कैथल नाबालिग रेप कांड में फरार पंचायत सचिव गिरफ्तार: पुलिसकर्मियों की मिलीभगत उजागर, वेश्यावृत्ति करवाने का भी आरोप

नरेन्द्र सहारण, कैथल। Kaithal News: कैथल शहर की एक कॉलोनी में फरवरी माह में सामने आए सनसनीखेज नाबालिग लड़की से रेप और वेश्यावृत्ति के मामले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फरार चल रहे पंचायत सचिव को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान प्रवीन कुमार के रूप में हुई है, जो गांव सजूमा का निवासी है। इस गिरफ्तारी से मामले की परतें और गहरी होती जा रही हैं, क्योंकि पहले ही इस जघन्य अपराध में दो मुख्य आरोपियों के साथ-साथ मामले की जांच में लापरवाही बरतने वाली एक महिला सहायक उप-निरीक्षक (एएसआई) को भी गिरफ्तार किया जा चुका है।
यह मामला फरवरी माह में तब प्रकाश में आया जब शहर की एक नाबालिग लड़की ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में पीड़िता ने प्रदीप क्योड़क और बलिंद्र सिणंद नामक दो व्यक्तियों पर गंभीर आरोप लगाए थे। लड़की ने बताया था कि ये दोनों आरोपी उसे एक होटल में ले गए थे, जहां उन्होंने उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया और उसे वेश्यावृत्ति के लिए मजबूर किया। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया था।
एक और चौंकाने वाली जानकारी
हालांकि, इस मामले में एक नया मोड़ तब आया जब पीड़िता ने पुलिस को एक और चौंकाने वाली जानकारी दी। लड़की ने बताया कि प्रदीप क्योड़क और बलिंद्र सिणंद के अलावा, पंचायत सचिव प्रवीन कुमार ने भी उसके साथ जबरन बलात्कार किया था। पीड़िता के इस नए खुलासे ने मामले को और भी गंभीर बना दिया।
पीड़िता ने आरोप लगाया था कि जब उसने इस बारे में सिविल लाइन थाने में तैनात एएसआई नीतू और एएसआई जगभान सिंह से शिकायत की, तो उन्होंने आरोपी प्रवीन कुमार से पैसे लेकर उसकी शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की। पुलिसकर्मियों की इस कथित मिलीभगत ने न केवल पीड़िता को न्याय से वंचित किया, बल्कि पुलिस विभाग की छवि को भी धूमिल किया।
नए सिरे से जांच के आदेश
पीड़िता को जब स्थानीय पुलिस से न्याय की उम्मीद नहीं रही, तो उसने मामले की शिकायत उच्चाधिकारियों को दी। उच्चाधिकारियों ने मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल हस्तक्षेप किया और नए सिरे से जांच के आदेश दिए। इस मामले की जांच की जिम्मेदारी डीएसपी गुरविंद्र सिंह को सौंपी गई। डीएसपी की गहन जांच में पीड़िता द्वारा लगाए गए आरोप सही पाए गए। जांच में एएसआई नीतू की संलिप्तता भी उजागर हुई, जिसके बाद उसे भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस ने नाबालिग लड़की के साथ लिव-इन-रिलेशनशिप में रहने वाले एक युवक को भी गिरफ्तार किया था, जिसकी भूमिका की जांच अभी जारी है।
एएसआई नीतू की गिरफ्तारी के बाद से ही एएसआई जगभान सिंह और पंचायत सचिव प्रवीन कुमार फरार चल रहे थे। पुलिस लगातार उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही थी। अब, सिटी पुलिस को आखिरकार सफलता मिली है और उन्होंने फरार पंचायत सचिव प्रवीन कुमार को गांव कुतबपुर के निकट से गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
पंचायत सचिव प्रवीन कुमार गिरफ्तार
इस गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए डीएसपी गुरविंद्र सिंह ने बताया कि पंचायत सचिव प्रवीन कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी पर नाबालिग लड़की के साथ बलात्कार करने के गंभीर आरोप हैं। उन्होंने कहा कि मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है और पुलिस सभी पहलुओं की गहनता से जांच कर रही है ताकि पीड़िता को न्याय मिल सके और दोषियों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।
इस पूरे घटनाक्रम ने कैथल शहर में सनसनी फैला दी है और पुलिस विभाग की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। एक नाबालिग लड़की के साथ हुए जघन्य अपराध में पंचायत सचिव जैसे जिम्मेदार व्यक्ति की संलिप्तता और पुलिसकर्मियों द्वारा मामले को दबाने की कोशिश ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है। इस मामले ने यह भी उजागर किया है कि कैसे कुछ भ्रष्ट पुलिस अधिकारी अपराधियों के साथ मिलकर न्याय की प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं।
मामले की निष्पक्ष और त्वरित सुनवाई
अब जबकि मुख्य आरोपियों के साथ-साथ मामले में लापरवाही बरतने वाली पुलिसकर्मी और फरार पंचायत सचिव भी पुलिस की गिरफ्त में आ चुके हैं तो उम्मीद की जा रही है कि इस मामले की निष्पक्ष और त्वरित सुनवाई होगी और पीड़िता को न्याय मिलेगा। यह मामला यह भी संदेश देता है कि यदि स्थानीय स्तर पर न्याय नहीं मिलता है, तो उच्चाधिकारियों का हस्तक्षेप महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
पुलिस विभाग को भी इस घटना से सबक लेने की आवश्यकता है और यह सुनिश्चित करना होगा कि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। पुलिसकर्मियों की ईमानदारी और कर्तव्यनिष्ठा को सुनिश्चित करने के लिए कठोर कदम उठाने की जरूरत है ताकि लोगों का कानून और व्यवस्था पर विश्वास बना रहे। इसके अलावा, नाबालिगों और कमजोर वर्ग के लोगों के खिलाफ होने वाले अपराधों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जानी चाहिए।
गहन पूछताछ
गिरफ्तार पंचायत सचिव प्रवीन कुमार से अब पुलिस गहन पूछताछ करेगी ताकि यह पता चल सके कि उसने पीड़िता के साथ कब और कैसे बलात्कार किया और क्या इस अपराध में कोई और व्यक्ति भी शामिल था। पुलिस इस बात की भी जांच करेगी कि एएसआई नीतू और एएसआई जगभान सिंह ने क्यों और किन परिस्थितियों में आरोपी से पैसे लिए और मामले को दबाने की कोशिश की।
इस मामले की अगली सुनवाई पर सभी की निगाहें टिकी रहेंगी। यह देखना महत्वपूर्ण होगा कि अदालत इस जघन्य अपराध के दोषियों को क्या सजा सुनाती है और पीड़िता को किस प्रकार का न्याय मिलता है। यह मामला न केवल कैथल शहर बल्कि पूरे राज्य के लिए एक सबक है कि अपराधियों को कानून के शिकंजे से बचने नहीं दिया जाएगा, चाहे वे कितने भी প্রভাবশালী क्यों न हों और पुलिस विभाग के भीतर भी यदि कोई भ्रष्ट तत्व पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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