Kisan Andolan: खेतों के ट्यूबवेल का पानी लेकर खनौरी पहुंचे हरियाणा के किसान, जगजीत सिंह डल्लेवाल को पिलाया

नरेन्‍द्र सहारण, खनौरी : Kisan Andolan: पंजाब-हरियाणा के खनौरी बार्डर पर किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का आमरण अनशन 71वें दिन पहुंच गया। इस अवसर पर मंगलवार को हरियाणा के 50 से अधिक गांवों के किसान अपने खेतों के ट्यूबवेल का पानी लेकर खड़े हुए। किसानों ने यह प्रतीकात्मक कदम उठाया ताकि डल्लेवाल को यह दिखा सकें कि खेती और जमीन की सुरक्षा के लिए उनकी लड़ाई का समर्थन करते हैं। किसानों ने डल्लेवाल को वही पानी पिलाया, जो उनकी मेहनत और संघर्ष का प्रतीक है, और इसे उन खेतों से लाया गया है जिनकी रक्षा के लिए डल्लेवाल अपने जीवन को जोखिम में डालकर अनशन कर रहे हैं।

किसानों की एकजुटता और समर्थन का प्रतीक

 

किसान नेता अभिमन्यु कोहाड़ ने इस मौके पर कहा कि डल्लेवाल ने पिछले 71 दिनों से केवल पानी पीने पर निर्भर रहकर आमरण अनशन किया है। वह केवल अपनी और आने वाली पीढ़ियों के लिए नहीं, बल्कि पूरी खेती और फसल की रक्षा के लिए इस आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं। इस दिशा में किसान नेताओं ने यह तय किया है कि अब डल्लेवाल को उसी पानी से पिलाया जाएगा, जिसे उनके खेतों के ट्यूबवेल से निकाला गया है। यह कार्रवाई किसानों की एकजुटता और डल्लेवाल के प्रति समर्थन का प्रतीक है।

इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले किसानों में नारनौंद, राजपुरा, माजरी, डिडवादी, सोहटी, फग्गू, धर्मपुरा, खैराती खेड़ा, दादू, तिलोकेवाला, बीसला, करनोली, खुंबर, जंडवाला, आयलकी, छिनौली, मटिण्डू, गोपालपुर, नौल्था, माजरा, खुराना, रोजखेड़ा, जुल्हेड़ा, ढाणी छतरिया, ढाणी ठोबा, तमसपुरा, भरपूर, लक्कड़वाली, चमराडा, माढ़ा, मस्तगढ़, खरल, लोधर, फतेहपुरी, फुलां, अकांवली और सुंदरनगर हमजापुर जैसे गांव शामिल थे। यह किसान अपनी आवाज उठाने के लिए अपने गांवों से पानी लेकर खनौरी पहुंचे, और यह स्पष्ट करना चाहते थे कि उनका समर्थन डल्लेवाल के लिए है।

गांवों की भावना और सामूहिकता का प्रतीक

 

किसान नेताओं काका सिंह कोटड़ा, जरनैल सिंह चाहल, और गुरदास सिंह ने किसानों का खनौरी बार्डर पर पहुंचने पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि यह केवल पानी नहीं है, बल्कि यह गांवों की भावना और उनकी सामूहिकता का प्रतीक है। जो किसान इस आंदोलन में शामिल हुए हैं, वे समझते हैं कि एमएसपी (न्यूनतम समर्थन मूल्य) की गारंटी बनवाने के लिए यह आंदोलन महत्वपूर्ण है।

आंदोलन में शामिल हों

 

किसान नेताओं ने देशभर के किसानों से अपील की है कि वह इस आंदोलन में शामिल हों और इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपनी आवाज़ को एकजुट करें। उन्होंने बताया कि 11 फरवरी को रत्नपुरा, 12 फरवरी को खनौरी, और 13 फरवरी को शंभू में आयोजित होने वाली महापंचायतों में भाग लेने के लिए किसानों को आमंत्रित किया गया है। यह महापंचायतें किसानों के एकजुटता और उनकी मांगों को उठाने का एक बेहतरीन मंच प्रदान करेंगी।

भविष्य की नस्लों के लिए महत्वपूर्ण

 

डल्लेवाल ने अपने अनशन के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि उनकी लडाई केवल उनकी व्यक्तिगत भूमि के लिए नहीं है, बल्कि यह सभी किसानों के अधिकारों के लिए है। हरियाणा के किसान इस आंदोलन का हिस्सा बनकर अपने भविष्य की सुरक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं। डल्लेवाल का अनशन उस भयावह वास्तविकता का एक हिस्सा है जिसे किसान अनुभव कर रहे हैं। उनकी यह लड़ाई केवल आज की बात नहीं, बल्कि भविष्य की नस्लों के लिए भी महत्वपूर्ण है।

किसान आंदोलन की इस प्रकार की घटनाएं हमें दिखाती हैं कि जब किसान एकजुट होते हैं, तो वे सत्ता की दीवारों को हिला सकते हैं। डल्लेवाल जैसे नेता, जो अपने सिद्धांतों के लिए खड़े होते हैं, उन्हें देखकर नए किसानों को प्रेरणा मिलती है। यह सभी दिखाई देता है कि किसान स्वरोजगार की आवश्यकता महसूस कर रहे हैं और वे अपनी मेहनत का उचित मूल्य पाना चाहते हैं।

जब किसान नेता डल्लेवाल अपने अनशन के दौरान केवल पानी पर निर्भर हैं, तो यह हम सभी के लिए एक विचारणीय प्रश्न है कि हम अपनी भूमि और फसलों की रक्षा के लिए क्या कर सकते हैं। यह संघर्ष केवल किसानों का नहीं है, बल्कि यह समाज के हर वर्ग का संघर्ष है। हर किसी को इस आवाज में शामिल होना चाहिए, ताकि सभी मिलकर एक आवाज बना सकें और उनकी मांगों को उच्च स्तर पर पहुंचा सकें।

किसानों का यह जज्बा दर्शाता है कि जब बात उनके अधिकार और भविष्य की होती है, तो वे किसी भी हद तक जा सकते हैं। उनकी यह लड़ाई निश्चित रूप से हरियाणा और सम्पूर्ण भारत में किसानों के हक की लड़ाई बन चुकी है, जो कि उन सभी के लिए एक सीख है जो अपनी जमीन और फसल को बचाने की कोशिश कर रहे हैं।

 

JOIN WHATSAAP CHANNEL

भारत न्यू मीडिया पर हिंदी में ब्रेकिंग न्यूज, Hindi News देश-विदेश की ताजा खबर, लाइव न्यूज अपडेट , धर्म-अध्यात्म और स्‍पेशल स्‍टोरी पढ़ें और अपने आप को रखें अप-टू-डेट। National News in Hindi  के लिए क्लिक करें इंडिया सेक्‍शन

You may have missed