अमेरिका में तूफान से 19 लोगों की मौत, लाखों घरों की बिजली गुल; कई राज्यों में इमारतें तबाह

ह्यूस्टन, एजेंसी: मध्य अमेरिका के टेक्सास, ओक्लाहोमा, कैंटुकी और अर्कांसस राज्यों में आए शक्तिशाली तूफान के चलते दो बच्चों सहित 19 लोग मारे गए हैं। चारों प्रांतों में तबाही से कई घर नष्ट हो गए। बढ़ते तापमान के बीच 4.70 लाख लोगों को बिजली के बिना ही रहना पड़ा। मृतक संख्या बढ़ने की आशंका है।

ओक्लाहोमा सीमा के पास टेक्सास की कुक काउंटी में सात लोग मारे गए हैं। यहां तूफान ने एक ग्रामीण इलाके में भारी तबाही मचाई। काउंटी के शेरिफ रे सैप्पिंगटन ने कहा, यहां सिर्फ मलबे का ढेर बचा है। भारी तबाही हुई है। शेरिफ ने बताया कि मृतकों में दो बच्चे भी शामिल हैं। एक जगह एक परिवार के तीन सदस्यों की मौत हो गई। उन्होंने बताया कि मृतक संख्या बढ़ सकती है क्योंकि लापता लोगों को ढूंढने के लिए खोज व बचाव अभियान अब भी जारी है। टेक्सास के गवर्नर ग्रेग एबॉट ने कहा, तूफान में 100 लोग घायल हो गए। हालांकि सटीक आंकड़ा बता पाना थोड़ा मुश्किल है।

उन्होंने कहा, 200 से ज्यादा मकान व अन्य इमारतें पूरी तरह से तबाह हो गईं और 100 से ज्यादा घर क्षतिग्रस्त हुए हैं। इस तूफान में कई जगह पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए हैं। वैली व्यू के इलाके सर्वाधिक प्रभावित हुए। टेक्सास, कंसास, टेनिसी, मिसौरी में भी तूफान का असर रहा।

अरकंसास में आपातकाल लगाया गया

टेक्सास में शनिवार (26 मई) को टॉरनेडो और भारी अबारिश से 7 लोगों की मौत हो गई। मरने वालों में 4 बच्चे शामिल थे। इनमें से एक एक 2 साल का और दूसरा 5 साल का था। वहीं, अरकंसास में इससे 8 लोगों की मौत हो गई। इसके अलावा गैस स्टेशन के अंदर 60 से 80 लोग फंसे हुए हैं, लोगों से तूफान खत्म होने के बाद ही बाहर निकलने की अपील की गई है।

अरकंसास की गवर्नर सारा हकाबी सैंडर्स ने राज्य में आपातकाल की घोषणा कर दी है। गवर्नर ने एक पोस्ट में बताया कि रेस्क्यू टीम लोगों की मदद के लिए तैयार है। लुइसविले के मेयर क्रेग ग्रीनबर्ग ने एक पोस्ट में बताया कि केंटकी में एक व्यक्ति की मौत हो चुकी है।

अमेरिका में आते हैं ज्यादा टॉरनेडो

​​​​​अमेरिका की नेशनल वेदर सर्विस के मुताबिक, वैसे तो टॉरनेडो दुनिया में कहीं भी आ सकते हैं, लेकिन अमेरिका में ये सबसे ज्यादा संख्या में आते हैं। अमेरिका में टॉरनेडो कांसस, ओकलाहोमा, टेक्सास जैसे मैदानी इलाकों में ज्यादा आते हैं।

NOAA यानी नेशनल ओशियेनिक एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन का कहना है कि टॉरनेडो की वजह से अमेरिका में हर साल तकरीबन 50 जानें जाती हैं। वहां साल 2011 में बहुत ही विनाशकारी टॉरनेडो आए थे, जिसमें 580 से ज्यादा लोगों ने अप्रैल-जून में अपनी जान गंवा दी थी। अनुमान लगाया गया था कि इस वजह से देश को 21 अरब डॉलर का नुकसान हुआ था।

क्या होता है टॉरनेडो

किसी क्षेत्र में तापमान बढ़ता है तो वहां हवा का दबाव कम हो जाता है। इस दबाव को संतुलित करने के लिए उस क्षेत्र में हवा देती से बढ़ती है। तेज गति होने के कारण हवा सर्कुलर हो जाती है और धीरे-धीरे उपर उठने लगती है। कुछ समय बाद हवा हवा फनल का आकार ले लेती है, जिसे टारनेडो कहा जाता है। हवा के इस सर्कल के अंदर दवाब बेहद कम हो जाता है। इस कारण जब यह किसी इमारत के पास से गुजरता है तो उसे नष्ट कर देता है।

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