Parliament Security Breach : साजिश में भागीदार हो सकते हैं कुछ सांसद भी, आरोपियों से मिलीभगत की आशंका
नई दिल्ली, बीएनएम न्यूज। संसद की सुरक्षा व्यवस्था आरोपियों की साजिश के सामने ध्वस्त हो गई। पुलिस की जांच में संसद के अंदर की व्यवस्था के बारे में आरोपितों को किसी की मुखबिरी किए जाने की बात सामने आ रही है। आरोपित सागर शर्मा और मनोरंजन गौड़ को संसद के दर्शक दीर्घा के बारे में पूरी जानकारी थी। दोनों पास पर संसद भवन के अंदर जाने के लिए सबसे आगे पंक्ति में लग गए थे, ताकि उन्हें पिलर के पास जगह मिल सके और वे पिलर के जरिये आसानी से लोकसभा की कार्यवाही के बीच कूदकर आ सकें। इससे पता चलता है कि इन्हें कुछ सांसदों ने अंदर से स्ट्रक्चर के बारे में मुखबिरी की थी। जिस समय दोनों दर्शक दीर्घा से कूदे, अंदर मार्शल भी मौजूद नहीं थे। वे काफी देर बाद आरोपियों तक पहुंचे। सुरक्षा में कई स्तर पर चूक हुई है। दोनों ने मार्च और जुलाई में पुराने संसद भवन की रेकी की थी, लेकिन नए संसद भवन के अंदर के बारे में इन्हें सब कुछ कैसे पता लगा, इस बात को लेकर सुरक्षा एजेंसियां हैरान हैं। मास्टर माइंड ललित झा ने सभी के मोबाइल फोन इसलिए जला दिए ताकि इनकी पूरी साजिश के बारे में जांच एजेंसियों को पता नहीं चल पाए। अब तक संसद की सुरक्षा में सेंध मामले में स्पेशल सेल छह लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
आरोपियों से पुलिस कर रही पूछताछ
लोकसभा के अंदर हंगामा करने वालों की पहचान डी मनोरंजन और सागर शर्मा के रूप में हुई है। इसके अलावा पुलिस ने संसद भवन के बाहर से नारेबाजी करने वाले नीलम आजाद और अमोल शिंदे को गिरफ्तार किया है। बाद में चारों के मोबाइल लेकर भागने वाले ललित झा को भी गिरफ्तार कर लिया है। बाद में दिल्ली पुलिस ने उनके जले हुए मोबाइल राजस्थान के नागौर से बरामद किए हैं। पुलिस ने सुबूत मिटाने का आरोप जड़ा है। बाद में सभी को कोर्ट ने 7 दिनों की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है। पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।
कर्नाटक के एमपी विजिटर पास से दाखिल हुए आरोपी
ये शख्स कर्नाटक के मैसूरु से भाजपा के सांसद प्रताप सिम्हा के नाम से जारी विजिटर पास से संसद भवन के अंदर दाखिल हुए थे। सागर लखनऊ का रहने वाला बताया जा रहा है और इंजीनियरिंग का छात्र है। इसके साथ ही लोकसभा में कूदने वाला दूसरा शख्स मनोरंजन पेशे से इंजीनियर बताया जा रहा है। कर्नाटक के बेंगलुरु के रहने वाले सागर शर्मा और मनोरंजन गौड़ा की फेसबुक और इंस्टाग्राम पर दोस्ती हुई थी। ये दोनों संसद भवन के बाहर रंगीन धुंआ फैलाकर प्रदर्शन करने की कोशिश कर रहे थे।
संसद को क्यों बनाया निशाना?
संसद भवन के बाहर से पकड़ी गई नीलम ने पत्रकारों को बताया कि हम किसी भी संगठन से जुड़े हुए नहीं हैं। युवती ने कहा कि भारत सरकार हम जैसे युवाओं की आवाज दबाने की कोशिश कर रही है। हमें अपनी बात कहने का कोई और रास्ता नहीं है। हम किसी संगठन से नहीं है। देश के बेरोजगार है। जब भी हम अपनी बात करते हैं तो हमारे ऊपर लाठी बरसाई जाती है और हमें जेल के अंदर टॉर्चर किया जाता है।