Kaithal News: डंकी के रास्ते अमेरिका गए कैथल के युवक को गोली मारने का दावा, वायरल हो रहा वीडियो

नरेन्द्र सहारण, कलायत, कैथल। Kaithal News: कैथल जिले के मटौर गांव का निवासी मलकीत (26) अमेरिका में बेहतर जीवन की तलाश में निकला था, लेकिन उसकी यह ख्वाहिश एक दुखद परिणाम के साथ समाप्त हुई। पिछले लगभग दो वर्षों से मलकीत ने अपने परिवार से कोई संपर्क नहीं किया, जब वह अमेरिका जाने के लिए डंकी रूट का चयन कर रहा था। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुई एक वीडियो में एक युवक की लाश दिखाई दी, जिसे मलकीत का घोषित किया गया।
एजेंट को 25 लाख रुपये चुका दिए
मलकीत ने फरवरी 2023 में एक एजेंट से संपर्क किया, जिसने उसे बताया कि अमेरिका पहुंचने के लिए उसे 40 लाख रुपये की आवश्यकता है। परिवार ने पहले एजेंट को 25 लाख रुपये चुका दिए। लेकिन फिर, मलकीत को वैध तरीके से अमेरिका भेजने के बजाय, उसे डंकी रूट से भेज दिया गया। यह रूट खतरनाक माना जाता है, जहां लोगों को तस्करों के हाथों शिकार होना पड़ता है।
शव का वीडियो मिल सका
परिवार ने बताया कि मलकीत अपने साहसिक निर्णय से बहुत उत्साहित था, लेकिन कुछ दिनों के भीतर उसका संपर्क टूट गया। पहले तो वह अपने परिवार के साथ संपर्क में रहा और बात करने में सक्षम था, लेकिन 7 मार्च 2023 के बाद से उसका कोई भी समाचार नहीं मिला। परिवार ने उसकी तलाश में कई प्रयास किए, लेकिन तब तक उन्हें बस उसकी लाश का वीडियो मिल सका।
परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि तस्कर मालकीत से पैसे की मांग कर रहे थे, और जब वे उसकी मांग पूरी नहीं कर सके, तो उन्होंने उसे मार डाला। मलकीत के पिता सतपाल ने बताया कि उन्हें सोशल मीडिया से अपने बेटे की हत्या की जानकारी मिली। वीडियो देखने पर, उन्होंने पहचान की कि शव मलकीत का ही था।
इसके बाद उन्होंने यह भी बताया कि डंकी रूट से अमेरिका जाने वाले अन्य युवकों से बातचीत की, जिन्होंने स्पष्ट किया कि जब पैसे नहीं मिलते, तो तस्कर ऐसे ही अपने शिकार को गोली मार देते हैं। उन्होंने कहा कि पनामा के जंगलों में पुलिस नहीं आती, और वहां शवों को छोड़ दिया जाता है, जो बाद में केवल कंकाल में बदल जाते हैं।
बार-बार समझाने की कोशिश की
मलकीत ने पॉलिटेक्निक की पढ़ाई की थी और अमेरिकी सपने को साकार करने के लिए यह जोखिम उठाया। उसके माता-पिता कभी नहीं सोचते थे कि उनका बेटा इस तरह के खतरनाक रास्ते से गुजरने के लिए मजबूर होगा। वे अपने बेटे के लिए बहुत चिंतित थे और परिवार ने उसे बार-बार समझाने की कोशिश की, लेकिन वह अपने फैसले से डटा रहा।
मलकीत का मामला तब उजागर हुआ जब कई भारतीय युवकों की डिपोर्टेशन की खबरें सामने आईं, जिससे डंकी रूट का मुद्दा फिर से ताजा हो गया। इसके अलावा, अधिकतर युवा सीमांकित धन की चाहत में इस रास्ते को अपना रहे हैं, जो अंततः उनके लिए जानलेवा साबित हो रहा है।
सरकार से मदद की अपील
परिवार अब एकदम टूट चुका है। उन्होंने सरकार से मदद की अपील की है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके और अन्य परिवारों को इसी तरह के दुखों का सामना न करना पड़े। सतपाल ने बताया कि उनके पास अब मलकीत का कोई भविष्य नहीं बचा है, और उनकी यह चिंता है कि और भी युवा इसी रास्ते का चयन कर सकते हैं।
इस घटना ने फिर से इस बात की ओर ध्यान खींचा है कि कैसे मानव तस्करी और अवैध मार्गों का इस्तेमाल करके अच्छे भविष्य की तलाश में युवा लोग अपनी जान खतरे में डालते हैं। सरकार और संबंधित एजेंसियों को इस समस्या पर तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है, और मानव तस्करों के खिलाफ कठोर कदम उठाने की जरूरत है।
युवाओं के लिए चेतावनी
एक ओर जहां ये घटनाएं अमेरिका के सपनों को जीने का प्रयास कर रहे युवाओं के लिए चेतावनी हैं, वहीं दूसरी ओर समाज को एक नए दृष्टिकोण की आवश्यकता है। जो युवा साहसिक यात्रा पर निकलने से पहले सभी पहलुओं पर विचार करें और अच्छे और सुरक्षित मार्गों को प्राथमिकता दें।
यह स्थिति उन परिवारों के लिए सीख बननी चाहिए, जो अपने बच्चों को बेहतर भविष्य की चाह में अपने सपनों की यात्रा पर भेजते हैं। मलकीत की कहानी एक चेतावनी है कि किसी भी सपने की तलाश में जोखिम को समझना और उचित कदम उठाना आवश्यक है।
समाज, सरकार और समुदाय को मिलकर ऐसे मामलों पर काम करना होगा ताकि किसी और माता-पिता को अपने बच्चे की मौत की खबर न मिले। मलकीत की कहानी हर किसी को यह याद दिलाने के लिए है कि सुरक्षा हमेशा प्राथमिकता होनी चाहिए, और जोखिमों की पहचान करना आवश्यक है।
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