INDIA Alliance Update: नाराज नीतीश को मनाने के लिए राहुल गांधी ने किया फोन, दिल्ली से पटना तक मची हलचल

नई दिल्ली, BNM News: Rahul Gandhi Called Nitish Kumar on Phone : आईएनडीआइए गठबंधन की बैठक होने के बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और नीतीश कुमार की पहली बार फोन पर लंबी बातचीत हुई। जेडीयू सूत्रों के हवाले से जो जानकारी मिली है उसके अनुसार दोनों नेताओं के बीच गठबंधन को मजबूती देने को लेकर चर्चा हुई। आइएनडीआइए गठबंधन की बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनाये जाने के ममता बनर्जी और अरविंद केजरीवाल के प्रस्ताव के बाद से नीतीश काफी असहज हो गए थे और उनकी नाराजगी को लेकर भी मीडिया में कई तरह की खबरें चलने लगी थी। यहां तक की ये खबर भी आई थी कि नीतीश ने भरी बैठक में आइएनडीआइए  के बदले भारत नाम को सही बताया था। NDA की तरह नीतीश के स्टैंड से सोनिया गांधी भी हैरान रह गई थीं। सियासी गलियारों में ये चर्चा तेजी से फैली थी कि नीतीश कुमार खुद को इंडी गठबंधन में दरकिनार किए जाने से बुरी तरह खफा हैं। ऐसे में वो कांग्रेस को बिहार में नुकसान पहुंचा सकते हैं।

राहुल गांधी के नीतीश को फोन करने की बड़ी वजह

राहुल गांधी को पता है कि अगर अभी नीतीश कुमार को नाराज किया गया, तो इसका मैसेज ये भी जा सकता है कि विपक्षी एकता के सूत्रधार को ही कांग्रेस ने किनारे लगा दिया। अभी बिहार में सीट बंटवारा भी होना है। ऐसे में नीतीश को नाराज करने का मतलब कांग्रेस को सीटों का नुकसान करना है। माना जा रहा कि इसी वजह से राहुल गांधी ने इंडिया की बैठक के बाद नीतीश कुमार के थोड़ा शांत होने का इंतजार किया और फिर उनसे फोन पर बातचीत की। हालांकि अभी भी ये कहा जा रहा है कि 29 दिसंबर की बैठक में नीतीश कई बड़े फैसले ले सकते हैं।

नीतीश को राहुल ने दी सफाई

खरगे का नाम पीएम उम्मीदवार के रूप में आने को लेकर राहुल गांधी ने अपनी और पार्टी की स्थिति को स्पष्ट करते हुए कहा कि उनको इस संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं थी, ममता बनर्जी ने अपनी बातों को अचानक मीटिंग में रख दिया था। राहुल गांधी ने विपक्षी एकजुटता में नीतीश कुमार की भूमिका को अहम बताया और आगे भी गठबंधन की मजबूती के लिए विचार विमर्श करने की बातें कही।

नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन से नाराज क्यो?

नीतीश कुमार का इंडिया गठबंधन के नेताओं के साथ कई मुद्दों पर टकराव हुआ है। जिसमें से गठबंधन का नाम बदलकर ‘भारत’ करना भी शामिल था। लेकिन इस प्रस्ताव को सोनिया गांधी ने खारिज कर दिया था । इसके अलावा हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन से भी नीतीश कुमार खुश नहीं हैं। इस हार के चलते कांग्रेस का सहयोगी दलों के साथ सीट-बंटवारे को लेकर भी विवाद चल रहा है। हालांकि  ‘इंडिया’ गठबंधन के घटक दलों के साथ सीट बंटवारे के सवाल पर कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा था कि पार्टी की राष्ट्रीय गठबंधन समिति कांग्रेस की क्षेत्रीय इकाइयों की राय ले रही है और फिर सहयोगी दलों के साथ बातचीत करेगी।

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