कैथल में मां ने 2 बेटियों संग सुसाइड किया:बड़ी बेटी-दामाद में चल रहा था विवाद; छोटे वाली की 3 महीने पहले ही शादी हुई

गुड्डी और छोटी बेटी पूजा, जिन्होंने सुसाइड कर लिया।
नरेंद्र सहारण, कैथल : Kaithal News : हरियाणा के कैथल जिले के पूंडरी खंड स्थित गांव बाकल में शुक्रवार की रात एक ऐसी मनहूस घटना घटी जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। एक मां और उसकी दो विवाहित बेटियों ने संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खाकर सामूहिक रूप से अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस हृदयविदारक घटना ने न केवल तीन जिंदगियों को असमय काल का ग्रास बना दिया, बल्कि अपने पीछे कई अनसुलझे सवाल और एक गहरे सामाजिक विमर्श को भी जन्म दिया है। मृतकों की पहचान 56 वर्षीय गुड्डी देवी, उनकी बड़ी बेटी 31 वर्षीय निशा और छोटी बेटी 26 वर्षीय पूजा के रूप में हुई है। शनिवार की सुबह जब इस सामूहिक आत्महत्या का खुलासा हुआ, तो गांव में कोहराम मच गया। गुड्डी देवी का शव घर के बाथरूम में मिला, जबकि उनकी दोनों बेटियों, निशा और पूजा के शव कमरे में बिस्तर पर पाए गए। घटना की सूचना मिलते ही डीएसपी गुरविंद्र सिंह, फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) की टीम और पूंडरी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और प्रारंभिक जांच शुरू की।
घटना का खुलासा और प्रारंभिक जांच
शनिवार की सुबह का सूरज बाकल गांव के लिए एक कभी न भूलने वाला दुःख लेकर आया। गुड्डी देवी के पड़ोस में रहने वाले और परिवार के ही सदस्य मलखान सिंह (दादा) ने बताया कि गुड्डी देवी और उनकी बेटियों के पास उनके रिश्तेदार लगातार फोन कर रहे थे, लेकिन कोई भी फोन नहीं उठा रहा था। अनहोनी की आशंका से जब गांव के कुछ अन्य पारिवारिक सदस्यों को उनके घर भेजा गया, तो अंदर का दृश्य देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। घर के बाथरूम में गुड्डी देवी मृत पड़ी थीं, और कमरे के अंदर बिस्तर पर उनकी दोनों बेटियां निशा और पूजा भी मृत अवस्था में थीं। घर में मातम पसर गया और देखते ही देखते यह खबर पूरे गांव में आग की तरह फैल गई।
स्थानीय पुलिस को तुरंत सूचित किया गया। डीएसपी गुरविंद्र सिंह के नेतृत्व में पुलिस बल और एफएसएल की टीम ने घटनास्थल पर पहुंचकर साक्ष्य जुटाने का काम शुरू किया। तीनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए कैथल के नागरिक अस्पताल भेज दिया गया। पुलिस ने घटनास्थल से गुड्डी देवी का मोबाइल फोन भी बरामद किया है, जिसे जांच के लिए कब्जे में ले लिया गया है। अधिकारियों का मानना है कि यह फोन इस मामले की गुत्थी सुलझाने में अहम कड़ी साबित हो सकता है, क्योंकि इससे कॉल रिकॉर्ड्स, संदेशों और अन्य संभावित डिजिटल सबूतों का पता लगाया जा सकता है। प्रारंभिक जांच में घटनास्थल से कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं हुआ है, जिससे मामला और भी रहस्यमय हो गया है।
आरोप और एफआईआर
इस दर्दनाक घटना के पीछे पारिवारिक कलह और मानसिक प्रताड़ना का एंगल सामने आ रहा है। पूंडरी थाना पुलिस ने मृतका पूजा (छोटी बेटी) के पति अनिल, जो कि गांव बंदराणा के निवासी हैं, की शिकायत पर बड़ी बेटी निशा के पति जितेंद्र उर्फ काला के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत मामला दर्ज कर लिया है। जितेंद्र करनाल जिले के माजरा रोडान गांव का रहने वाला है और वर्तमान में अमेरिका में रह रहा है।
अनिल ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि जितेंद्र पिछले काफी समय से उसकी पत्नी पूजा और साली निशा को मानसिक रूप से प्रताड़ित कर रहा था। शिकायत के अनुसार, “आरोपी जितेंद्र के कारण ही मेरी पत्नी पूजा, बड़ी साली निशा और सास गुड्डी देवी ने जहर निगलकर आत्महत्या की है। वह करीब एक महीने से मेरी साली और पत्नी को परेशान कर रहा था।” अनिल ने यह भी बताया कि कुछ दिनों से निशा और उसके पति जितेंद्र के बीच भी अनबन चल रही थी। जितेंद्र, अनिल के पास भी फोन करके उसकी पत्नी पूजा के चरित्र पर लांछन लगाते हुए गलत बातें कहता था। इसी निरंतर मानसिक दबाव और चरित्र हनन के प्रयासों के कारण तीनों महिलाएं पिछले कुछ समय से अत्यधिक तनाव में थीं।
पारिवारिक पृष्ठभूमि और परिस्थितियां
गुड्डी देवी के पति जसवंत की करीब 16 साल पहले मृत्यु हो चुकी थी। उनका एक बेटा नीरज भी है, जो रोजी-रोटी कमाने के लिए अमेरिका में है। बताया जाता है कि नीरज को करीब दो साल पहले परिवार ने अपनी एक एकड़ जमीन बेचकर और संभवतः अवैध तरीके (जिसे स्थानीय भाषा में “डंकी लगाना” कहा जाता है) से अमेरिका भेजा था, ताकि परिवार की आर्थिक स्थिति सुधर सके। गुड्डी देवी गांव बाकल में अकेली रह रही थीं।
उनकी बड़ी बेटी निशा की शादी करीब 15 साल पहले करनाल के माजरा रोडान निवासी जितेंद्र से हुई थी। निशा के दो बच्चे भी हैं, जो अब मां की ममता से वंचित हो गए हैं। बताया जा रहा है कि निशा पिछले करीब 20 दिनों से अपनी मां गुड्डी देवी के पास बाकल गांव में ही रह रही थी। इसका एक कारण पति जितेंद्र के साथ चल रही अनबन भी हो सकता है।
छोटी बेटी पूजा की शादी महज चार महीने पहले, 2 फरवरी 2025 को, कैथल के ही गांव बंदराणा निवासी अनिल के साथ हुई थी। पूजा अपनी मां के पास सिर्फ दो दिन पहले ही आई थी। एक नवविवाहिता का इस तरह अपनी मां और बहन के साथ आत्महत्या कर लेना कई गंभीर सवाल खड़े करता है। घटना के समय घर में ये तीनों महिलाएं ही मौजूद थीं।
डीएसपी का बयान और जांच की दिशा
डीएसपी गुरविंद्र सिंह ने इस मामले पर जानकारी देते हुए कहा, “गांव बंदराणा निवासी अनिल की शिकायत पर करनाल के माजरा रोडान निवासी जितेंद्र के विरुद्ध तीनों महिलाओं को आत्महत्या करने के लिए उकसाने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। मृतक गुड्डी देवी का फोन कब्जे में लेकर उसकी गहन जांच की जा रही है। एफएसएल टीम ने भी घटनास्थल से महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है, जिससे मौत के स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा। हम मामले की हर पहलू से जांच कर रहे हैं।”
अनसुलझे सवाल और सामाजिक चिंताएं
यह घटना कई अनसुलझे सवाल छोड़ गई है:
सुसाइड नोट का न मिलना: क्या महिलाओं पर इतना दबाव था कि वे अपनी पीड़ा व्यक्त करने का अवसर भी नहीं पा सकीं, या कोई और वजह है?
प्रताड़ना का स्वरूप: जितेंद्र द्वारा की जा रही कथित प्रताड़ना का वास्तविक स्वरूप क्या था? क्या यह सिर्फ फोन कॉल्स तक सीमित थी या इसके पीछे कोई और गहरी साजिश है?
अमेरिका में बैठे आरोपी तक कैसे पहुंचेगी पुलिस? आरोपी के विदेश में होने के कारण जांच और कानूनी प्रक्रिया चुनौतीपूर्ण होगी। क्या उसे भारत प्रत्यर्पित किया जा सकेगा?
पूजा की हालिया शादी: महज चार महीने पहले ब्याही गई पूजा के जीवन में ऐसा क्या घटित हुआ कि उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया?
सामाजिक दबाव और मानसिक स्वास्थ्य: क्या समाज में महिलाओं पर होने वाले अत्याचार और मानसिक दबाव इतने बढ़ गए हैं कि वे सामूहिक आत्महत्या जैसे कदम उठाने को मजबूर हो रही हैं? मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं की सुलभता और सामाजिक समर्थन प्रणालियों की मजबूती पर भी यह घटना प्रश्नचिन्ह लगाती है।
बच्चों का भविष्य: निशा के दो मासूम बच्चों की परवरिश अब कौन करेगा? उनके भविष्य पर इस त्रासदी का क्या असर पड़ेगा?
बेटे की प्रतिक्रिया: अमेरिका में बैठे बेटे नीरज पर इस खबर का क्या असर हुआ होगा, जिसने शायद बेहतर भविष्य की आस में परदेस का रुख किया था?
गांव में शोक की लहर और आगे की कार्रवाई
बाकल गांव में इस घटना के बाद से मातम पसरा हुआ है। ग्रामीण स्तब्ध हैं और इस सामूहिक आत्महत्या के पीछे की सच्चाई जानना चाहते हैं। एक साथ तीन अर्थियां उठने की कल्पना मात्र से ही लोगों का दिल दहल रहा है। पुलिस फिलहाल गुड्डी देवी के जब्त किए गए मोबाइल फोन की कॉल डिटेल और अन्य डेटा खंगालने में जुटी है। इसके अतिरिक्त, आसपास के लोगों और रिश्तेदारों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि मामले की तह तक पहुंचा जा सके। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के कारणों और जहर के प्रकार के बारे में भी स्थिति स्पष्ट हो सकेगी।
पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती आरोपी जितेंद्र तक पहुंचना है, जो अमेरिका में बताया जा रहा है। इसके लिए कानूनी प्रक्रियाओं का पालन करते हुए इंटरपोल आदि के सहयोग की आवश्यकता पड़ सकती है। शिकायतकर्ता अनिल के बयानों और गुड्डी देवी के फोन से मिलने वाले संभावित सबूत इस मामले में अहम भूमिका निभाएंगे।
दुखद और चिंताजनक घटना
कैथल के बाकल गांव में मां और दो बेटियों द्वारा की गई यह सामूहिक आत्महत्या एक अत्यंत दुखद और चिंताजनक घटना है। यह घटना न केवल पारिवारिक कलह और मानसिक प्रताड़ना के घातक परिणामों को उजागर करती है, बल्कि हमारे समाज में महिलाओं की स्थिति, मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता की कमी और न्याय प्रणाली की जटिलताओं पर भी गंभीर प्रश्न खड़े करती है। जब तक इस मामले की पूरी सच्चाई सामने नहीं आ जाती और दोषियों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक गुड्डी, निशा और पूजा की आत्माओं को शांति नहीं मिलेगी और समाज के मन में एक कसक बनी रहेगी। यह उम्मीद की जानी चाहिए कि पुलिस प्रशासन तेजी से और निष्पक्ष जांच कर इस मामले के सभी पहलुओं को उजागर करेगा और पीड़ितों को न्याय दिलाएगा। इस त्रासदी को एक चेतावनी के रूप में भी देखा जाना चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोका जा सके और समाज में महिलाओं के लिए एक सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।