Kurukshetra News: कुरुक्षेत्र में महायज्ञ में ब्राह्मणों को बासी खाना परोसने पर विवाद, चली गोली

नरेन्‍द्र सहारण, कुरुक्षेत्र : Kurukshetra News: कुरुक्षेत्र, एक ऐसा पवित्र भूमि जहां हर साल कई धार्मिक अनुष्ठान होते हैं, में शनिवार को 102वें 1008 कुंडीय शिव शक्ति महायज्ञ के दौरान एक गंभीर विवाद उत्पन्न हो गया। इस घटना ने केवल यज्ञ के माहौल को प्रभावित नहीं किया बल्कि इसने वहां उपस्थित सभी लोगों के मन में भय और असुरक्षा का भाव भी पैदा कर दिया। इस लेख में हम इस घटना का विस्तृत विवरण प्रस्तुत करेंगे।

विवाद की शुरुआत

सोमवार सुबह लगभग 10 बजे, केशव पार्क में यज्ञ के आयोजन में भोजन को लेकर विवाद का प्रारंभ हुआ। वेदपाठियों ने जब सैनी धर्मशाला में नाश्ता किया, तो उनमें से एक वेदपाठी ने बताया कि उन्हें बासी खिचड़ी परोसी गई है। उन्होंने कहा कि भोजन में बदबू भी थी, जिसे लेकर उन्होंने आपत्ति जताई। यह बात अन्य वेदपाठियों तक पहुंच गई और उन्होंने भी इस समस्या को उठाया।

विवाद बढ़ता है

इस अचानक हुए विवाद के बाद, यज्ञ में खड़े स्वामी हरिओम के निजी सुरक्षा कर्मियों ने वेदपाठियों को शिकायत करने से रोका। जब एक वेदपाठी ने बाबा से मिलने का प्रयास किया, तो सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें धमकाने का प्रयास किया। बात यहां तक बढ़ गई कि एक सुरक्षाकर्मी ने एक वेदपाठी को थप्पड़ भी मारा। यह मामला यहां तक पहुंच गया कि वेदपाठियों में गुस्सा बढ़ गया और उन्होंने विरोध करना शुरू कर दिया।

स्थिति का और बिगड़ना

अचानक इस स्थिति ने एक गंभीर मोड़ लिया जब किसी ने पत्थर फेंका। उस पत्थर की चपेट में आने वाले एक वेदपाठी को गंभीर चोटें आईं। इस हमले के बाद स्वामी हरिओम के एक सुरक्षाकर्मी ने हवा में गोली चलाई। गोली लगने से उत्तर प्रदेश के लखनऊ निवासी वेदपाठी आशीष तिवारी की जांघ में चोट आई, जबकि दूसरे वेदपाठी प्रिंस शुक्ला, जो उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी के निवासी हैं, को ईंट लगने से घायल होना पड़ा।

चिकित्सा सहायता और हंगामा

घायलों को तुरंत निजी अस्पताल में भर्ती किया गया। उनके उपचार के बीच, गुस्साए वेदपाठियों ने पिहोवा रोड पर सैनी समाज भवन के सामने ढाई घंटे तक जाम लगा दिया। वेदपाठियों ने यज्ञ के लगे फ्लेक्स और पोस्टर को फाड़ना शुरू कर दिया, जिसकी वजह से न सिर्फ प्रशासन बल्कि उपस्थित सभी दर्शक भी परेशान हो गए।

स्वामी हरिओम की प्रतिक्रिया

स्थिति को संभालने के लिए स्वामी हरिओम ने आगे आकर वेदपाठियों से क्षमा मांगी। उन्होंने सोचा कि अगर दक्षिणा में बदलाव किया जाए तो वेदपाठियों का गुस्सा कम हो सकता है। इसलिए, उन्होंने पहले से तय 7100 रुपये की दक्षिणा को बढ़ाकर 11,000 रुपये करने की घोषणा की। इसके बाद वेदपाठी यज्ञशाला लौटे और यज्ञ दोबारा से शुरू किया।

जमीनी हालात

कुरुक्षेत्र में इस घटना के बाद से वेदपाठियों में डर और असुरक्षा का माहौल बना रहा। मध्यप्रदेश और बिहार से आए वेदपाठियों की संख्या भी काफी थी, और इस तरह के हंगामे ने उनकी धार्मिक भावना को चोट पहुंचाई। वे सभी वृंदावन, दमोह, उज्जैन, वाराणसी, लखनऊ, और लखीमपुर खीरी से आए थे।

विवाद का परिणाम

इस घटना के पश्चात कुरुक्षेत्र के एएसपी मनप्रीत सिंह सुदन ने जानकारी दी कि शनिवार सुबह 9:30 बजे के आसपास दो पक्षों में कहासुनी हो गई थी। उन्होंने बताया कि पहले पत्थरबाजी हुई, इसके बाद गोलियां चलाई गईं। घायल वेदपाठियों की स्थिति स्थिर है और उनका उपचार जारी है।

प्रशासन की कार्रवाई

इस विवाद के बाद प्रशासन ने स्पष्ट किया कि एफआईआर जल्द ही दर्ज की जाएगी। पुलिस की सीआईए टीम ने गोली चलाने वाले सुरक्षाकर्मी की तलाश शुरू कर दी है। सीसीटीवी फुटेज को भी जांच के लिए देखा जा रहा है ताकि सच्चाई का पता लगाया जा सके।

गंभीर मामला

कुरुक्षेत्र का 1008 कुंडीय शिव शक्ति महायज्ञ जो कि एक धार्मिक पर्व था, उसमें हुए इस विवाद ने सभी को हिलाकर रख दिया। जहां एक ओर यह यज्ञ शांति और भक्ति का प्रतीक होना चाहिए था, वही दूसरी ओर यह विवाद की दृष्टि से एक गंभीर मामला बन गया। भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए प्रशासन और आयोजकों को सतर्क रहना होगा ताकि धार्मिक आस्था का यह मंच सुरक्षित और तनावमुक्त वातावरण में आयोजित किया जा सके।

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