Kaithal News: कलायत के युवक का अपहरण कर रंगदारी मांगने के मामले में महिला सहित छह आरोपित गिरफ्तार

नरेन्‍द्र सहारण, कैथल। Kaithal News: हरियाणा के कैथल जिले के कलायत क्षेत्र में एक युवक अंकित का अपहरण उसके कनाडा भेजने के सपने को लेकर किया गया। यह घटना न केवल युवक के परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक चिंताजनक विषय बन गई। अंकित का अपहरण करने वाले आरोपितों ने उसके परिवार से लाखों रुपये की रंगदारी मांगी। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने इसे अपनी प्राथमिकता में रखा और स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट (SDU) की एक टीम ने मामले की जांच प्रारंभ की।

अपहरण की योजना

अंकित, जो गांव सिणंद का निवासी है, अक्सर अपने रिश्तेदारों के पास उझाना जाता था। वहीं उसकी पहचान उझाना निवासी एक युवक अंकित से हुई। इस युवक ने उसे धमतान साहिब निवासी सोनू के संपर्क में लाया, जिसने अंकित को कनाडा भेजने का आश्वासन दिया। इस दौरान अंकित के मन में विदेश जाकर एक बेहतर भविष्य बनाने का ख्वाब पलने लगा।

20 अप्रैल को अंकित ने अपने पिता नरेश कुमार से फोन पर बात की और कहा कि उसे 1 लाख रुपये अपने खाते में डालने की जरूरत है, ताकि एजेंट सोनू के फिंगर प्रिंट किए जा सकें। नरेश ने विश्वास करते हुए अपने बेटे के खाते में पैसे डाल दिए। इसके बाद, अंकित का फोन बंद होने लगा और उसका परिवार चिंतित रहने लगा।

22 अप्रैल को अंकित ने अपने पिता को फोन किया और बताया कि उसका अपहरण हो गया है। यह सुनते ही नरेश की चिंता और बढ़ गई। कुछ ही समय बाद अपहरणकर्ताओं ने नरेश से संपर्क किया और 25 लाख रुपये की रंगदारी की मांग की। नरेश ने अपने बेटे को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का निश्चय किया।

पुलिस कार्रवाई की शुरुआत

नरेश ने इस संबंध में कलायत थाना में एक प्राथमिकी दर्ज करवाई। इस मामले की गंभीरता को देखते हुए हरियाणा पुलिस ने मामले की जांच के लिए स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट का गठन किया। एसपी आस्था मोदी ने मामले की जानकारी दी और टीम को युवक को सुरक्षित वापस लाने के निर्देश दिए।

एसडीयू की टीम की जांच

स्पेशल डिटेक्टिव यूनिट की टीम में शामिल एसआइ रमेश चंद और एएसआइ तरसेम कुमार ने मामले की जांच शुरू की। उन्होंने सबसे पहले अपहरणकर्ताओं की पहचान के लिए काम करना प्रारंभ किया। टीम ने सदस्यता के आधार पर संभावित ठिकानों का अनुसंधान किया और पता लगाया कि आरोपितों ने अपनी गतिविधियों को छिपाने के लिए एक योजना बनाई थी।

आरोपितों की गिरफ्तारी

टीम ने महिला आरोपित रेशम नगर जम्मू निवासी सुमेधा शर्मा और संगरूर पंजाब निवासी हर्षवीर को पंजाब से गिरफ्तार किया। हर्षवीर को साथ लेकर जब टीम ने जम्मू पहुंची तो उन्होंने आरोपित अमित को भी गिरफ्तार किया। अमित से पूछताछ के बाद, टीम ने जंग गांव जम्मू में सर्च ऑपरेशन चलाया और वहां के आरोपित शमशेर, सोनू और राजेंद्र को भी पकड़ लिया।

इस कार्रवाई के दौरान अंकित को सुरक्षित रूप से रिहा किया गया। अपहरण की पूरी योजना का पर्दाफाश करते हुए पाया गया कि सोनू और हर्षवीर का अंकित के साथ पहले से ही करीबी संपर्क था। सोनू ने उसे कनाडा भेजने के नाम पर बुलाया था और अमित को शमशेर के घर तक पहुंचाया था।

कानूनी कार्रवाई

गिरफ्तार सभी आरोपितों को अगले दिन अदालत में पेश किया गया, जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। पुलिस अब यह सुनिश्चित कर रही है कि इस मामले में शामिल अन्य संभावित आरोपितों की भी पहचान की जाए और उन्हें कानून के मुकदमे का सामना करना पड़े।

परिवार की प्रतिक्रिया

 

युवक अंकित के परिवार ने पुलिस की कार्रवाई की तारीफ की है और कहा है कि उनकी मेहनत और लगन ने उनके बेटे को फिर से सुरक्षित किया। उन्होंने कहा, “हमें लगता है कि हमारी आवाज सुन ली गई और हम जल्दी ही अपने बेटे के साथ होंगे।”

जागरूकता का प्रतीक

इस मामले ने स्थानीय समुदाय को भी सतर्क किया है। अब लोग समझते हैं कि खुद को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें किस तरह की सावधानियां बरतनी चाहिए। विशेषकर युवकों को इस प्रकार के धोखाधड़ी से बचने के लिए अपने करीबी रिश्तेदारों के साथ संपर्क में रहना चाहिए।

निष्कर्ष

यह मामला न केवल पुलिस के सक्रियता को दर्शाता है, बल्कि यह भी साबित करता है कि अगर समाज एकजुट होकर काम करे तो किसी भी प्रकार के अपराध को रोका जा सकता है। अपहरण और रंगदारी जैसी गतिविधियों को रोकने के लिए जागरूकता और सतर्कता अत्यंत महत्वपूर्ण है। साथ ही, यह घटना उन युवाओं के लिए एक चेतावनी है जो विदेश जाने के सपने देखते हैं।

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