Parliament Security Lapse: संसद की सुरक्षा में सेंध का मुख्य साजिशकर्ता कौन? यूएपीए के तहत मामला दर्ज, पुलिस सूत्रों का बड़ा दावा
नई दिल्ली, एजेंसी: संसद की सुरक्षा में चूक (Parliament security breach) के मामले में अब नए खुलासे हो रहे हैं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपियों ने पहले ही संसद के बाहर की रेकी कर ली थी। सभी आरोपी एक सोशल मीडिया पेज ‘भगत सिंह फैन क्लब’ से जुड़े थे। लगभग डेढ़ साल पहले सभी आरोपी मैसूर में मिले थे। सागर जुलाई में लखनऊ से दिल्ली आया था लेकिन संसद भवन में इंट्री नहीं कर सका था। 10 दिसंबर को एक-एक करके सभी अपने-अपने राज्यों से दिल्ली पहुंचे। घटना वाले दिन सभी आरोपी इंडिया गेट के पास इकट्ठा हुए, जहां सभी को कलर स्प्रे बांटा गया। शुरुआती जांच के अनुसार, पुलिस ने बताया, संसद सुरक्षा उल्लंघन का मुख्य साजिशकर्ता कोई और है।
संसद सुरक्षा में सेंध मामले में आरोपितों के खिलाफ आईपीसी की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश), 452 (अतिक्रमण), धारा 153 (केवल दंगा भड़काने के इरादे से उकसाना), 186 (सार्वजनिक कार्यों के निर्वहन में लोक सेवक को बाधा पहुंचाना), 353 (लोक सेवकों को उनके कर्तव्य के निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल) के तहत मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ पार्लियामेंट स्ट्रीट थाने में यूएपीए की 16 और 18 धाराएं दर्ज की गई हैं। दिल्ली पुलिस ने बताया कि आगे की जांच के लिए मामला स्पेशल सेल को ट्रांसफर किया जा रहा है। 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और विक्की और उसकी पत्नी से पूछताछ की जा रही है।
घटना का वीडियो इसे भेजा
पुलिस सूत्रों ने बताया कि फरार आरोपी ललित झा ने चार आरोपियों द्वारा इस हरकत को अंजाम देने के बाद घटना का एक वीडियो अपने एनजीओ पार्टनर को भेजा।
यूएपीए की धारा के तहत केस दर्ज
इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने यूएपीए की धारा के तहत मामला दर्ज किया है। गृह मंत्रालय ने भी जांच के आदेश दिए। गृह मंत्रालय ने बयान जारी कर बताया कि लोकसभा सचिवालय के अनुरोध पर गृह मंत्रालय ने संसद की सुरक्षा में चूक की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। सीआरपीएफ के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई है, जिसमें अन्य सुरक्षा एजेंसियों के सदस्य और विशेषज्ञ शामिल हैं।
क्या हुआ था संसद में
बुधवार दोपहर में दो आरोपी मनोरंजन डी और सागर शर्मा लोकसभा की दर्शक दीर्घा से सदन में कूद गए और उन्होंने कलर स्मॉग का इस्तेमाल किया, जिससे सांसदों में के बीच अफतरातफरी मच गई। सांसदों ने आरोपियों को पकड़ा और उनकी पिटाई कर दी। इसके बाद उन्हें सदन में मौजूद मार्शल के हवाले किया गया। दूसरी ओर, उसके साथी नीलम और अमोल शिंदे ने संसद भवन के बाहर कलर स्मॉग का इस्तेमाल किया और नारेबाजी की। इसके बाद बाहर मौजूद सुरक्षा कर्मियों ने उन्हें हिरासत में ले लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, ललित और विशाल शर्मा के रूप में दो अन्य आरोपी भी इस साजिश में शामिल थे। विशाल को हरियाणा के गुरुग्राम से हिरासत में लिया गया, जबकि ललित फिलहाल फरार है।