Parliament Attack: जानें कौन हैं सागर शर्मा, मनोरंजन, नीलम और अमोल, जिनके जुड़े थे भगत सिंह फैन क्लब से तार

नई दिल्ली, एजेंसी। Parliament Attack: संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले छह आरोपित इटरनेट मीडिया साइटों फेसबुक और इंस्टाग्राम पर भगत सिंह फैन क्लब पेज के माध्यम से जुड़े हुए थे। आरोपितों को इस कार्य के लिए किसी अन्य व्यक्ति द्वारा निर्देशित किया जा रहा था। महंगाई और बेरोजगारी के मुद्दे पर सभी करीब डेढ़ साल पहले संपर्क में आए थे। इन मुद्दों पर बातचीत करने के लिए एक वाट्सएप ग्रुप भी बनाया था। जिसमें जुड़े कई सदस्य आरोपितों के कामन दोस्त हैं, लेकिन संसद के अंदर और बाहर हंगामा करने या कराने की साजिश में सभी के शामिल होने की बात अब तक सामने नहीं आई है। दिल्ली पुलिस समेत सभी केंद्रीय सुरक्षा एजेंसी मामले की गहन जांच कर रही है। कई सवाल जांचकर्ताओं को हैरान कर दिया है। आरोपित कलर स्मोक क्रैकर क्यों नहीं फेंका और इसे अपने हाथ में लोकसभा भवन में क्यों रखा?

ललित झा फोन वाला बैग लेकर भाग गया

एक सूत्र ने कहा कि उन्हें निश्चित रूप से किसी ने ऐसा करने का निर्देश दिया था। संसद के बाहर और अंदर पकड़े गए चारों आरोपियों ने अपने मोबाइल फोन बिहार के रहने वाले ललित झा को सौंपे थे। वह संसद के बाहर भी मौजूद था और जब उसके साथियों को पकड़ा गया तो वह फोन वाला बैग लेकर भाग गया। ऐसा प्रतीत होता है कि उसे भी किसी अन्य व्यक्ति से फोन लेकर भागने के निर्देश मिले थे। इस मामले में अब तक पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है।

लखनऊ का सागर शर्मा

संसद भवन में कलर स्मोक छोड़ने वाला सागर शर्मा लखनऊ के आलमबाग स्थित रामनगर कालोनी का रहने वाला है। सागर मूल रूप से उन्नाव के पुरवा क्षेत्र के पीरजादीगढ़ी गांव का निवासी है। वह दो साल से बेंगलुरु में रह रहा था, वह रक्षाबंधन के पहले लौटा था। वहां प्राइवेट नौकरी करता था। वहां से लौटकर यहां किराए पर ई-रिक्शा चला रहा था। उसके पिता रोशनलाल शर्मा कारपेंटर का काम करते हैं। सागर इंटरनेट मीडिया पर बहुत अधिक सक्रिय रहता था।

मैसूरु का मनोरंजन गौड़ा

मनोरंजन गौड़ा कर्नाटक के मैसूरु का निवासी है। वह 2014 में बेंगलुरु की विवेकानंद यूनिवर्सिटी से इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की थी। उसके पिता देवराजे गौड़ा ने कहा कि बेटा 15 साल की उम्र में मैसूर आया और सेंट जोसेफ और मारिमलप्पा में अध्ययन किया। फिर आगे की पढ़ाई के लिए मैसूर चले गए। उसके पिता ने बताया कि मैंने उसके लिए भेड़ और मुर्गी पालन का कार्य भी किया।

हिसार की नीलम

संसद भवन के बाहर नारा लगाने वाली नीलम हिसार के रामपुरा मोहल्ला में श्री बालाजी गर्ल्स पीजी में रह रही थी। वह संस्कृत में एमए पास है। एमफिल, नेट, सीटेट, एचटेट, बीएड भी कर चुकी है। वह किसान आंदोलन से लेकर दिल्ली में महिला पहलवानों के धरने में भी शामिल रही है। परिवार में तीन बहनें, दो भाई व माता-पिता हैं। पिता कोहर सिंह हलवाई का काम करते हैं।

लातूर का अमोल शिंदे

अमोल महाराष्ट्र के लातूर जिले में चाकुर तहसील के झरी (नवकुंडाची) का रहने वाला है। वह दलित समुदाय से है। वह बीए स्नातक है। अमोल पुलिस और सेना भर्ती परीक्षाओं की तैयारी के दौरान दिहाड़ी मजदूर के रूप में छोटी-मोटी नौकरियां भी की है। वह कड़ी मेहनत कर रहा था। उसके घर की आर्थिक स्थिति दयनीय है। अमोल के दो भाई और माता-पिता भी दिहाड़ी मजदूरी करते हैं।

विक्रम उर्फ विक्की शर्मा

संसद की सुरक्षा में सेंध के मामले में गिरफ्तार आरोपित गुरुग्राम के सेक्टर-7 की हाउसिंग बोर्ड कालोनी में रुके थे। चारों आरोपित विक्रम उर्फ विक्की शर्मा के दोस्त हैं। विक्की शर्मा मूल रूप से हिसार का रहने वाला है। दिल्ली पुलिस ने विक्की शर्मा को हिरासत में ले लिया है।

 

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