पाकिस्तान की जवरिया शादी रचाने भारत पहुंची, कोलकाता के बिजनेसमैन के बेटे से होगा निकाह

अमृतसर, BNM News: भारतीय मंगेतर से शादी करने के लिए पाकिस्तान के कराची की युवती जावरिया खानम मंगलवार को अटारी बार्डर के रास्ते भारत में प्रवेश किया। वहां मंगेतर समीर खान और होने वाले ससुर अहमद कमाल खान यूसुफजई ने उसका स्वागत किया। जावरिया ने कहा कि साढ़े पांच साल बाद मुझे वीजा मिला है। मेरी खुशी का कोई ठिकाना नहीं। यकीन नहीं हो रहा कि मैं यहां आ गई हूं। भारत सरकार ने मुझे 45 दिन का वीजा दिया है। दुआ की थी जो कुबूल हो गई। पाकिस्तान में भी सब खुश हैं। जवरिया की शादी कोलकाता के बिजनेसमैन अहमद कमाल खान के बेटे समीर से होगी। अटारी बॉर्डर पहुंचने पर ससुराल परिवार ने ढोल के साथ जवरिया का स्वागत किया। जवरिया पाकिस्तान में कराची के अजमत इस्माइल खान की बेटी हैं। समीर खान पिता के साथ अटारी बॉर्डर पर जवरिया खानम को रिसीव करने पहुंचे थे।

कोलकाता के रहने वाले समीर खान से होगी शादी

कोलकाता के रहने वाले समीर खान ने कहा कि खानम से मिलकर मेरा सपना पूरा हो गया। वे मंगलवार को ही श्री गुरु राम दास अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से कोलकाता के लिए उड़ान भरेंगे। वहीं, छह जनवरी को समीर और जावरिया की शादी होगी। वर्ष 2018 में दोनों की सगाई हुई थी। भारत सरकार ने जावरिया को दो बार वीजा देने से इन्कार कर दिया था। समीर खान ने बताया कि साढ़े पांच साल पहले मैंने अपनी मां के मोबाइल फोन में जावरिया का फोटो देखा। फोटो देखते ही मुझे जावरिया से प्यार हो गया। मैंने मां से पूछा कि यह कौन है। उन्होंने बताया कि यह कराची में रहने वाले उनके एक रिश्तेदार अजमत इस्माइल खान की बेटी है। मैंने मां से कह दिया कि शादी करूंगा तो जावरिया से ही। काफी मिन्नतों के बाद वर्ष 2018 में हमारी सगाई हुई। इसके बाद सरहद की दीवार बाधा बन गई।

जर्मनी में शादी का फैसला लिया था

समीर ने बताया कि उन्होंने 5 साल जर्मनी में पढ़ाई की। यहीं पर उनकी मां की रिश्तेदार पाकिस्तान की रहने वाली जवरिया खान भी पढ़ाई करने आई थी। मई 2018 में उनकी मुलाकात जवरिया खान से हुई थी। जहां दोनों के बीच बातचीत हुई। समीर ने बताया कि जर्मनी में ही उन्होंने एक दूसरे से शादी का फैसला कर लिया था। परिवार रिश्तेदार थे तो दोनों तरफ से शादी के लिए हां हो गई, लेकिन इसके बाद कोरोना का दौर शुरू हो गया। समीर ने बताया कि कोरोना के कारण दोनों को अपने-अपने देश लौटना पड़ा, लेकिन प्यार कम नहीं हुआ। कोरोना का दौर खत्म होने के बाद दो साल तक वीजा की कोशिशें चलती रहीं। दो साल बाद अब सिर्फ जवरिया को वीजा मिला है। इसलिए जवरिया अकेले शादी करने भारत आई है। दो दिन में निकाह हो जाएगा। रिसेप्शन जनवरी के फर्स्ट वीक में होगा।

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