Parliament Attack: संसद की सुरक्षा में चूक पर हुआ हंगामा, दोनों सदनों से निलंबित हुए 14 सांसद
नई दिल्ली, एजेंसी। Parliament Attack: लोकसभा में विपक्षी सदस्यों ने संसद की सुरक्षा में चूक के मुद्दे पर सरकार से जवाब की मांग करते हुए गुरुवार को भारी हंगामा किया। इस दिन में कुल 14 सांसदों को निलंबित किया गया। इसमें 13 लोकसभा के और एक राज्यसभा से टीएमसी सांसद डेरेक ओ’ब्रायन शामिल हैं। इन सभी सांसदों को आसन की अवमानना करने के मामले में सत्र की शेष अवधि के लिए सदन से निलंबित कर दिया गया।
पूरा सदन स्पीकर के अधिकार क्षेत्र में
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि लोकसभा से कुल 13 सांसदों को निलंबित कर दिया गया है। एक सांसद जो वेल में मौजूद नहीं थे, उसे भी निलंबित कर दिया गया। हमने लोकसभा अध्यक्ष से उस नाम को हटाने का अनुरोध किया और अध्यक्ष ने इसे स्वीकार कर लिया। उन्होंने कहा कि पहले भी घटना घटी है। 1974 में रतन चंद्र गुप्ता ने नारेबाजी की थी और पिस्तल और बम जैसे दिखने वाली कोई चीज़ लाए थे, तब भी स्पीकर ने ही निर्णय लिया। सरकार का इसमें कुछ नहीं है क्योंकि यह स्पीकर का अधिकार क्षेत्र है। 26 नवंबर 1974 को भी ऐसा हुआ था, तब भी स्पीकर ने कार्रवाई की थी। मेरा कहना बस इतना है कि स्पीकर सदन का संरक्षक होता है, पूरा सदन स्पीकर के अधिकार क्षेत्र में है। मामले का राजनीतिकरण न करें। हम इस मामले पर बेहद संवेदनशील हैं।
विपक्ष में भय पैदा करना चाहती है सरकार
JDU के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन (ललन) सिंह ने कहा कि सरकार अपनी नाकामी को छुपाने के लिए विपक्ष में भय पैदा करना चाहती है, भय पैदा करने से शासन नहीं होता है। विपक्षी सांसद मांग कर रहे हैं कि कल हुई सुरक्षा में चूक पर गृह मंत्री बयान दें तो इसमें गलत क्या है? गृह मंत्री को आकर बयान देना चाहिए, वे देश के गृह मंत्री हैं, सुरक्षा की जिम्मेदारी उनकी हैं। ”
एक सांसद को बिना आए ही निलंबित किया गया
सांसदों को संसद से निलंबित किए जाने पर सांसद दानिश अली ने कहा कि जिन सांसदों को निलंबित किया गया है उसमें एक ऐसे सांसद भी थे जो आज संसद में ही नहीं आए थे। सेलम से सांसद एस.आर. पार्थिबन। पता नहीं ये देश कैसे चल रहा है… आपको ये भी नहीं पता है कि सांसद आया है या नहीं आया है, उसे भी निलंबित कर दिया। ये हो क्या रहा है।?”
डेरेक ने कुछ गलत नहीं किया: डोला सेन
तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) सांसद डेरेक ओ’ब्रायन को ‘अपमानजनक व्यवहार’ के लिए राज्यसभा से निलंबित किए जाने पर टीएमसी सांसद डोला सेन ने कहा, ‘वेल में जाना और जनता के मुद्दे उठाना हमारा अधिकार है। डेरेक ओ’ब्रायन ने कुछ गलत नहीं किया। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री सुरक्षा उल्लंघन के मुद्दे पर चुप हैं, इसलिए विपक्ष के रूप में हमने इस मुद्दे को उठाया और नारे लगाए।’