलंब इस घटना की सूचना पुलिस को दी। मामले की गंभीरता को समझते हुए, थाना गुहला में भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मोटरसाइकिल चोरी का मामला दर्ज किया गया। चूंकि घटना महमूदपुर चौकी के अंतर्गत आती थी, इसलिए जांच का जिम्मा चौकी महमूदपुर पुलिस को सौंपा गया।
एसपी आस्था मोदी के निर्देश, पुलिस की त्वरित कार्रवाई
कैथल जिले की पुलिस अधीक्षक आस्था मोदी जो सख्त कार्यशैली और अपराध नियंत्रण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए जानी जाती हैं, ने इस मामले को गंभीरता से लिया। उन्होंने चौकी महमूदपुर के प्रभारी को तत्काल प्रभावी कार्रवाई करने और अपराधियों को जल्द सलाखों के पीछे पहुंचाने के स्पष्ट निर्देश दिए। एसपी के निर्देशों के अनुपालन में, चौकी महमूदपुर के प्रभारी, सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) राजेश कुमार ने एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया। इस टीम में हेड कांस्टेबल (एचसी) मंगल सिंह सहित अन्य अनुभवी पुलिसकर्मियों को शामिल किया गया।
एएसआई राजेश कुमार के नेतृत्व में टीम ने तुरंत जांच शुरू कर दी। प्रारंभिक चरण में पुलिस टीम ने घटनास्थल का बारीकी से निरीक्षण किया, मंदिर परिसर और आसपास के संभावित सीसीटीवी फुटेज खंगालने का प्रयास किया और मुखबिरों को सक्रिय किया। पीड़ितों से भी विस्तृत पूछताछ की गई ताकि चोरों के हुलिए या किसी संदिग्ध गतिविधि के बारे में कोई सुराग मिल सके। पुलिस ने इस तरह के अपराधों में पहले शामिल रहे अपराधियों का रिकॉर्ड भी खंगाला।
खुफिया तंत्र और तकनीकी जांच से मिली सफलता
पुलिस टीम ने अपने खुफिया तंत्र को सक्रिय करते हुए और आधुनिक तकनीकी सहायता का उपयोग करते हुए जांच को आगे बढ़ाया। कई दिनों की अथक मेहनत, संदिग्धों की गतिविधियों पर नज़र रखने और विभिन्न स्रोतों से मिली जानकारी का विश्लेषण करने के बाद, पुलिस टीम को कुछ महत्वपूर्ण सुराग हाथ लगे। इन सुरागों के आधार पर, पुलिस ने पंजाब के कुछ क्षेत्रों में अपनी गतिविधियां केंद्रित कीं, क्योंकि शुरुआती जांच में यह अंदेशा हो गया था कि इस गिरोह के तार पंजाब से जुड़े हो सकते हैं।
लगातार प्रयासों के फलस्वरूप पुलिस टीम दो संदिग्धों की पहचान करने में सफल रही। पुख्ता सबूत और पहचान सुनिश्चित होने के बाद, एएसआई राजेश कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम ने जाल बिछाकर दोनों आरोपियों को धर दबोचा। पकड़े गए आरोपियों की पहचान समाना, पंजाब निवासी साहिल प्रीत और शहजादपुर, जिला पटियाला, पंजाब निवासी मंदीप सिंह के रूप में हुई।
पूछताछ में उगले राज, बरामद हुईं 6 मोटरसाइकिलें
गिरफ्तारी के बाद, दोनों आरोपियों को चौकी महमूदपुर लाया गया, जहां उनसे गहन पूछताछ की गई। शुरुआत में तो आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने का प्रयास किया, लेकिन जब पुलिस ने उनके सामने एकत्रित किए गए सबूत पेश किए और मनोवैज्ञानिक ढंग से पूछताछ की, तो वे टूट गए और उन्होंने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
आरोपियों ने न केवल माईसर मंदिर से धरमिंदर और सुनील की मोटरसाइकिलें चोरी करने की बात स्वीकार की, बल्कि उनकी निशानदेही पर पुलिस ने कुल 6 चोरी की गई मोटरसाइकिलें बरामद कीं। इन बरामद मोटरसाइकिलों में धरमिंदर की बाइक भी शामिल थी। पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, बरामद की गई अन्य मोटरसाइकिलों में से एक बाइक चीका क्षेत्र से चोरी की गई थी, जबकि शेष 4 बाइकें पंजाब के विभिन्न स्थानों से चुराई गई थीं। यह बरामदगी इस गिरोह के अंतरराज्यीय स्तर पर सक्रिय होने की पुष्टि करती है। यह भी जांच का विषय है कि सुनील कुमार की मोटरसाइकिल का क्या हुआ, क्योंकि बरामद बाइक में धरमिंदर की बाइक का उल्लेख है। संभव है कि सुनील की बाइक को उन्होंने कहीं और ठिकाने लगा दिया हो या बेच दिया हो, जिसकी जांच जारी है।
मोटरसाइकिल चोरी का तरीका और नेटवर्क
पूछताछ में आरोपियों ने मोटरसाइकिल चोरी करने के अपने तरीकों का भी खुलासा किया होगा। आमतौर पर ऐसे गिरोह भीड़भाड़ वाली जगहों, धार्मिक स्थलों, बाजारों या पार्किंग स्थलों को अपना निशाना बनाते हैं, जहां लोग अपने वाहन खड़े करके कुछ समय के लिए चले जाते हैं। ये शातिर चोर मास्टर चाबियों का इस्तेमाल करते हैं या पलक झपकते ही बाइक का लॉक तोड़कर उसे स्टार्ट कर फरार हो जाते हैं। कई बार ये गिरोह चोरी की मोटरसाइकिलों के इंजन और चेसिस नंबर बदलकर या फर्जी दस्तावेज तैयार कर उन्हें बेच देते हैं। कुछ मामलों में, चोरी की बाइक्स को उनके पुर्जे अलग-अलग करके भी बेचा जाता है। पुलिस अब इस बात की भी जांच कर रही है कि यह गिरोह चोरी की मोटरसाइकिलों को कहां और किसे बेचता था और इस नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।
न्यायालय में पेशी और न्यायिक हिरासत
चौकी महमूदपुर पुलिस ने गिरफ्तार आरोपियों, साहिल प्रीत और मंदीप सिंह, से विस्तृत पूछताछ और आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद उन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया। न्यायालय ने मामले की गंभीरता और पुलिस द्वारा प्रस्तुत साक्ष्यों को ध्यान में रखते हुए दोनों आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजने का आदेश दिया। पुलिस अब इस मामले में जल्द ही चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है ताकि आरोपियों को उनके किए की सजा दिलाई जा सके। न्यायिक हिरासत के दौरान भी यदि आवश्यक हुआ तो पुलिस न्यायालय की अनुमति से आरोपियों से पुनः पूछताछ कर सकती है ताकि गिरोह के अन्य सदस्यों और उनके पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।
पुलिस की जनता से सहयोग की अपील
कैथल पुलिस की इस कार्रवाई की क्षेत्र में सराहना हो रही है। एसपी आस्था मोदी ने चौकी महमूदपुर की टीम, विशेषकर एएसआई राजेश कुमार और एचसी मंगल सिंह के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कहा कि जिला पुलिस अपराध नियंत्रण और आमजन की सुरक्षा के लिए कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि वे अपने वाहनों की सुरक्षा के प्रति सतर्क रहें, उचित गुणवत्ता वाले लॉक्स का प्रयोग करें, और जहां तक संभव हो, अपने वाहनों को सुरक्षित पार्किंग स्थलों पर ही खड़ा करें। किसी भी संदिग्ध व्यक्ति या गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने का भी आग्रह किया गया है, ताकि अपराधों को होने से पहले ही रोका जा सके।
यह सफलता न केवल कैथल पुलिस के लिए एक उपलब्धि है, बल्कि यह अन्य राज्यों की पुलिस के साथ बेहतर समन्वय स्थापित कर अंतरराज्यीय अपराधियों पर नकेल कसने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि इस गिरोह के भंडाफोड़ होने से क्षेत्र में मोटरसाइकिल चोरी की घटनाओं में कमी आएगी और लोग अधिक सुरक्षित महसूस करेंगे। पुलिस अब इस गिरोह के अन्य संभावित सदस्यों और उनके द्वारा अंजाम दी गई अन्य वारदातों के बारे में भी जांच कर रही है।